संबंधों को सही दिशा
मोईजू ने उम्मीद जताई थी कि ‘भारत मालदीव के आर्थिक बोझ को कम करने के लिए हमेशा तैयार रहेगा।’ कहा जा सकता है कि भारत ने उनकी उम्मीदें पूरी की हैँ। पड़ोसी देशों के भारत से छिटकने के इस दौर में यह एक स्वागत-योग्य घटनाक्रम है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोईजू की भारत यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में जारी कड़वाहट को दूर करने में सहायता मिली है। मोईजू ने राष्ट्रपति बनने के बाद एक राजनेता की तरह चुनावी सरगर्मी से विदेश नीति- खासकर भारत संबंधी नीति- को अलग करने की दिशा में ठोस प्रयास किए हैं। भारत सरकार...