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10-03-2025 Vol 19

madhya pradesh assembly election

मप्र चुनाव: टिफिन और टाइम टारगेट पर टिकिट

कुल मिलाकर स्थानीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक डिनर डिप्लोमेसी की महत्वता समय-समय पर प्रतिपादित हो चुकी है।

टिकट के लिए टिफिन बैठक जरूरी

विधानसभा चुनाव 2018 से सबक लेकर पार्टी 2023 के लिए किसी भी प्रकार की गलती नहीं करना चाहती इसलिए चौतरफा प्रयास कर रही है।

कोर ग्रुप में कसावट के लिए कसरत

प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस जमकर कसरत कर रहे हैं मंगलवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

भाजपा को मोदी और कांग्रेस को प्रियंका का सहारा

आगामी दिनों मोदी की जहां मालवा और निमाड़ में सभाएं होंगी, वही प्रियंका चंबल और विंध्य में हुंकार भरेंगी।

एमपी में चौहान नहीं तो विकल्प कौन

पेंच यहीं फँसा हुआ है। यही बजह है कि पार्टी चौहान पर अभी तक कोई फ़ैसला नहीं कर पा रही है।

पैटर्न बदलते चुनाव…

राजनीति में व्यापक परिवर्तन आया है पहले जैसी सहजता सरलता अब नहीं रही। अब मैनेजमेंट का युग है। इसका सबसे ज्यादा असर चुनाव पर पड़ा है।

मध्य प्रदेश का महासंग्राम जीतने मैराथन मंथन

विधानसभा चुनाव 2018 के परिणामों से सबक लेकर इस बार भाजपा प्रदेश में किसी भी प्रकार के ओवर कॉन्फिडेंस में नहीं रहना चाहती।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस एकजुट वही भाजपा बिखरी हुई!

विदेश से लौटते ही प्रधानमंत्री मोदी का मध्यप्रदेश दौरा बताता है कियहां का चुनाव वे ही लड़ेगे और अपने पुराने हिंदू- मुस्लिमएजेंडे पर ही।

तेवर वही तल्ख.. बदला अंदाज क्या बदलेगा माहौल..!

बूथ कार्यकर्ताओं के बीच 2024 का शंखनाद, चुनाव चिन्ह कमल पर मोहर लगवाना

सौगातों से सराबोर प्रदेश

कैसे भी हो सत्ता प्राप्ति के लिए हर वर्ग को खुश करने की कोशिश की जा रही है।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सभी दाव

सरकार बनने पर खजाना खोलने का ऐलान किया है। पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी हालांकि कर्नाटक में इसकी घोषणा नहीं हुई थी।

भाजपा में भाषणों से बोरियत, कांग्रेस में संवादों से रौनक…

अब तो जो भी आता है पार्टी को जिताने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को नसीहत और नुस्खे भरे भाषण देकर चला जाता है। सुनकर कान पक गए हैं।

प्रदेश में दिग्गजों के दौरे

आप पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंगरौली में आप पार्टी का मेयर जिताकर और उसको प्रदेश अध्यक्ष बनाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं...

प्रियंका गांधी के शंखनाद से कमल नाथ की वापसी

कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर कमल नाथ का कद चार दशक से गुलीवराना ही रहा है, लेकिन बावजूद इस के मध्यप्रदेश में कुछ बरस पहले तक वे सिर्फ़ छिंदवाड़ा...

माउथ पब्लिसिटी ने बदला माहौल… बदलेगी सल्तनत…!

मध्यप्रदेश में कर्नाटक की जीत से उत्साहित कांग्रेस के हौसले बुलंद तो भाजपा में ऑल इज वेल नहीं यह स्थिति काफी हद तक माउथ पब्लिसिटी के कारण बनी है.

जीतने के लिए जातियों की जमावट

प्रदेश में जातियों के जमावड़ा और चुनावी दृष्टि से उनकी जमावट करने के लिए राजनीतिक दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं

मप्र में 230 में से दो सौ सीट जीतने का टारगेट

भाजपा हर चुनाव में बड़ा लक्ष्य तय करती है। जैसे अभी मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने 230 में से दो सौ सीट जीतने...

इंदौर से चुनावी दौर

तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन के समापन हो चुका है और आज से इन्वेस्टर सम्मिट शुरू हो गई है।