Lok Sabha Speaker election

  • दूरियां मन में हैं

    सदन में एक तरफ जय हिंदू राष्ट्र, जय श्रीराम, डॉ. हेडगेवार जिंदाबाद जैसे नारे लगे, तो दूसरी तरफ जय संविधान, जय भीम और यहां तक कि जय फिलस्तीन की आवाजें भी बुलंद की गईं। इससे सदन में दिख सकने वाले नज़ारों का अंदाजा लगा है। संवैधानिक पदों के चुनाव में मुकाबला हो, इसमें कोई अप्रत्याशित या अवांछित बात नहीं है। किसी मंच पर परस्पर टकराने वाली विचारधाराएं मौजूद हों, तो अक्सर ऐसा होता है कि कुछ विचारों की प्रतिनिधि शक्तियां सिर्फ अपनी उपस्थिति या किसी अन्य विचार से असहमति जताने के लिए अपने उम्मीदवार करती हैं। 18वीं लोकसभा में कैसा...

  • पार्टियां स्पीकर से नहीं मतदाताओं से बचती हैं!

    लोकसभा चुनाव, 2024 के नतीजे आने के बाद से जिस एक पद को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हुई है वह स्पीकर का पद है। पहले दिन से कहा जाने लगा कि भाजपा को अकेले पूर्ण बहुमत नहीं मिला है इसलिए सहयोगी पार्टियां उस पर दबाव बनाएंगी और स्पीकर का पद मांगेंगी। कई दिन तक सुर्खियां छपती और दिखती रहीं कि चंद्रबाबू नायडू ने स्पीकर का पद मांगा है। मंत्री पद की संख्या या मंत्रालयों से ज्यादा स्पीकर की चिंता होती दिखी। अब भी कहा जा रहा है कि नायडू अपनी पार्टी का स्पीकर चाहते हैं या कम से कम यह...