Laxmi Pujan

  • दिवालीः जगमग अंधेरा!

    छोटी-छोटी बातें हैं लेकिन इन्हीं से तो दिवाली बड़ा त्योहार था। दिवाली तब साल का एक इंतजार था। तब दिवाली के बाद दिवाली का राम, राम सा था। अब राम के नाम पर अयोध्या में अहंकार का शो है। उसका यह प्रतिमान है कि देखो हमने इतने लाख दीये जलाए। और देखो, देखो हमने गिनीज बुक में रिकॉर्ड बनाया।...सवाल अपने आप है कि दिवाली की रात में हम रामजी की मर्यादा का उजाला फैला रहे हैं या अहंकार के अंधेरे का? हम लक्ष्मीजी का स्वागत उजियारे से करते हैं या दिल दिमाग में फैल रहे अंधकारों से? तब लाइटें नहीं...

  • प्रार्थना, कामना है महालक्ष्मी आए !

    हाल की सदियों में दीपावली ऐश्वर्य, सौभाग्य, समृद्धि और वैभव की अधिष्ठात्री देवी श्री महालक्ष्मी की आराधना, उपासना और स्तुति का पर्व बन गया है। दीपोत्सव के इस गौरवमयी पर्व में असंख्य दीपों की रोशनी में विष्णुप्रिया महालक्ष्मी का आह्वान किया जाता है। और अद्वितीय सौन्दर्य एवं आरोग्य की दाता श्री महालक्ष्मी के आगमन की कामना की जाती है। भारत में प्राचीन काल से कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन स्वर्णमयी लक्ष्मी देवी की आराधना- उपासना की  परिपाटी है। कार्तिक अमावस्या की तिथि को इसलिए आवाहन किया जाता है क्योंकि मान्यता है कि जिनके आगे घोड़े तथा पीछे रथ रहते...