Kerala

  • केरल में लेफ्ट का विवाद खत्म नहीं हो रहा

    केरल में डेढ़ साल बाद विधानसभा का चुनाव होना है और लोकसभा चुनाव में लेफ्ट मोर्चे के लगातार दूसरी बार बुरी तरह से हारने के बाद सभी वामपंथी पार्टियों के अंदर जो विवाद शुरू हुआ है वह खत्म नहीं हो रहा है। पहले सीपीआई के नेताओं ने विवाद शुरू किया। फिर एलडीएफ सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों ने विवाद किया और अब सीपीएम के अपने नेता और केंद्रीय समिति के सदस्य ईपी जयराजन ने विवाद खड़ा कर दिया है। हालांकि उन्होंने विवाद समाप्त करने का भी प्रयास किया है लेकिन ऐसा लग रहा है कि उन्होंने पलक्कड विधानसभा...

  • उपचुनाव की तारीख बदलने का कारण पर्याप्त नहीं

    चुनाव आयोग ने तीन राज्यों की 14 विधानसभा सीटों के उपचुनाव की तारीख बदल दी है। अब इन सीटों पर 13 नवंबर को नहीं, बल्कि 20 नवंबर को मतदान होगा। मतदान का कार्यक्रम तय करना और उसमें बदलाव करना चुनाव आयोग का विशेषाधिकार है। लेकिन उसने उपचुनाव में बदलाव का जो फैसला किया है और जिस तरह से चुनिंदा जगहों पर बदलाव किया गया है उससे सवाल उठ रहे हैं। एक तथ्य यह भी है कि चाहे हरियाणा में मतदान की तारीख बदलने का मामला हो या उपचुनाव के कार्यक्रम में बदलाव का मामला हो, दोनों में भाजपा काफी सक्रिय...

  • केरल में संघ की तीन दिन की बैठक शुरू

    तिरूवनंतपुरम। केरल के पलक्कड में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तीन दिन की सालाना समन्वय बैठक शुरू हो गई है। शनिवार, 31 अगस्त को सुबह नौ बजे बैठक शुरू हुई। इसमें आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष सहित संघ के अनेक पदाधिकार शामिल हुए। इस बैठक में भाजपा और संघ के बीच समन्वय और जाति गणना जैसे अहम सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होने वाली है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में भाजपा के नए अध्यक्ष के नामों पर भी चर्चा हो...

  • वायनाड भूस्खलन में मरने वालों का आंकड़ा 297 के पार, 206 अभी भी लापता

    वायनाड। वायनाड भूस्खलन (Wayanad Landslide) में शुक्रवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 297 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि 206 लोग अभी भी लापता हैं। केरल की अब तक की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा (Severe Natural Disaster) के चौथे दिन भी बचाव अभियान जारी रहा। विभिन्न बलों के अलावा स्थानीय लोगों से ली गई एक हजार से अधिक सदस्यीय बचाव टीम को नौ समूहों में बांटा गया है, जो लोगों की मदद करने और लापता लोगों की तलाश के लिए प्रयास कर रही है। भूस्खलन से सबसे अधिक प्रभावित चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पुंचिरीमाडोम क्षेत्र हैं। अब 190...

  • वायनाड की त्रासदी

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • वायनाड भूस्खलन : मृतकों की संख्या बढ़कर 159, बचाव अभियान तेज

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • Kerala: वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही, 60 की मौत, मलबे से 100 से ज्यादा निकाले गए

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • मानसून समय पर केरल पहुंचेगा

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल की लेफ्ट सरकार पर राहुल का हमला

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल, तमिलनाडु के राज्यपाल क्या सबक लेंगे?

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल में सिलसिलेवार धमाकों के बाद सर्वदलीय बैठक

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल के वायनाड में चमगादड़ों में निपाह वायरस की पुष्टि

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • दो मौतों के बाद कोझिकोड में निपाह वायरस का अलर्ट

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • खराबी के कारण ‘ओमान एयर’ की उड़ान कोझिकोड लौटी

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का निधन

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • प्रोफेसर का हाथ काटने में पीएफआई के छह सदस्य दोषी

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल में नौका पलटने से मछुआरे की मौत, तीन लापता

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • नशा मुक्त दुनिया बनाने का आह्वान: पिनराई विजयन

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • केरल में फर्जीवाड़े की आरोपी पूर्व एसएफआई नेता गिरफ्तार

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

  • देरी से भी केरल नहीं पहुंचा मॉनसून

    पर्यावरण विशेषज्ञ दशकों से चेतावनी दे रहे हैं कि उस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों- खासकर निर्माण कार्यों से प्राकृतिक संतुलन पर खराब असर पड़ा है। वैसे पश्चिमी घाट अकेला इलाका नहीं है, जो अनियोजित और अनियंत्रित निर्माण से खतरे में पड़ा है। केरल के वायनाड ज़िले में भूस्खलन से तकरीबन सवा सौ लोगों की जान चली गई। जख्मी और लापता लोगों पर ध्यान दें, तो हताहत व्यक्तियों की संख्या तीन सौ के करीब पहुंचती है। सोमवार और मंगलवार की रात हुए भूस्खलनों से वायनाड के चूरालमाला, मुंडाक्कई जैसे इलाकों में भारी तबाही मची। वायनाड इलाके में भूस्खलन पहले भी होते...

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