Karnatak politics

  • कर्नाटक सरकार की बदले की राजनीति

    कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इंतजार नहीं करती है। वह तत्काल हिसाब चुकता करती है। एक गैर सरकारी संगठन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके परिजनों के खिलाफ शिकायत की और आरोप लगाया कि धोखाधड़ी से मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण यानी मुडा से प्राइम जमीन ली गई है। इस आरोप में सिद्धारमैया के खिलाफ शिकंजा कसता दिखा तो तुरंत उस गैर सरकारी संगठन की ओर से याचिका देने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। स्नेहमयी कृष्णा याचिकाकर्ताओं में एक अहम चेहरा हैं। जब सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के फैसले को हाई कोर्ट...

  • कर्नाटक में कांग्रेस पलटवार की तैयारी में

    कर्नाटक में कांग्रेस के नेता मुश्किल में फंसे हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ मैसुर शहरी विकास प्राधिकरण यानी मुडा की जमीन के घोटाले का हल्ला मचा हुआ है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार को भी पांच एकड़ जमीन दिए जाने का विवाद शुरू हो गया है। इस बीच कहा जा रहा है कि कांग्रेस की राज्य सरकार पलटवार करने की तैयारी में है। वह भाजपा और उसकी सहयोगी जनता दल एस के कई नेताओं के खिलाफ आरोपों को आगे बढ़ाने और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की तैयारी में है। हालांकि यह नहीं कहा जा सकता है कि इसमें...

  • सिद्धरमैया घिरे, डीकेएस को फायदा संभव

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया बड़ी मुश्किल में घिरे हैं। हालांकि वे खुद और कांग्रेस पार्टी दोनों दावा कर रहे हैं कि आरोपों में कोई दम नहीं है लेकिन भाजपा सारे कागजात के साथ सामने आई है और उसका आंदोलन तेज हो सकता है। असल में सिद्धरमैया की पत्नी पार्वतीअम्मा को मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण, मुडा से जमीन मिली है। भाजपा का आरोप है कि गैरकानूनी तरीके से सीएम की पत्नी को जमीन दी गई है। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने दावा किया है कि उनके पास सेल डीड और रजिस्ट्रेशन के कागजात हैं। साथ ही और भी कई...

  • कर्नाटक में कांग्रेस के लिए मुश्किल फैसला

    कर्नाटक में कांग्रेस आलाकमान को बड़ा फैसला करना है। पिछले साल मई में चुनाव नतीजों के बाद बड़ी मुश्किल से डीके शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री बनने के लिए राजी किया गया। उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी दी गई। उस समय इस बात की भी चर्चा हुई थी कि सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार के बीच कांग्रेस आलाकमान ने बारी बारी से मुख्यमंत्री बनने का समझौता कराया है। यानी पहले ढाई साल सिद्धरमैया रहेंगे और उसके बाद शिवकुमार बनेंगे और जब तक डीके शिवकुमार सीएम नहीं बनेंगे तब तक प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। हालांकि सिद्धरमैया खेमे...

  • डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ीं

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • जेडीएस से भाजपा का तालमेल जारी!

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • देवगौड़ा परिवार में है बहुत झगड़ा

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • भाजपा को पता था फिर भी जेडीएस से तालमेल

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • ईश्वरप्पा पीछे हटने को तैयार नहीं

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • कर्नाटक की चिंता खत्म नहीं हो रही

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • ईश्वरप्पा और सदानंद गौड़ा दोनों नाराज

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • कर्नाटक में अस्मिता की राजनीति

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • जेडीएस को चार या पांच सीट

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • देवगौड़ा ने सब कुछ मोदी पर छोड़ा

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • वोक्कालिगा समुदाय को मोदी का बड़ा संदेश

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस का दावा

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • येदियुरप्पा और देवगौड़ा की कमान में चुनाव

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • भाजपा में येदियुरप्पा जैसा क्षत्रप कोई नहीं

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • कर्नाटक भाजपा में भी विवाद

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

  • येदियुरप्पा अपने बेटे को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं

    कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले डीके शिवकुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले साल मई में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने दावा किया कि राज्य की 28 में से 20 लोकसभा सीटें जीत कर वे कांग्रेस को देंगे। इसलिए ही उनको उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाए रखा गया था। लेकिन वहां कांग्रेस की सीटों की संख्या दहाई में नहीं पहुंची। वह सिर्फ नौ सीट ही जीत पाई। हालांकि एक से बढ़ कर नौ सीट पर पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि थी। इसके बावजूद डीके शिवकुमार निशाने पर आए हैं...

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