Saturday

19-04-2025 Vol 19

karnatak asseimbly election

भाजपा का भक्त वोट आधार बना रहा

कर्नाटक विधानसभा चुनाव का एक बड़ा संदेश यह है कि भाजपा अपने भक्त वोट नहीं गंवाती। चुनाव हार जाती है तब भी उसका वोट बना रहता है।

अदानी चिपका तो ब्राह्मणों पर ठीकरा!

कर्नाटक में भाजपा की दुर्दशा क्यों? इसके जवाब में मीडिया और मोदी-शाह के नैरेटिव में जातीय गणित है

मतदान शांतिपूर्ण, लेकिन कम वोटिंग

कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बुधवार को हुए मतदान में देर शाम तक 67 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं नेवोट डाले।

सबसे बुजुर्ग नेताओं ने सबसे ज्यादा प्रचार किया

दो साल पहले भाजपा ने उनको मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था लेकिन उन्होंने इस बार कर्नाटक चुनाव 80 सभाओं को संबोधित किया।

कर्नाटक में वोट से पहले भाजपा क्या-क्या नहीं कर रही!

कर्नाटक में आज (बुधवार, 10 मई को) मतदान हो रहा है। भाजपा घबराई हुई है।भाजपा एक-एक चुनाव का मतलब समझती है। आखिरी आखिरी तक लड़ती है।

मोदी मैजिक की कर्नाटक में हो रही परीक्षा

जिस तरह से कर्नाटक का चुनाव कांग्रेस आलाकमान के लिए परीक्षा है वैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी यह परीक्षा की तरह है।

खड़गे के बयान से भाजपा को मौका मिला

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए बयान से भाजपा को मौका मिल गया। कांग्रेस के खिलाफ हमला करने के लिए भाजपा मुद्दों की तलाश कर...

खड़गे का बयान, मोदी ने बनाया मुद्दा

मुझे कांग्रेस के लोगों ने 91 बार गालियां दीं। कांग्रेस ने इतनी मेहनत गुड गवर्नेंस में की होती तो यह दशा नहीं होती।

बदलती राजनीति, प्रमाण कर्नाटक!

हां, पहले जरा दिसंबर 2022 के गुजरात-हिमाचल चुनाव के माहौल को याद करें। फिर उसके बाद से कर्नाटक चुनाव के मौजूदा माहौल पर गौर करें तो क्या लगेगा नहीं...

भाजपा के पास मोदी और राहुल!

तभी कर्नाटक और इसके बाद के विधानसभा चुनावों, सन् 2024 के आम चुनाव सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी की नायक या खलनायक इमेज पर होगा।

चुनाव मैदान से बाहर भी तय होगा एजेंडा

कर्नाटक विधानसभा का चुनाव सिर्फ राज्य की भौगोलिक सीमा के दायरे में नहीं लड़ा जा रहा है। उससे बाहर भी एजेंडा तय करने की कोशिश हो रही है।