विरोधाभासों से विपक्ष को मुश्किल
Jharkhand Maharashtra election: एक देश के तौर पर तो यह बात ठीक है कि भारत विरोधाभासों वाला देश है, जिसके बारे में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने कहा था कि ‘विरूद्धों में सामंजस्य’ बैठाने वाला और ‘संस्कृतियों का समुच्चय’ है। परंतु जब कई संस्कृतियों वाली और विरोधी विचारों वाली पार्टियां सिर्फ राजनीतिक मजबूरी में एक साथ आ जाती है या गठबंधन बना लेती हैं तो उनके लिए राजनीति आसान नहीं होती है। विपक्षी पार्टियों का गठबंधन ‘इंडिया’ इसी तरह परस्पर विरोधी विचारधारा वाली पार्टियों का समुच्चय है, जिसकी वजह से हर चुनाव में मुश्किलें आती हैं। वैचारिक मुश्किल के साथ...