पाकिस्तानी सेना के समर्पण की पेंटिंग हटाने का विवाद
Indian army: वैसे तो भारतीय सेना ने अपनी असाधारण बहादुरी, अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान से देश को गर्व करने के अनेक मौके दिए हैं लेकिन अगर ...... देश में किसी साधारण व्यक्ति से भी पूछा जाए कि भारतीय सेना का सबसे गौरवशाली क्षण कौन सा था तो ज्यादातर लोगों का जवाब होगा, 1971 की लड़ाई, जिसके बाद बांग्लादेश का गठन हुआ था और पाकिस्तानी फौज के 96 हजार जवानों भारत के सामने समर्पण किया था। लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने पाकिस्तानी फौज के लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी के पिस्तौल रख कर सरेंडर करने की तस्वीर आज भी रोमांचित...