Saturday

01-03-2025 Vol 19

Tag: hindu

जो है वह कांग्रेस की देन!

मैं इन दिनों ‘जनसत्ता’, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय के अपने संस्मरण खंगालता हुआ हूं।

भागवत की बात का क्या मतलब है?

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कुछ समय पहले कहा था कि हर मस्जिद में शिवलिंग ढूंढने की जरुरत नहीं है।

नाजुक दौर में मुसलमान विवेक न छोड़े

भारत के मुसलमानों को चाहिये कि वे कट्टरपंथी और दहशतगर्दों से बचकर रहे। इतना ही नहीं इनको पकड़वाने और इनके हौसले नाकामयाब करने में सक्रिय हों।

बच्चे पैदा करने से ज्यादा जरूरी हिंदू बच्चों को भेड़ नहीं सत्यवादी इंसान बनाएं!

अपने सिन्हा साहब ने दिल्ली लौट पुश्तैनी प्रदेश के हाल बताए। लखनऊ के महानगर इलाके में उनके भाई-बंदों का घर है।

उपसंहारः मध्यकाल की ओर!

हम हिंदुओं की नियति है कि आगे बढ़ते हैं, फिर पीछे लौटते हैं। आधुनिकता की ओर कदम बढ़ाते हैं और पुरातन में लौटते हैं!

मुसलमान को धिम्मी बनाकर रखेंगे या धर्मांतरित करेंगे या मारेंगे?

कितना खराब है जो भारत ने संविधान में ‘सेकुलर’ रखा हुआ है और व्यवहार उस हिंदूपने का है, जिसमें न उद्देश्य मालूम है और न स्पष्टता और न बहादुरी...

संविधान में ‘सेकुलर’ और बगल में बुलडोजर!

आखिर भारत हिंदुओं का अपना घर, घरौंदा है। वे जो चाहेंगे वही होना चाहिए। खासकर तब जब हमें नरेंद्र मोदी, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, गिरिराज सिंह जैसे योद्धा और...

समस्या मुसलमान से नहीं  हिंदू ‘निरुद्देश्यता’ से है!

दुनिया भर में भटकते, खटकते, मरते हुए भी यहूदियों ने अपनी जिजीविषा में अपना बौद्धिक बल बनाए रखा। वे हम हिंदुओं की तरह कलियुगी बुद्धि में कलुषित नहीं हुए।

जिन्ना का सपना पूरा करना या भारत के टुकड़े?

हम हिंदू फड़ाफड़ा रहे हैं! इतिहास में लौट रहे हैं। और नरेंद्र मोदी हों या योगी आदित्यनाथ, कोई बूझ नहीं रहा है कि वे मनसा, वाचा, कर्मणा भारत के...

हम हिंदू क्या चाहते है?

क्या मुसलमान का भुर्ता बनाना हैं? उन्हे पालतू बनाना हैं? या आ बैल मुझे मार में 1947 से पहले के मुस्लिम डायरेक्ट एक्शन को न्योतना है? 

‘पंथनिरपेक्ष’ हमारा सनातन दर्शन!

इस 26 नवंबर को देश में 75वां संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संयुक्त सभा को संबोधित किया।

कनाडा में बढ़ती मुश्किलें

ऐसा लगता है कि हालिया घटनाओं की रोशनी में कनाडा और उसके साथी देशों में राय बनी है कि भारत का अंदरूनी सांप्रदायिक टकराव अब निर्यात होकर उनके यहां...

हिंदू 2014 में और 2024 में!

तब अच्छे दिनों का ख्याल था। अब बंटने और कटने का ख्याल है। तब भारत में मध्यम वर्ग मजबूत था अब जर्जर और घटता हुआ है।

उत्सवधर्मिता संकट में तो है!

धर्म, धार्मिकता का शोर कितना ही हो, लाईटें और दिखावा कितना ही हो परिवार में उत्सवधर्मिता का मजा वैसा नहीं है, जैसा पहले था।

कनाडा में मंदिर और हिंदू श्रद्धालुओं पर हमला

कनाडा में भारत विरोधी प्रदर्शनों के साथ साथ अब मंदिरों और हिंदू श्रद्धालुओं पर हमले भी तेज हो गए हैं। ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू सभा मंदिर में गए...

अगली दीवाली तक का प्रश्नपत्र

दीवाली आई। दीवाली चली गई। दीवाली फिर आएगी। दीवाली फिर चली जाएगी। पटाखों पर पाबंदी के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की हम ने कोई परवाह नहीं की।

अपना भी तआल्लुक है दिवाली से, तुम्हारे से !

दिवाली पर दिवाली के सिवा और क्या याद आता है? हालांकि समय बहुत खराब ला दिया है। दिवाली पर भी हिन्दू, मुसलमान कर रहे हैं।

गंगा-जमनी तहज़ीब से ही भला

मुझे अच्छे से याद है कि शायद ही कोई ऐसा स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्रता दिवस हुआ हो जब हमने सुबह सबसे पहले उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ान की शहनाई न सुनी...

भारत का ये दौर!

उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के एक प्राइवेट स्कूल में स्कूल के प्रबंधकों ने मिल कर दूसरी कक्षा के छात्र कृतार्थ की गला घोंट कर हत्या कर दी।

संस्कारों से ही बना होता है आचरण

वैदिक मतानुसार मनुष्य कर्म करने में स्वतंत्र है, परन्तु मनुष्य से इतर जीव-जन्तु कर्म करने में स्वतंत्र नहीं हैं। उनको जैसे-तैसे जीवन यापन करना पड़ता है।

कर्नाटक के मंगलुरू में सांप्रदायिक तनाव

कर्नाटक के मंगलुरू में सोमवार को मिलाद उन नबी के मौके पर दो संप्रदायों के बीच तनाव हो गए। कई जगह विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रदर्शन...

ज्ञानवापी में नमाज पर पाबंदी से इनकार

ज्ञानवापी के व्यास तहखाने की छत पर नमाजियों का प्रवेश रोकने और नमाज पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका वाराणसी की एक अदालत ने खारिज कर दी है।

बांग्लादेश जैसा होने का डर क्यों दिखाना

बहुसंख्यक आबादी के लोग अल्पसंख्यकों पर हमले कर रहे हैं। अगर ऐसा कुछ भारत में होगा तो क्या होगा? यहां बहुसंख्यक कौन है और उसमें भी कट्टरपंथी कौन है?

भारत की आजादी को किससे खतरा?

इसी सप्ताह भारत ने स्वतंत्रता दिवस मनाया। निसंदेह, यह अवसर जश्न मनाने के साथ आत्मचिंतन करने का भी है।

सरकार की जगह विहिप से बांग्लादेशी हिंदुओं को मदद!

यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि विश्व हिंदू परिषद ने बांग्लादेश के हिंदुओं की मदद का जिम्मा उठाया हुआ है।

कैसे बचे बांग्लादेशी हिंदू?

यह बात दिल-दिमाग को सचमुच बैचेन किए हुए है कि करनी शेख हसीना और नरेंद्र मोदी की लेकिन भरनी लाखों-लाख हिंदू परिवारों की, अपनी माटी में थर्राते हुए जीने...

तो भीतर घुस हिंदुओं को बचाएंगे?

भारत और नरेंद्र मोदी के प्रति बांग्लादेंशियों का गुस्सा और नफरत वहां रह रहे हिंदू आबादी की असुरक्षा है।

कृष्ण जन्मभूमि पर सुनवाई सही

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि और  शाही ईदगाह मस्जिद विवाद मामले में गुरूवार को कहा कि यह वाद सुनवाई योग्य है।

हरियाणा में हिंदू मुस्लिम नैरेटिव कितना चलेगा

लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदू मुस्लिम का बहुत नैरेटिव बनाया।

देश में अल्पसंख्यक कौन है?

यह यक्ष प्रश्न है कि भारत में अल्पसंख्यक कौन है? उसकी परिभाषा क्या है? उसका आधार क्या है, धार्मिक या भाषायी या कुछ और?

हिंदू वाले बयान पर विवाद

ये जो लोग अपने को हिंदू कहते है वे 24 घंटे हिंसा, हिंसा और नफरत, करते रहते है। आप हिंदू हो ही नहीं।

मोदी का हिंदू-मुस्लिम विमर्श बनवाया हुआ नहीं

विपक्षी दलों का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘हिंदू-मुसलमान’ कर रहे है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 10 वर्ष के लंबे कार्यकाल में कभी भी जाति या मजहब के...

मोदीजी मुसलमान छोड़ो! हिन्दू भाईयों का तो भला करो !

मोदी जी मुसलमानों से आपको क्या चाहिए बता दो! मगर हिन्दू भाईयों को तो परेशान करना बंद करो।

अब सिर्फ हिंदू-मुस्लिम नैरेटिव

अगले तीन चरण में खास कर पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार और झारखंड के संथाल परगना इलाके में, जहां चुनाव होना है वहां सिर्फ हिंदू मुस्लिम होना है।

चुनाव के बीच आबादी का विवाद

मुस्लिम आबादी करीब पांच फीसदी बढ़ गई है। इस आंकड़े के मुताबिक मुस्लिम आबादी जो आजादी के समय 9.84 फीसदी थी वह बढ़ कर 14.09 फीसदी हो गई है।

तुष्टिकरण की राजनीति से सावधान रहें

भारतीय लोकतंत्र को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाने वाली बुराइयों में एक बुराई तुष्टिकरण की राजनीति है।

बिना रस्म के हिंदू विवाह वैध नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू विवाह को लेकर एक अहम फैसला सुनाया है। सर्वोचच अदालत ने कहा है कि बिना रस्म के हिंदू विवाह वैध नहीं है।

शाक्तमत की शुरूआत और विकास

उसे ईश्वर की सहायक शक्ति अवश्य कहा गया है, किन्तु एकमात्र शाक्त मत में ही संसार की सर्वोपरि सत्ता एक नारी है।

सबको धार्मिक ध्रुवीकरण की चिंता

देश की राजनीति बुनियादी रूप से बदल चुकी है। सेकुलर राजनीति करने वाली पार्टियां भी धार्मिक ध्रुवीकरण की चिंता में फैसले कर रही हैं।

ज्ञानवापी के बाद अब भोजशाला के सर्वे का आदेश

इससे पहले वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा के शाही ईदगाह के भी सर्वेक्षण का आदेश अलग अलग अदालतों ने दिया था।

नफरत के नए-नए जुमले आ रहे है!

मंगलवार (5 दिसंबर) को आई.एन.डी.आई. गठबंधन के महत्वपूर्ण अंग द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) सांसद डीएनवी सेंथिल कुमार ने लोकसभा में हिंदी भाषी राज्यों को ‘गौमूत्र प्रदेश’ कहकर संबोधित किया।

धन्वंतरि जैसे ही थे वैद्य अश्विनी कुमार

प्राचीन चिकित्सकों में असाध्य रोग-दोष का शमन करने वाले प्रसिद्ध वैद्य अश्विनी कुमार का नाम सर्वाधिक प्राचीन है।

संघ-परिवार: हिन्दुओं का बंटाधार

यदि कोई 'भाजपा समर्थन' की कसम खाए हैं तो शौक से रहे, पर न भूले कि उस के भाई, संबंधी, सहकर्मी हिन्दुओं को भी ईश्वर ने विवेक और संविधान...

‘सनातन’ रहेगा सनातन!

बहस है ‘सनातन’ पर! सवाल है ‘सनातन’ के बहाने ‘हिंदू’ पर! भला ‘सनातन’ की परिभाषा क्या? कहा है इसका उद्गम? यह शब्द न तो वेद-उपनिषद् में है और न...

हिंदी और हिंदू प्रतीकों का इस्तेमाल बढ़ा

पिछले कुछ समय से सरकारी कामकाज में हिंदी और हिंदू प्रतीकों का इस्तेमाल बढ़ गया है।

बार-बार ‘हिंदू-मुसलमान’ करने वाले कौन?

रोज की समस्याओं से जनमानस का ध्यान भटकाकर, देश में बार-बार हिंदू-मुसलमान कौन कर रहा है? वास्तव में, यह विकृत विमर्श एक राजनीतिक उद्योग के रूप में गहरी जड़ें...

हम कितने-कैसे मूर्ख?

मनुष्य और उसकी भीड़ का पशुपना वह संकट है, जिससे मानव इतिहास मूर्खताओं से भरा पड़ा है।

सांप्रदायिकता एक सोच है या रणनीति?

तो इस क्रम में महत्त्वपूर्ण प्रश्न यह है कि आखिर एक दौर के बाद उनकी इस सोच को हिंदू समुदाय के एक बड़े हिस्से का समर्थन क्यों मिलने लगा?