Thursday

17-04-2025 Vol 19

gupshup coloumn

400-400 ही क्यों, 500 क्यों नहीं?

2004 में शाइनिंग इंडिया और अब विकसित भारत से 400 सीट का शोर इस बात का प्रमाण है कि ढोलबाजी में भाजपा का जवाब नहीं है।

बिहार, झारखंड में कांटे की लड़ाई

भारतीय जनता पार्टी 370 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिन राज्यों में पिछली बार का प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद कर रही है उनमें बिहार और झारखंड दोनों...

विपक्ष के गढ़ में क्या खिलेगा कमल?

यह भी अहम सवाल है कि क्या भाजपा किसी ऐसे राज्य में चुनाव जीत पाएगी, जहां इससे पहले वह कभी नहीं जीती है? Lok Sabha elections 2024

भीड़ में खोई जिंदगी!

मैं पंद्रह-बीस दिन भीड़ में खोया रहा। दिल्ली की भीड़, ट्रेन की भीड़, शादी की भीड़, एयरपोर्ट की भीड़! और ठंड-ठिठुरन, प्रदूषण, बदबू, बदहजमी, धुंध में ऐसा फंसा कि...

लिखना क्यों? सार्थक क्या?

अंग्रेजी पत्रकारों में भी तो नायनन, स्वामीनाथन अय्यर, शेखर गुप्ता, तवलीन, स्वप्नदास गुप्ता, प्रतापभानु मेहता, प्रभु चावला, बलबीर पुंज, जैसे मुश्किल से दर्जन भर पत्रकार होंगे जो दशकों से...

युवाओं की भीड़ का भदेस भारत!

अगर यह सवाल पूछा जाए कि भारत के पास सबसे ज्यादा या बहुतायत में क्या है तो जवाब मुश्किल नहीं होगा। दुनिया में भारत के पास अब सर्वाधिक आबादी...

मध्य वर्ग और ‘क्रिमी’ भीड की दशा!

भारत में शिद्दत से अवसरों का तलाशता, छटपटाता एक छोटा सा मध्यवर्ग है। इसमें वे लोग हैजो सरकारी नौकरी में है या पेंशन पाते है या संगठित क्षेत्र की...

बेतरतीब विकास और बीमार भारत

विकास के क्या मायने है? इसकी भारत में कभी भी व्यवस्थित धारणा नहीं रही है। सब कुछ बेतरतीब तरीके से हुआ है।