GDP

  • चमक पर ग्रहण क्यों?

    वित्तीय बाजारों की चमक ही एकमात्र पहलू है, जिस पर भारत के आर्थिक उदय का सारा कथानक टिका हुआ है। वरना, निवेश-उत्पादन-वितरण की वास्तविक अर्थव्यवस्था किसी कोण से चमकती नजर नहीं आती। अब वित्तीय बाजारों पर भी ग्रहण के संकेत हैं। अक्टूबर में विदेशी पोर्टपोलियो निवेशकों (एफपीआईज) ने भारतीय बाजारों से लगभग 94,000 करोड़ रुपये निकाल लिए। यह अभूतपूर्व है। इसके पहले किसी एक महीने में एफपीआईज ने इतनी बड़ी निकासी नहीं की थी। कोरोना महामारी ने जब दस्तक दी थी, तब मार्च 2020 में इन निवेशकों ने 61,973 करोड़ रुपये निकाले थे, जो अब तक का रिकॉर्ड था। ताजा...

  • विश्व बैंक ने विकास दर का अनुमान बढ़ाया

    नई दिल्ली। विश्व बैंक ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर का अनुमान बढ़ा दिया है। विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के जीडीपी विकास दर के अनुमान को 6.6 से बढ़ाकर सात  फीसदी कर दिया है। भारत में विश्व बैंक के निदेशक अगस्टे तानो कौमे ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष यानी 2023-2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी, जो सबसे तेज रही। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अभी भी अच्छी रफ्तार से बढ़ रही है। ऐसे में विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर...

  • यही तो मसला है

    अर्थव्यवस्था इस हद तक कैपेक्स पर निर्भर क्यों है? संकट के समय में आर्थिक हालात को संभालने के लिए यह रास्ता उचित माना जाता है। लेकिन सामान्य समय में भी यही तरीका बचा रहे, तो यही माना जाएगा सामान्य आर्थिक चक्र कमजोर हो चुका है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर में बड़ी गिरावट आई। उसके पहले वाली तिमाही में ये दर 7.8 प्रतिशत थी, जो अप्रैल-जून में 6.7 फीसदी रह गई। इसका कारण बताते हुए भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा- ‘यह गिरावट हमारी अपेक्षाओं...

  • अगस्त में एक लाख 75 हजार करोड़ जीएसटी मिली

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक महीने तक स्थगित रखने के बाद जीएसटी के आंकड़े जारी करने का सिलसिला फिर शुरू कर दिया है। एक सितंबर को सरकार ने अगस्त महीने का वस्तु व सेवा कर यानी जीएसटी वसूली का आंकड़ा जारी किया। इसके मुताबिक अगस्त में सरकार को जीएसटी के मद में 1,74,962 यानी करीब 1.75 लाख करोड़ रुपए मिले हैं। सालाना आधार पर इसमें 10% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल अगस्त में एक लाख 59 हजार करोड़ रुपए जीएसटी इकट्ठा किया गया था। बहरहाल, सरकार  आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में घरेलू कारोबार से सवा लाख करोड़ टैक्स...

  • पहली तिमाही में विकास दर 6.7 फीसदी रही

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • रिटेल सेक्टर में मंदी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • आर्थिक सर्वेक्षण: चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 6.5-7% की दर से बढ़ेगी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • प्रत्यक्ष टैक्स संग्रह में 21 प्रतिशत बढोतरी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • आरबीआई की बैलेंस शीट बनाम पाकिस्तानी जीडीपी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • विकास दर 8.2 फीसदी रही

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • जीडीपी आंकड़ों पर अविश्वास

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • बढ़ रही है बदहाली

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • खाने पीने की चीजें महंगी हुई पर महंगाई दर घटी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • कहानी का कुल सार

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • विषमता की ऐसी खाई

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • चुनाव बाद नीतीश निपटेंगे

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • अति-उत्साह में फजीहत

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • स्टार्ट-अप्स के सूखे स्रोत

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • कड़वे सच का सामना

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • गोल्ड क्यों चमक उठा?

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

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