deaf

  • सांकेतिक भाषा को प्रोत्साहन जरूरी

    विश्व बधिर संघ की स्थापना 23 सितम्बर 1951 को हुई। यह संघ 135 देशों के बधिर संगठनों से बना है, जो संसार के लगभग 7 करोड़ बधिर लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। बधिरों के मानवाधिकारों की पूर्ण प्राप्ति में सांकेतिक भाषा के महत्व पर लोगों की जागरूकता बढ़ाये जाने उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 23 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के रूप में घोषित किया है। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस 2018 वर्ष से शुरू हुआ। 23 सितम्बर- विश्व सांकेतिक भाषा दिवस आत्माभिव्यक्ति अर्थात अपनी बात प्रकट करने, अपना अर्थ सूचित करने के लिए श्रवणीय ध्वनि माध्यम में...