Monday

10-03-2025 Vol 19

congress political crisis

कांग्रेस क्षत्रपों की नई समस्या

congress rahul gandhi : कई राज्यों में चुनाव हारने के बाद अब कांग्रेस के सामने उत्तर से दक्षिण तक अपने क्षत्रपों को संभालने की समस्या खड़ी हो गई है।

कांग्रेस आलाकमान की मुश्किल

अगर आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का जोर अपनी पार्टी के नेताओं पर नहीं चल रहा है तो कांग्रेस आलाकमान का जोर भी अपनी पार्टी के प्रादेशिक...

कांग्रेस हरियाणा नहीं हारती तो 25 की शुरूआत अलग होती

अगर हरियाणा नहीं गंवाया होता तो महाराष्ट्र में भी सीन यह नहीं होता। और 2025 कांग्रेस बहुत उत्साह से शुरू करती।

नसीहत पर गौर करें

मुमकिन है, इसके पीछे प्रमुख कारण अडानी के खिलाफ राहुल गांधी के लगातार हमले और उनकी कुछ दूसरी नीतियां रही हों।

कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व पर कहां निर्भर?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की कार्य समिति की बैठक में कई अहम बातें कहीं।

कांग्रेस कोई सबक नहीं सीखती

एक तरफ देश की बदलती हुई राजनीति है तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है, जो कुछ भी सीखने के लिए तैयार नहीं दिख रही है।

कांग्रेस कोई लोक लिहाज नहीं दिखाती है

कांग्रेस के ऊपर किसी प्रादेशिक पार्टी की तरह परिवारवाद करने का आरोप लगता है लेकिन ऐसा लगता है कि कांग्रेस इसकी कोई परवाह नहीं करती है।

कांग्रेस (विपक्ष) के मूर्खों जमीन और भावनाओं की राजनीति करो!

लोगों की नजर में नरेंद्र मोदी की कला उतरती हुई और राहुल गांधी की चढ़ती हुई है।

कांग्रेस मुख्यालय कितना बिकाऊ?

यों भारत का राजनैतिक इतिहास हिंदुओं के बिकाऊ माल का सत्य लिए हुए है।

रोना बिसूरना बंद करे कांग्रेस

कांग्रेस कमाल की पार्टी हो गई है। चुनाव हारते ही वह इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम और चुनाव आयोग को कोसना शुरू कर देती है।

क्षत्रपों को काबू में कर पाएंगे राहुल?

कांग्रेस आलाकमान इन राज्यों के चुनाव की कमान सीधे अपने हाथ में लेकर अपने सर्व शक्तिमान होने का संदेश बनवा सकती है।

कांग्रेस में गुटबाजी को कौन रूकवाएगा?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा चुनाव नतीजों से मजबूत होकर उभरे हैं। कांग्रेस के अंदर भी उनके नेतृत्व की स्वीकार्यता बढ़ी है।

कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की चुनौती

बिना संगठन या बिना कैडर के कैसे पुनर्जीवित होगी? ध्यान रह हर बार जनता चुनाव नहीं लड़ती है। जनता ने एक बार चुनाव लड़ा दिया और अपने पैरों पर...

कांग्रेस में प्रभारियों से सवाल नहीं पूछे जाते

कांग्रेस पार्टी ने यह कमाल की सिस्टम बनाया है। वहां प्रभारियों से सवाल नहीं पूछे जाते हैं और न उन पर कोई कार्रवाई होती है।

दिल्ली में कांग्रेस कैसे चुनाव लड़ेगी?

लोकसभा चुनाव के बीच भी कांग्रेस का झगड़ा सुलझ नहीं रहा है। दिल्ली और उससे सटे हरियाणा से लेकर पंजाब और महाराष्ट्र तक पार्टी के आंतरिक झगड़े का असर...

लड़ाने वाले खुद लड़ रहे खंदक की लड़ाई

जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं दिग्गजों के क्षेत्र में बाहरी नेताओं की दस्तक भी बढ़ गई है और यह चुनाव इन नेताओं के लिए किसी खंदक की लड़ाई...

कांग्रेस को कमजोर बताना विपक्ष के लिए भी घातक

आम जनता के भीतर निराशा का भाव पैदा करने का दोष तमाम उन पार्टियों पर जाएगा, जो अपने को भाजपा विरोधी बताती हैं लेकिन कांग्रेस को कमजोर करने की...

गुलाम नबी, कमलनाथ जैसों का क्या ईमान-धर्म?

इतना तो 2019 में राहुल गांधी को नहीं मनाया गया था जितना कमलनाथ को कांग्रेस नेता ने अभी मना रहे हैं।कांग्रेसियों ने सारे दावे कर दिए है कि वे...

कांग्रेस में जिन्हे सब कुछ मिला वे छोड़ रहे!

आमतौर पर किसी नेता के पार्टी से नाराजगी का कारण यह होता है कि पार्टी ने उसे कुछ नहीं दिया। लेकिन कांग्रेस में इसका उलटा होता है। कांग्रेस में...

बिन सत्ता के नेता कैसे रहे कांग्रेस में?

मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़ी तो निशाने पर राहुल गांधी आए। समूचा सोशल मीडिया ऐसी पोस्ट से भरा है, जिसमें राहुल पर हमला किया गया है।

सब कुछ सीखा हमने… न सीखी… सच है… हम है…!

कांग्रेस का पराभव भी प्रारंभ हो गया, जिसका नेतृत्व एक विदेशी महिला सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी के पास है

कांग्रेस को सब नसीहत दे रहे हैं

पांच राज्यों में से चार में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है कि हर नेता उसको नसीहत दे रहा है। हर नेता उस पर...

कांग्रेस हमेशा गलत क्यों?

तभी सोचें, राहुल गांधी और उनके सलाहकारों की मूर्खता पर! कश्मीरी पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी की विरासत संभाले ब्राह्मण राहुल गांधी के ओबीसी खोमचे पर।

कांग्रेस चुनाव लड़ना सचमुच भूल गई है!

नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने भाजपा को चुनाव लड़ने की मशीनरी बना दिया है। और राजनीति में यह अच्छी बात है। ठिक दूसरी तरफ कांग्रेस चुनाव लड़ना भूल...

अराजनीतिक सलाहकारों,यू ट्यूबर्स आंकडेबाजों से डूब रही हैं कांग्रेस

यू ट्यूब पर आंकड़ों का विश्लेषण करने वाले पुराने सैफोलॉजिस्ट योगेंद्र यादव मिजोरम में कांग्रेस को बड़ी ताकत के तौर पर उभरता हुआ बता रहे थे।

कांग्रेस बैठाती है मैनेजरों को सिर पर!

कांग्रेस प्रशांत किशोर की लीक पर बने चुनावी मैनेजरों को ठेके देती है, उन्हें सिर पर बैठाती है और उन पर निर्भर हो कर एक के बाद एक चुनाव...

कांग्रेस का विभाजित नेतृत्व

चुनाव वाले राज्यों में कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या विभाजित नेतृत्व की है। कर्नाटक में भी कांग्रेस का नेतृत्व विभाजित था।