सीरियाः एक इस्लामिक प्रकाश स्तंभ?
सीरिया किसका होगा? वहां मची अफरातफरी का फायदा कौन-कौन उठाएगा? वहां की ज़मीन पर किसकी मर्जी चलेगी? ये कुछ सवाल हैं जिनका जवाब खोजने के लिए ज्ञानीजन, गुप्तचर संस्थाएं और पूरी दुनिया वहां के घटनाक्रम पर पैनी निगाहें रखे हुए हैं। इस टूटे-बिखरे देश की कुंडली में शायद यही सब लिखा है। यह देश अब स्वयं अपने लिए एक बोझ है। लेकिन सिर्फ अपना फायदा देखने वाली ताकतों के लिए यह एक जायजाद है, अपना प्रभुत्व कायम करने की जगह है। बशर अल-असद, जो सीरिया से भागकर मास्को पहुंच गए हैं, के अचानक तख्तापलट के बाद से सीरिया में कई...