आईपीएल 2025 का रोमांच चरम पर है और ऐसे में मुंबई इंडियंस ने वानखेडे स्टेडियम में शानदार प्रदर्शन कर अपने फैंस को जश्न मनाने का एक और मौका दिया है। हार्दिक पांड्या की अगुवाई में मुंबई इंडियंस ने लगातार दूसरी जीत दर्ज करते हुए प्लेऑफ की दौड़ में खुद को बनाए रखा है।
इस बार उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद को 4 विकेट से हराकर न सिर्फ दो की दो जीत दर्ज की, बल्कि सीजन में कुल तीसरी जीत हासिल की, जो इस कठिन सफर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकती है।
वानखेडे स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले को लेकर काफी उम्मीदें थीं, खासकर स्कोर को लेकर। क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने इस मैच को एक हाई स्कोरिंग थ्रिलर बताया था।
यहां तक कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने भविष्यवाणी कर दी थी कि इस मैच में आईपीएल इतिहास में पहली बार कोई टीम 300 का आंकड़ा पार कर सकती है। (हार्दिक पांड्या) वानखेडे की बल्लेबाजों के लिए मददगार पिच और सीमित बाउंड्री को देखते हुए यह कल्पना अतिशयोक्ति नहीं लग रही थी।
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मगर जैसे ही मुकाबला शुरू हुआ, दर्शकों की सभी उम्मीदों को बड़ा झटका लगा। सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी चरमराती नजर आई और वे 200 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके।
मुंबई के गेंदबाजों हार्दिक पांड्या ने बेहद अनुशासित और धारदार गेंदबाजी की, जिससे हैदराबाद की मजबूत मानी जा रही बैटिंग लाइन-अप ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
मुंबई की ओर से युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का शानदार तालमेल देखने को मिला। गेंदबाजों ने जहां शुरुआती झटके दिए, वहीं बल्लेबाजों ने संयम और आक्रामकता के मिश्रण से लक्ष्य को हासिल कर लिया।
कप्तान हार्दिक पांड्या की कप्तानी में टीम का आत्मविश्वास लौटता नजर आ रहा है, और यह जीत उनके नेतृत्व कौशल की एक झलक भी देती है।
दूसरी ओर, सनराइजर्स हैदराबाद के लिए यह हार काफी भारी पड़ी है। पिछले सीजन की फाइनलिस्ट टीम इस सीजन में अब तक पांच मुकाबले हार चुकी है, जिससे उनकी प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना को गहरा झटका लगा है। कप्तान पैट कमिंस की रणनीतियां और बल्लेबाजों की लचर प्रदर्शन अब सवालों के घेरे में हैं।
कुल मिलाकर, यह मुकाबला न सिर्फ अंक तालिका में बदलाव लेकर आया, बल्कि आईपीएल 2025 की तस्वीर को भी थोड़ा और साफ कर गया। मुंबई इंडियंस (हार्दिक पांड्या) की वापसी जहां टूर्नामेंट में नई जान डाल रही है, वहीं सनराइजर्स हैदराबाद के लिए हर अगला मुकाबला ‘करो या मरो’ जैसा होता जा रहा है।
हैदराबाद की विस्फोटक बल्लेबाज़ी रही फेल
आईपीएल 2025 के इस रोमांचक मुकाबले में हैदराबाद की मशहूर विस्फोटक बल्लेबाज़ी इस बार उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हेड की जोड़ी, जिसने पूरे सीज़न में चौकों-छक्कों की बरसात की है, इस बार रन बनाने के लिए संघर्ष करती नज़र आई। शुरुआती ओवरों से ही गेंदबाज़ों ने उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
अभिषेक शर्मा ने ज़रूर 40 रनों की जुझारू पारी खेली और कुछ बेहतरीन शॉट्स के जरिए टीम को तेज शुरुआत देने की कोशिश की। लेकिन ट्रेविस हेड (28 रन) पूरी पारी के दौरान लय में नहीं आ सके और उनका बल्ला बस गेंदों को रोकने तक ही सीमित रहा।
दोनों की धीमी शुरुआत का असर ये हुआ कि पावरप्ले में टीम ज्यादा फायदा नहीं उठा पाई और 10 ओवर के बाद स्कोर महज़ 75 रन तक पहुंच सका।
15 ओवर पूरे होने तक हैदराबाद का स्कोर 105 रन था, जो इस टीम की क्षमता के हिसाब से बेहद कम माना जाएगा। फिर मैदान पर उतरे हेनरिख क्लासन, जिन्होंने कुछ देर के लिए फॉर्म में लौटते हुए 37 रनों की तेज़ पारी खेली। खास तौर पर 18वें ओवर में उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए 21 रन कूट दिए और टीम को रफ्तार देने की कोशिश की।
मैच के आखिरी ओवर में तो मानो क्लाइमेक्स आ गया, जब हार्दिक पांड्या गेंदबाज़ी पर आए और हैदराबाद के बल्लेबाज़ों ने उन पर धावा बोल दिया। तीन गगनचुंबी छक्कों समेत कुल 22 रन इस ओवर में बने और इसी के दम पर टीम ने किसी तरह 162 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।
गेंदबाज़ी की बात करें तो विपक्षी टीम की ओर से विल जैक्स सबसे सफल गेंदबाज़ रहे। (हार्दिक पांड्या) उन्होंने अपनी धारदार गेंदबाज़ी से हैदराबाद की बल्लेबाज़ी को रोकने में अहम भूमिका निभाई और 2 महत्वपूर्ण विकेट अपने नाम किए।
कुल मिलाकर, हैदराबाद की यह पारी उनके नाम के अनुरूप विस्फोटक नहीं रही। ओपनिंग जोड़ी की धीमी शुरुआत, मिडल ऑर्डर की छिटपुट कोशिशें, और अंतिम ओवरों में मिली रफ्तार—यही रही इस पारी की कहानी।
हार्दिक पांड्या ने दिलाई शानदार जीत
वानखेड़े स्टेडियम की रौनक और दर्शकों की गगनभेदी आवाजों के बीच एक बार फिर मुंबई की टीम ने दिखा दिया कि क्यों उन्हें सबसे खतरनाक टीमों में गिना जाता है। (हार्दिक पांड्या) इस मुकाबले में मुंबई के बल्लेबाजों ने एकजुट होकर ऐसा प्रदर्शन किया कि विरोधी टीम के गेंदबाज़ों की रणनीतियाँ धराशायी हो गईं।
जवाबी पारी की शुरुआत ही तूफानी अंदाज़ में हुई। सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने मैदान में उतरते ही अपने इरादे जाहिर कर दिए। उन्होंने मात्र कुछ ही गेंदों में 3 गगनचुंबी छक्के लगाकर वानखेड़े में मौजूद फैंस को झूमने पर मजबूर कर दिया।
हालांकि, रोहित एक बड़ी पारी की ओर बढ़ते हुए 26 रन पर आउट हो गए और एक बार फिर प्रशंसकों को उनसे लंबी पारी की उम्मीद अधूरी रह गई।
रोहित के आउट होने के बाद मोर्चा संभाला रायन रिकलटन ने। उन्होंने 31 रनों की तेज़ तर्रार पारी में कुछ बेहतरीन और आक्रामक शॉट्स खेले, जिससे टीम का रनरेट बना रहा।
इसके बाद आए सूर्यकुमार यादव, जिन्होंने हमेशा की तरह अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से मैदान का माहौल और गर्म कर दिया। (हार्दिक पांड्या) उन्होंने 26 रन बनाते हुए चौकों और छक्कों की झड़ी लगा दी।
दूसरे छोर से विल जैक्स ने भी जिम्मेदारी भरी पारी खेली। उन्होंने 36 रन बनाते हुए न सिर्फ एक छोर संभाले रखा बल्कि टीम के स्कोरबोर्ड को भी निरंतर आगे बढ़ाया।
हालांकि, विपक्षी टीम के कप्तान पैट कमिंस ने एक बार फिर अपनी गेंदबाज़ी का जादू दिखाते हुए 3 अहम विकेट चटकाए और अपनी टीम को मुकाबले में वापस लाने की कोशिश की।
उन्होंने सूर्यकुमार यादव और विल जैक्स जैसे खतरनाक बल्लेबाज़ों को आउट कर उम्मीदें जगाईं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
अंतिम ओवरों में हार्दिक पांड्या (21) और तिलक वर्मा (17) ने सूझबूझ के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए जीत की ओर बढ़ते कदमों को थामे रखा और टीम को एक यादगार जीत दिला दी।
इस जीत ने न केवल मुंबई को अंक तालिका में मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि जब उनके बल्लेबाज़ एकजुट होकर खेलते हैं, तो किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण के लिए उन्हें रोक पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। (हार्दिक पांड्या) वानखेड़े में मुंबई के इस प्रदर्शन को देखकर हर क्रिकेट प्रेमी का दिल जीत गया।