प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागपुर गए और करीब चार घंटे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के मुख्यालय केशल कुंज में रहे। इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। माधव नेत्रालय के नए विस्तारित भवन की आधारशिला रखी तो संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने माधव राव सदाशिव राव गोलवलकर, ‘गुरुजी’ को भी श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने भाषण भी दिया और संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात भी की।
सरकार के एजेंडे या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति या भाजपा की आगे की राजनीति को लेकर वहां नरेंद्र मोदी और संघ के प्रमुख मोहन भागवत की बीच कोई बातचीत हुई या नहीं, इस बारे में कोई खबर नहीं है। लेकिन उसके बाद जो बयान आए हैं, उनसे दो बातें स्पष्ट हो गई हैं। एक, नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने रहेंगे। उनके ऊपर 75 साल की उम्र सीमा लागू नहीं होगी और दूसरी, संभाजीनगर के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र बनी रहेगी और राज्य सरकार उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने मोदी को भाजपा का पिता कहा और इस बात पर जोर दिया कि पिता के रहते उत्तराधिकारी की चर्चा नहीं होती है। फड़नवीस ने कहा कि पिता के रहते उत्तराधिकारी की चर्चा मुगल संस्कृति में होती है। सो, फड़नवीस के हिसाब से मोदी ‘मैन ऑफ द फैमिली’ हैं, पिता हैं और वे प्रधानमंत्री बने रहेंगे। गौरतलब है कि मोदी इस साल 17 सितंबर को 75 साल के हो रहे हैं। यह पहले से लग रहा था कि जिस 75 साल के सिद्धांत के आधार पर भाजपा के कई पुराने नेता रिटायर हुए वह मोदी पर लागू नहीं होगा। अब फड़नवीस की बातों ने इस पर मुहर लगा दी है।
प्रधानमंत्री मोदी की नागपुर यात्रा के बाद दूसरी अहम बात यह हुई है कि खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र बनी रहेगी। संघ के वरिष्ठ नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा है कि औरंगजेब की मृत्यु वहां हुई थी इसलिए कब्र वहां बनी और वही रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि औरंगजेब में जिसकी आस्था है वह वहां जाए उसमें भी कोई दिक्कत नहीं है। यह बात संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के बाद नंबर दो पदाधिकारी दत्तात्रेय होसबाले ने भी कही थी। लेकिन तब इस पर सरकार की प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है कि औरंगजेब की कब्र के बारे में हम कुछ भी सोचें, वह कब्र कानून के जरिए संरक्षित है और इसलिए राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। इस तरह औरंगजेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद को विराम दे दिया गया है।
Also Read: इस अनोखे मंदिर में नवरात्रि में डायन की होती है पूजा, सूनी गोद भी भरती है परेतिन माई…….
Pic Credit : ANI