भारत के लिए ऐसा लग रहा है कि कनाडा नया पाकिस्तान बन रहा है। कनाडा के साथ उसी तरह तनाव बढ़ रहा है, जैसे किसी जमाने में पाकिस्तान के साथ बढ़ा था। हालांकि पाकिस्तान पड़ोसी है और कनाडा व भारत के बीच 10 हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी है। दोनों की सीमा भले नहीं लगती है लेकिन विवाद उसी तरह से बढ़ रहा है। कनाडा ने भारत सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने एक सिख नेता की हत्या कराई। ट्रुडो ने संसद में कहा कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में भारत सरकार के एजेंटों ने सिख नेता हरदीप सिंह निज्झर की हत्या की। यह आरोप लगाते हुए कनाडा ने भारत के एक वरिष्ठ राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दे दिया। उसके तुरंत बाद भारत ने भी कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को देश छोड़ने के लिए कहा है। उनको पांच दिन का समय दिया गया है देश छोड़ने के लिए।
असल में पिछले दिनों जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रुडो भारत आए थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बातचीत में कनाडा में सिख चरमपंथियों की गतिविधियों को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने भी कहा था कि वे इसे देखेंगे। अब ट्रुडो ने कहा है कि उन्होंने मोदी से बातचीत में सिख नेता की हत्या का मुद्दा उठाया था। बहरहाल, बताया जा रहा है कि कनाडा का प्रतिनिधिमंडल भारत में हुए बरताव से आहत था। असल में ट्रुडो के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बात दोपक्षीय शिखर वार्ता नहीं थी, बल्कि अनौपचारिक वार्ता की श्रेणी वाली थी। तभी विमान खराब होने की वजह से दो दिन नई दिल्ली में अटके रहे ट्रुडो ने भारत से लौटने के बाद पंजाबी मूल के दो सांसदों को अपना संसदीय सचिव नियुक्त किया। रणदीप सिंह सेराय और मनिंदर सिद्धू को ट्रुडो ने संसदीय सचिव बनाया। अब उन्होंने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए राजनयिक को निकाला है।