पार्टी के नेता मानें या न मानें लेकिन कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी के बीच बातचीत चल रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी बार बार इसका संकेत दे रहे हैं। वे अकबरूद्दीन ओवैसी के साथ लंदन गए थे और वहां से नदियों की सफाई और उनके पुनरुद्धार का आइडिया लेकर आए हैं। इन दोनों की मुलाकात के समय भी सवाल उठे थे। अब फिर रेवंत रेड्डी ने सीनियर औवैसी की तारीफ की है। हैदराबाद में ओल्ड सिटी मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े एक कार्यक्रम में रेवंत रेड्डी ने असदुद्दीन ओवैसी की जम कर तारीफ की है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि ओवैसी जब बोलते हैं तो सिर्फ मुसलमानों के बारे में नहीं बोलते हैं, बल्कि देश के 140 करोड़ लोगों के बारे में बोलते हैं।
सोचें, कांग्रस के नेता ओवैसी को भाजपा की बी टीम बताते रहे हैं और हमेशा कहते रहे हैं कि वे देश भर में चुनाव लड़ने चले जाते हैं, जिसका फायदा भाजपा को होता है। अब कांग्रेस के नेताओं ने इस तरह के बयान बंद कर दिए हैं। ऐसा लग रहा है कि दोनों के बीच किसी तरह की सहमति बन रही है। असल ओवैसी की पार्टी का खतरा सिर्फ हैदराबाद या तेलंगाना में नहीं है। वे जहां भी उम्मीदवार उतारते हैं वहां कुछ न कुछ वोट उनको मिलता है। बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक वे विपक्षी गठबंधन की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि कांग्रेस के जानकार नेताओं का कहना है कि उनके साथ कोई तालमेल नहीं होगा लेकिन रणनीतिक सहमति बन सकती है। तभी इस बार के लोकसभा चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि ओवैसी अपने विस्तार के अभियान को विराम देते हैं या नहीं और अगर सचमुच भाजपा उनका इस्तेमाल करती थी इस बार क्या होता है?