प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मिल सकते हैं। अगर दोनों के बीच दोपक्षीय वार्ता नहीं होती है तब भी दोनों का आमना सामना होगा। अगले हफ्ते थाईलैंड में बिम्सटेक की बैठक में दोनों की मुलाकात होगी।
दोपक्षीय वार्ता को लेकर दोनों तरफ से बातें हो रही हैं। इस बीच तीन दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर मोहम्मद यूनुस को एक आत्मीय चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने लिखा कि दोनों देशों का साझा इतिहास है और संबंधों की बुनियाद बलिदान है। प्रधानमंत्री ने आपसी संवेदनशीलता का ध्यान रखते हुए मिल कर काम करने का महत्व भी इस पत्र के जरिए बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार को समझाया।
इस बीच खबर आई है कि बांग्लादेश की सरकार अडानी समूह का बकाया पैसा भुगतान करने के लिए तैयार हो गई है, बल्कि उसने भुगतान शुरू कर भी दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश सरकार ने चार सौ करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है।
अडानी पावर प्लांट से बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति शुरू
हालांकि बकाया अब भी बहुत बड़ा है लेकिन इसके लिए एक टाइमलाइन तय कर दी गई है। बकाए का भुगतान शुरू होते ही अडानी समूह ने झारखंड के गोड्डा में स्थित अपने पावर प्लांट से बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि गर्मी बढ़ते ही बांग्लादेश की सरकार को लगा कि अब बिजली आपूर्ति के बगैर काम नहीं चलेगा।
इसलिए उसने भुगतान शुरू किया और बिजली की आपूर्ति चालू हुई। इस घटनाक्रम के बीच गौतम अडानी शुक्रवार, 28 मार्च को झारखंड के दौरे पर गए, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की।
Also Read : न्यायपालिका का सम्मान कैसे बचा रहे?
Pic Credit : ANI