नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के प्रचार में आरक्षण को लेकर चल रही बहस के बीच राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत आरक्षण के समर्थन में उतरे हैं। उन्होंने रविवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में कहा कि जब तक जरुरत है तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ खास वर्गों को दिए जाने वाले आरक्षण का संघ ने कभी भी विरोध नहीं किया है। असल में भाजपा का समर्थन करने के आरोप में हाल ही में कांग्रेस से निकाले गए नेता प्रमोद कृष्णम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। इस पर राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है।
गौरतलब है कि आरक्षण को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों के बीच जबरदस्त बहस चल रही है। कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों का कहना है कि भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार में आएगी तो संविधान बदल कर आरक्षण खत्म कर देगी। दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस सरकार में आ गई तो वह एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीन कर मुसलमानों को दे देगी। इस तरह दोनों गठबंधन आरक्षण बचाने के मुद्दे पर प्रचार कर रहे हैं लेकिन विपक्षी पार्टियों के प्रचार ने भाजपा की नींद उड़ाई है क्योंकि 2015 में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण की समीक्षा का बयान दिया था, जिसके बाद भाजपा बिहार का चुनाव हार गई थी।
बहरहाल, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को हैदराबाद में कहा- जब मैं यहां आया तो एक वीडियो वायरल किया जा रहा था कि आरएसएस आरक्षण के खिलाफ है। हम इस बारे में बाहर बात नहीं कर सकते। अब यह पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने कहा- संघ शुरू से ही संविधान के अनुसार सभी आरक्षणों का समर्थन करता रहा है। गौरतलब है कि मोहन भागवत ने पिछले साल सितंबर में भी नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।
भागवत ने पहले कहा था- समाज में भेदभाव मौजूद है, भले ही वह दिखता न हो। हमने साथी मनुष्यों को सामाजिक व्यवस्था के तहत पीछे रखा। उनकी जिंदगी जानवरों जैसी हो गई, फिर भी उनकी परवाह नहीं की। ये सब दो हजार साल तक जारी रहा। जब तक हम उन्हें समानता प्रदान नहीं करते, तब तक कुछ विशेष उपाय करने होंगे और आरक्षण उनमें से एक है। इसलिए हम संविधान में दिए गए आरक्षण को पूरा समर्थन देते हैं। इसके लिए हम जैसे लोगों को अगले दो सौ साल तक कुछ परेशानी क्यों नहीं झेलनी चाहिए।
इससे पहले राहुल गांधी ने प्रमोद कृष्णम के वीडियो का हवाला देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- भाजपा नेताओं और नरेंद्र मोदी के करीबियों के बयानों से अब साफ हो गया है कि उनका उद्देश्य संविधान बदल कर देश का लोकतंत्र तबाह कर देना है। वे दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण छीन कर देश चलाने में उनकी भागीदारी खत्म करना चाहते हैं, लेकिन संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए कांग्रेस चट्टान की तरह भाजपा की राह में खड़ी है। जब तक कांग्रेस है, वंचितों से उनका आरक्षण दुनिया की कोई ताकत नहीं छीन सकती। हालांकि प्रमोद कृष्णम ने वीडियो पर सफाई देते हुए कहा कि यह वीडियो एक साल पुराना 24 सितंबर 2023 का है, जब वे कांग्रेस में थे। उन्होंने यह भी कहा कि आधा अधूरा भाषण वायरल किया जा रहा है।