तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग में अब तीन आतंकवादी संगठन एक हो गए हैं। ईरान ने इन संगठनों को एकजुट किया है। लेबनान का आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह, फिलस्तीन इस्लामिक जिहाद और हमास एकजुट हो गए हैं। ईरान की पहल पर तीनों संगठनों के नेताओं की बेरूत में मुलाकात हुई। इस मुलाकात गाजा और वेस्ट बैंक में हो रहे इजराइली हमलों को रोकने पर चर्चा हुई।
‘यरुशलम पोस्ट’ के मुताबिक- इस बैठक को ईरान के मंसूबों की कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। ईरानी मीडिया ‘अल-मयादीन’ के मुताबिक, इस बैठक से तीनों संगठनों के बीच बढ़ता कोऑर्डिनेशन दिख रहा है। दरअसल, ईरान कई सालों से चाहता था कि तीनों संगठन मिलकर इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दें। अब ऐसा ही कुछ हो भी रहा है। गौरतलब है कि हमास ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया। अगले दिन आठ अक्टूबर को लेबनान की तरफ से भी हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रॉकेट दागे और फिलस्तीन इस्लामिक जिहाद ने भी रॉकेट से हमले किए।
बहरहाल, बेरूत में हुई बैठक के बाद हिजबुल्ला ने कहा है- तीनों संगठनों के बीच समन्वय जारी रखने पर सहमति बनी है। हमने जीत हासिल करने पर भी चर्चा की है। ईरान इस ग्रुप को एक्सेस ऑफ रेजिस्टेंस कहता है। हिजबुल्ला ने कहा- एक्सेस ऑफ रेजिस्टेंस इजराइल के क्रूर हमले रोकने की प्लानिंग कर रहा है। हम एक दूसरे से फॉलो-अप ले रहे हैं। जंग की पूरी स्थिति पर भी बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। ‘यरुशलम पोस्ट’ ने यह भी कहा है कि इजराइल पर हमले से पहले ईरान और तीनों संगठनों के लीडर्स की बैठक हुई थी।
दूसरी ओर अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने हमास और हिजबुल्लाह के सीनियर अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि ईरान के सुरक्षा अधिकारियों ने इजराइल पर हमले की प्लानिंग में हमास की मदद की थी। इसके बाद उन्होंने दो अक्टूबर को बेरूत में एक बैठक में हमले के लिए हरी झंडी दे दी थी।