नई दिल्ली/श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए को सौंपी गई है। एनआईए ने इस मामले में रविवार को मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है। एजेंसी ने चश्मदीदों से पूछताछ भी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि एनआईए ने शुरुआती जांच से मिले सबूतों और चश्मदीद गवाहों के बयानों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। एनआईए ने जम्मू में मुकदमा दर्ज किया है।
आरंभिक तौर पर एनआईए की अलग अलग टीमों ने महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के पीड़ितों परिवार के सदस्यों के बयान लिए हैं। एनआईए ने कहा है कि हमले की शुरुआती जांच से ऐसा लग रहा है कि इसमें शामिल आतंकवादियों की संख्या पांच से सात हो सकती है। अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों को कम से कम दो स्थानीय यानी कश्मीरर आतंकवादियों ने भी मदद की थी, जिन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग मिली थी।
गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियां हमले में शामिल होने के शक में तीन आतंकियों के स्केच जारी कर चुकी हैं। ये तीनों आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा पाकिस्तान के हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकियों की सूचना देने वाले को 20-20 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। बहरहाल, आईजी, डीआईजी और एसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में कई टीमें बनाई गई हैं। पूछताछ के साथ साथ एनआईए पहलगाम की बैसरन घाटी पहुंच कर घटनास्थल की भी जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि बैसरन घाटी में आतंकियों के घुसने और बाहर निकलने वाली जगहों की तलाश की जा रही है। इस दौरान फोरेंसिक टीम की सहायता भी ली जा रही है।