नई दिल्ली। दसवां रायसीना डायलॉग सोमवार को दिल्ली में शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने सम्मेलन के मुख्य अतिथि के तौर पर इसे संबोधित किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि भारत को हिंद प्रशांत क्षेत्र में अहम भूमिका निभानी है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश न्यूजीलैंड हिंद प्रशांत में अपने हितों के लिए भारत जैसे साझेदारों की ओर देख रहा है।
इस साल के रायसीना डायलॉग में अमेरिका की खुफिया एजेंसियों के नेटवर्क की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड, यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा और कई अन्य देशों के वरिष्ठ राजनयिक शामिल हो रहे हैं। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन यानी ओआरएफ और विदेश मंत्रालय की ओर से होने वाला यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही उथल पुथल, खासकर रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच हो रहा है। तीन दिन का यह सम्मेलन 19 मार्च तक चलेगा। इस बार के सम्मेलन में 125 देशों के साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग शामिल हो रहे हैं।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपने भाषण की शुरुआत चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के लिए बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा, ‘भारत को हिंद प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। न्यूजीलैंड हिंद प्रशांत में अपने हितों के लिए भारत जैसे साझेदारों की ओर देख रहा है। हम एक ऐसे हिंद प्रशांत क्षेत्र में रहना चाहते हैं, जहां देश मुक्त होकर अपना रास्ता चुनने के लिए आजाद हों, जहां कोई भी देश हावी न हो’।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘भारत जैसे देश विश्व को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, उन्हें वैश्विक नीति निर्माताओं की बैठक में जगह मिलना चाहिए’। बाद में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री के भाषण के लिए शुक्रिया कहा। जयशंकर ने कहा कि आज के ग्लोबल ऑर्डर में अलग ढंग से सोचने और रचनात्मक हल निकालने की जरूरत है।
इससे पहले भारत के दौरे पर आए न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से औपचारिक मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री का नई दिल्ली में स्वागत करना बेहद खुशी की बात है। यह भी उतनी ही खुशी की बात है कि ऐसे युवा और ऊर्जावान नेता इस साल रायसीना डायलॉग में मुख्य अतिथि होंगे।