नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस बार थोड़ी देरी से पहुंचा लेकिन अब यह बहुत तेजी से देश के ज्यादातर हिस्सों में पहुंच गया है। यह पूर्वोत्तर के अलावा सभी उत्तरी और उत्तर पश्चिमी राज्यों में पहुंच गया है। करीब 80 फीसदी इलाकों में मॉनसून पहुंच गया है। मॉनसून की बारिश के साथ ही कई राज्यों में बड़ा नुकसान होने की खबरें भी आ रही हैं। दो राज्यों में भारी बारिश से भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। अब तक मॉनसून की बारिश से जुड़ी घटनाओं में अलग अलग राज्यों में 33 लोगों की मौत हो चुकी है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिमी राज्यों में 24 घंटे में सामान्य से दो से 12 गुना तक अधिक बारिश हुई है। मॉनसून पंजाब और गुजरात में और आगे बढ़ा है। देश के पूर्वी, मध्य, उत्तर पश्चिम व पश्चिमी राज्यों में पांच दिन मॉनसून सक्रिय रहेगा। बताया गया है कि अगले 24 घंटे में 24 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। दो दिन में बारिश और भूस्खलन जैसी घटनाओं से आठ राज्यों में 33 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे ज्यादा नौ हिमाचल प्रदेश में, छह मुंबई में, छह राजस्थान में और दो-दो हरियाणा और पंजाब में हुईं।
मंगलवार को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में उफनती नदी में 16 और 17 साल के भाई-बहन बह गए। छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हुई। दिल्ली में करंट लगने से एक महिला की जान गई है। हिमाचल के मंडी जिले में 48 घंटे में भूस्खलन की दो घटनाएं हुईं। इसके चलते चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-21 दो जगहों पर घंटों बंद रहा। इस रूट पर लगा जाम 20 घंटे बाद खुला। अब भी इस इलाके में कई रोड बंद हैं। मौसम विभाग ने राज्य में अगले पांच दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।