कोलकाता। मालदा के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस शनिवार को मुर्शिदाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की। राज्यपाल वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों से परिजनों से मिले। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को फोन नंबर उपलब्ध कराया गया है, जिससे लोग उनसे सीधे बात करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें। राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी मुर्शिदाबाद पहुंची।
पश्चिम बंगाल के भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा, ‘मुर्शिदाबाद में जो हुआ वह आंखें खोलने वाला था। जिहादी सनातनी लोगों के घर, दुकानें और मंदिर जला रहे हैं। क्या यह सीरिया, अफगानिस्तान या पाकिस्तान है’? पॉल ने जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी की मांग की। उन्होंने कहा, ‘लोगों को पता होना चाहिए कि वास्तव में क्या हुआ था और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इसमें क्या भूमिका थी’।
बहरहाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से दौरा स्थगित करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था, ‘मैं गैर स्थानीय लोगों से अनुरोध करूंगी कि वे अभी मुर्शिदाबाद का दौरा न करें। राज्यपाल से कुछ और दिन प्रतीक्षा करने की अपील करूंगी’। इसमें भी ममता बनर्जी ने स्थानीय और बाहरी का मुद्दा बनाने का प्रयास किया। लेकिन राज्यपाल नहीं माने और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंच गए।