नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे हफ्ते में भी विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी है। गुरुवार, पांच दिसंबर को विपक्षी सांसद काली जैकेट पहन कर संसद पहुंचे और उन्होंने अडानी के मसले पर हंगामा किया। संसद भवन के मकर द्वार के सामने प्रदर्शन करने और नारे लगाने वालों में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थीं। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है कि वह संसद चलाना चाहती है लेकिन असल में वह संसद नहीं चलाना चाहती है।
अडानी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा- आप कभी इन्वेस्टीगेशन कराओगे? आप करा सकते हो अपना ही इन्वेस्टीगेशन? मोदी जी, अडानी जी की जांच नहीं करा सकते। क्योंकि मोदी, अडानी की जांच कराएंगे तो अपनी ही जांच कराएंगे। मोदी और अडानी दो नहीं, एक हैं। गौरतलब है कि संसद सत्र के ठीक पहले खबर आई थी कि अमेरिका की अदालत में अडानी के खिलाफ घूस देने और फ्रॉड करने के आरोप लगे हैं। इसे लेकर विपक्ष पहले दिन से हंगामा कर रहा है।
बहरहाल, गुरुवार को संसद परिसर में कांग्रेस नेता और असम से सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है। वे संसद नहीं चलाना चाहते। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा- राहुल गांधी देश में शांति कायम करना चाहते हैं। पीएम मोदी ने जिस तरीके से मणिपुर में आग लगाई, वैसे ही संभल में आग लगाना चाहते हैं। राहुल गांधी को संभल जाने से रोका गया।
दूसरी ओर विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने लोकसभा में कहा- जहां तक जीरो अवर का सवाल है, स्पीकर सर ने कहा था कि उनकी और इधर वालों दोनों की बात सुनेंगे। लेकिन वे रंग बिरंगे कपड़े पहनकर सदन में आए। जो नियम बनाया गया था कि प्लेकार्ड्स लेकर सदन में नहीं आएंगे। इन्होंने नियम तोड़ा है। रिजीजू ने आगे कहा- संसद के बाहर रंग बिरंगे कपड़े पहनने का इन्होंने जो फैशन शो शुरू किया है, ये हमारी संसदीय गरिमा को गिराता है। अपोजिशन पार्टियों को ऐसा दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए। आपको रेल मंत्री का बयान सुनना चाहिए। सदन में जो भी बिजनेस होना है, उसमें हिस्सा लेना चाहिए। हंगामा करने से देश में गलत संदेश जाता है।