नई दिल्ली। अडानी समूह के प्रमोटर गौतम अडानी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनके खिलाफ अमेरिकी शेयर बाजार की नियामक संस्था अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन यानी यूएससेक ने अमेरिका में रिश्वत और धोखाधड़ी मामले में समन भेजा है। अंग्रेजी के अखबार ‘द हिंदू’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार को यह समन मिला था, जिसे उसने 25 फरवरी को अहमदाबाद की जिला अदालत को भेज दिया ताकि इसे गौतम अडानी के पते पर पहुंचाया जा सके।
यूएससेक का ये समन 1965 की हेग संधि के तहत भेजा गया है। संधि में किसी भी मामले से जुड़े देश एक दूसरे के नागरिकों को कानूनी दस्तावेज सौंपने में सहायता के लिए सीधे अनुरोध कर सकते हैं। गौरतलब है कि पिछले साल अमेरिका में अडानी सहित आठ लोगों पर अरबों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। अटॉर्नी ऑफिस के आरोपपत्र के मुताबिक, अडानी की कंपनी ने भारत में रिन्यूएबल एनर्जी के प्रोजेक्ट गलत तरीके से हासिल किए थे। इसके लिए सरकारी अधिकारियों को ढाई सौ मिलियन डॉलर यानी करीब 2,029 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का भी आरोप अडानी पर लगाया गया था।
आरोपपत्र के मुताबिक आरोपियों ने अमेरिकी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोलकर पैसा इकट्ठा किया। यह पूरा मामला अडानी समूह की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ था। इस सिलसिले में 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था।