इम्फाल। मणिपुर में एक साल से ज्यादा समय से चल रही जातीय हिंसा समाप्त नहीं हो रही है। रविवार को संदिग्ध उपद्रवियों की गोलीबारी में एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसकी 12 साल की बेटी घायल हो गई। बताया जा रहा है कि एक पुलिसकर्मी भी संदिग्ध विद्रोहियों की गोलीबारी में घायल हुआ है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि रविवार को दोपहर ढाई बजे के करीब कांगपोकपी से इम्फाल पश्चिम की ओर गोलीबारी शुरू हुई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के पैर में भी गोली लगी है। बताया जा रहा है कि वह खतरे से बाहर है। पश्चिमी इम्फाल के कदांगबंद के निवासियों ने कहा कि कम से कम एक ड्रोन ने इलाके के एक घर पर बम गिराया। उन्होंने ड्रोन के जरिए बम गिराए जाने के कुछ कथित वीडियो शेयर किए हैं, जिसमें लोग छिपने के लिए इधर उधर भागते दिख रहे हैं। हालांकि सुरक्षा बलों ने इस पर ध्यान नहीं दिया है।
बहरहाल, विद्रोहियों के हमले में जान गंवाने वाली महिला की पहचान नगंगबाम सुरबाला के रूप में की गई है, जिनकी उम्र 31 साल थी। महिला को कांगपोकपी से 45 किलोमीटर दूर राज्य की राजधानी इम्फाल में रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में ले जाय गया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। ध्यान रहे कांगपोकपी कुकी बहुलता वाला क्षेत्र है, जबकि इम्फाल पश्चिम मैती प्रभुत्व वाली घाटी में है।
कुकी जनजाति और मैती समुदाय मई 2023 से कई मुद्दों पर आपस में लड़ रहे हैं, जिसमें दो सौ से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। बहरहाल, मैती समुदाय के सदस्यों ने दावा किया कि कुकी विद्रोहियों ने महिला को मार डाला। दूसरी ओर कुकी जनजाति की ओर से सोशल मीडिया में दावा किया गया है कि मैती लोगों ने पहले कांगपोकपी के कुकी गांवों में गोलीबारी शुरू की। दोनों पक्षों ने गोलीबारी के कथित वीडियो भी शेयर किए हैं।