RBI New Governor: संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए गवर्नर के रूप में नियुक्त किए गए हैं। केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार को उनके नाम को मंजूरी दी।
वह मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। संजय मल्होत्रा 11 दिसंबर से RBI के 26वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
संजय मल्होत्रा 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी हैं और वर्तमान में रेवेन्यू सचिव का पद संभाल रहे हैं। उनकी नियुक्ति 3 साल के लिए हुई है।
गौरतलब है कि संजय मल्होत्रा को 2022 में वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के सचिव के रूप में केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक के निदेशक के रूप में नामांकित किया था।
अब, उनकी नियुक्ति RBI के शीर्ष पद पर हुई है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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कौन हैं संजय मल्होत्रा?
संजय मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. नवंबर 2020 में आरईसी के चेयरमैन और एमडी बने थे. इससे पहले वो ऊर्जा मंत्रालय में अडिशनल सेक्रेटरी के पद पर भी काम कर चुके थे.
संजय मल्होत्रा ने अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री आईआईटी कानपुर से ली है. वहीं उन्होने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अपना मास्टर्स पूरा किया. बीते 30 सालों से मल्होत्रा पावर, फाइनेंस, टैक्सेशन, आईटी और माइंस जैसे विभागों में अपनी सेवा दे चुके हैं.
क्यों सरकार की पसंद बने मल्होत्रा?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कामकाज सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा संचालित किया जाता है, और संजय मल्होत्रा को इसका व्यापक अनुभव है। यही वजह है कि सरकार ने उन्हें गवर्नर पद के लिए चुना है।
सेंट्रल बोर्ड को सरकार द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट के तहत गठित किया जाता है। बोर्ड के डायरेक्टर्स की नियुक्ति या नामांकन सरकार द्वारा किया जाता है, और इनका कार्यकाल 4 साल का होता है।
बोर्ड दो हिस्सों में विभाजित होता है:
ऑफिशियल डायरेक्टर्स: इसमें पूर्णकालिक गवर्नर और अधिकतम 4 डिप्टी गवर्नर शामिल होते हैं।
नॉन-ऑफिशियल डायरेक्टर्स: इसमें 2 सरकारी अधिकारियों सहित कुल 10 नामांकित डायरेक्टर्स होते हैं। इसके अलावा, 4 क्षेत्रीय बोर्ड्स से 4 अन्य डायरेक्टर्स को भी शामिल किया जाता है।
संजय मल्होत्रा का यह अनुभव उन्हें RBI के संचालन में कुशल बनाने और सरकार की वित्तीय नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन में मदद करेगा।
पिछले 6 साल कर रहे हैं काम(RBI New Governor)
शक्तिकांत दास ने 6 साल पहले आरबीआई गवर्नर की जिम्मेदारी उर्जित पटेल के अचानक से इस्तीफा देने के बाद संभाली थी.
अपने कार्यकाल में उन्होंने कोविड और उसके बाद देश में पैदा हुई महंगाई की समस्या को नियंत्रित करने की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है.
ऐसे में उनके कार्यकाल के एक्सटेंशन को लेकर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं होना काफी अहम हो जाता है.