पटना। पहली बार बिहार का बजट तीन लाख करोड़ रुपए से ऊपर पहुंचा है। सोमवार को उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 3.17 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया। चुनावी साल के इस बजट में कई बड़ी घोषणाएं की गईं। 40 मिनट के बजट भाषण में वित्त मंत्री ने 50 से ज्यादा नई घोषणाएं कीं। वित्त मंत्री ने शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी की। अगले वित्त वर्ष में सरकार सबसे ज्यादा 60 हजार करोड़ रुपए शिक्षा पर खर्च करेगी। वहीं स्वास्थ्य सुविधाओं पर 20 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।
इस बार के बजट में महिलाओं का खास ध्यान रखा गया है। बजट में कहा गया है कि राज्य परिवहन निगम में महिलाओं को नौकरियों में 33 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट बनाए जाएंगे। बड़े शहरों में पिंक बस सर्विस शुरू होगी, जो महिलाओं के लिए होगी। इसमें ड्राइवर व कंडक्टर भी महिलाएं ही होंगी। सरकार की ओर से हर पंचायत में विवाह मंडप बनाया जाएगा, जहां गरीबों लड़कियों की शादी कराई जाएगी। प्रमुख शहरों में कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा एवं स्वस्थ वातावरण देने के लिए हॉस्टल खुलेंगे।
किसानों के लिए योजनाओं की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर अरहर, मूंग और उड़द की दाल खरीदेगी। हर ब्लॉक में कोल्ड स्टोरेज खोले जाएंगे’। सदन में सम्राट चौधरी ने बताया कि, ‘राजकोषीय घाटा निर्धारित सीमा यानी तीन फीसदी से नीचे है। अगले वित्त वर्ष का बजट चालू वित्त वर्ष से 38 हजार करोड़ अधिक है। उन्होंने आर्थिक सेवा में 25 हजार 262 करोड़ रुपए का प्रस्ताव किया है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए एक हजार करोड़ तय किए गए हैं।