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28-02-2025 Vol 19

Category: लेख-स्तंभ

मोदी के भारत में विश्वगुरु का सपना

मोदी के भारत में विश्वगुरु का सपना

पढे लिखे युवा बेरोजगारों की संख्या वर्ष 2000 में 54.2 प्रतिशत थी, पर वर्ष 2022 तक यह संख्या 65.7 प्रतिशत तक पहुँच गई|
भाजपा ने क्या अमृत पा लिया?

भाजपा ने क्या अमृत पा लिया?

प्रयागराज में त्रिवेणी के संगम पर हुए पूर्णकुंभ, जिसे महाकुंभ कहा जा रहा है, से जो कुछ प्राप्त हुआ है उसकी अनेक प्रकार की व्याख्या हो रही है।
ट्रंप, मस्क कहे रहे ईवीएम से धांधली संभव!

ट्रंप, मस्क कहे रहे ईवीएम से धांधली संभव!

राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फिर से सवाल खड़े कर दिए है
‘वाशिंगटन पोस्ट’ भी तबाह!

‘वाशिंगटन पोस्ट’ भी तबाह!

अखबार बौने हो गए हैं, लोगों ने टीवी पर खबरें देखना बंद कर दिया है और नकारात्मक खबरों का बोलबाला हो गया है।
कुम्भ से सबकः सिंहस्थ की तैयारी….!

कुम्भ से सबकः सिंहस्थ की तैयारी….!

करीब एक माह तक चलने वाले इस धार्मिक अनुष्ठान के लिए अखिल भारतीय पुजारी महासंघ ने भी सरकार को सुझाव पत्र भेजा है
समिट के समापन पर शाह भी दे गए शह

समिट के समापन पर शाह भी दे गए शह

राजधानी भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का समापन करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी निवेशकों को भरपूर भरोसा दिलाया।
थरुर की कोई विश्वसनीयता नहीं!

थरुर की कोई विश्वसनीयता नहीं!

राहुल कहते हैं चले जाओ। मगर जाएगा कोई नहीं। जो लोग पार्टी का नुकसान कर रहे हैं उन्हें निकलाने की हिम्मत राहुल और खरगे को दिखानी होगी। 
शेयर बाजार और आर्थिकी की हकीकत

शेयर बाजार और आर्थिकी की हकीकत

भारत के शेयर बाजार में अफरातफरी मची है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और निफ्टी दोनों में लगातार गिरावट हो रही है।
विपक्षी गठबंधन में क्या कांग्रेस बाधक ?

विपक्षी गठबंधन में क्या कांग्रेस बाधक ?

वे यह बात भी भूल गए कि विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर ले आने और ‘इंडिया’ ब्लॉक का गठन करने में एक प्रादेशिक क्षत्रप नीतीश कुमार ने ही...
जर्मनी में भी ‘मध्यमार्गी’ पिटे!

जर्मनी में भी ‘मध्यमार्गी’ पिटे!

दुनिया रूढिवाद के सैलाब में डूब-उतरा रही है। मध्यमार्गी ‘बेचारे’ हो चले हैं। वे मध्य-दक्षिणपंथियों और लोकलुभावनवादी दक्षिणपंथियों से पिट रहे हैं। जर्मनी इस सैलाब का सबसे नया शिकार...
व्हाईट हाऊस में महामूर्ख की शोभा!

व्हाईट हाऊस में महामूर्ख की शोभा!

White House...ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआती हलचलें, अराजक नीतियां और वैश्विक प्रभाव! क्या अमेरिका नए युग में प्रवेश कर रहा है?
नए चेहरे और भाजपा भविष्य!

नए चेहरे और भाजपा भविष्य!

New Faces of BJP : इंदिरा गांधी ने असली कांग्रेस को पार्टी तोड़ कर खत्म किया था। वही नरेंद्र मोदी ने बिना कुछ किए ही भाजपा और संघ परिवार...
भागवत, मोदी और विपक्ष

भागवत, मोदी और विपक्ष

इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत दोनों 75 वर्ष के होंगे।
राहुल कैसे तैयार कर रहे हैं दूसरी लाइन

राहुल कैसे तैयार कर रहे हैं दूसरी लाइन

rahul gandhi : राहुल गांधी 35 साल की उम्र में 2004 में सांसद बने थे। तब से यानी पिछले 20 साल से अपनी टीम बनाने की कोशिश में हैं।
असुरक्षा बोध और वंशवाद से बरबादी

असुरक्षा बोध और वंशवाद से बरबादी

indian politics : भारतीय राजनीति के बारे में कुछ सत्य ऐसे हैं, जो सार्वभौमिक हैं। जैसे आंदोलन या जनता के बीच काम करके नेता नहीं पैदा हो रहे हैं।
क्षेत्रीय पार्टियों में दूसरी लाइन समाप्त

क्षेत्रीय पार्टियों में दूसरी लाइन समाप्त

indian political parties : सभी प्रादेशिक क्षत्रपों के साथ कभी एक करिश्मा जुड़ा था या एक जातीय समीकरण था, जिसके दम पर वे सफल हुए।
मध्यप्रदेशः कुल बजट के बराबर ही कर्ज….?

मध्यप्रदेशः कुल बजट के बराबर ही कर्ज….?

madhya pradesh budget : मध्यप्रदेश पर मौजूदा हालात में पहली बार चार लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है और संयोग यह भी कि इतना ही हमारे राज्य का...
मांसाहार खाने वाले कृपया ध्यान दें !

मांसाहार खाने वाले कृपया ध्यान दें !

वहां दोपहर के भोजन के समय शोर मच गया। दुनिया भर से आए पोषण विशेषज्ञ डाक्टरों ने कहा कि लंच में जो मुर्गे परोसे गए वे सड़े हुए हैं।
तो अब दिल्ली समस्यामुक्त होगा?

तो अब दिल्ली समस्यामुक्त होगा?

Delhi new cm : सत्ता विरोध का माहौल उसको राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के राज्यों में भी नुकसान पहुंचा सकता है और राष्ट्रीय स्तर पर भी हानिकारक हो सकता है।
प्रदेश की सियासत में सनसनी

प्रदेश की सियासत में सनसनी

प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस में सियासी सनसनी बनी हुई है। भाजपा में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर प्रदेश आ रहे हैं।
अंधों को भारतीयों की हथकड़ी-बेड़ी नहीं दिख रही!

अंधों को भारतीयों की हथकड़ी-बेड़ी नहीं दिख रही!

प्रधानमंत्री मोदी कहते थे कि 2014 से पहले भारत में जन्म लेना शर्म की बात थी।
चुनाव आयोग में कुछ नहीं बदलेगा!

चुनाव आयोग में कुछ नहीं बदलेगा!

election commission : निकट अतीत में सबसे लंबे समय तक और सबसे ज्यादा विवादों में रहे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार रिटायर हो गए हैं।
राहुल गांधी आखिर करना क्या चाहते?

राहुल गांधी आखिर करना क्या चाहते?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी संगठन के साथ क्या करना चाहते हैं यह समझना दिन प्रतिदिन मुश्किल होता जा रहा है।
यात्री अपनी जान की रक्षा खुद करें!

यात्री अपनी जान की रक्षा खुद करें!

delhi railway station stampede : यात्रा करते समय हर व्यक्ति ने कहीं न कहीं यह लाइन पढ़ी होगी कि यात्री अपने सामान की सुरक्षा के जिम्मेदार खुद हैं।
इसलिए प्रधान न्यायधीश चयन समिति में बैठते हैं..!

इसलिए प्रधान न्यायधीश चयन समिति में बैठते हैं..!

vice president dhankhar : एक अनजाने महा न्यायवादी की किताब का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा मेरी समझ से तो संविधान के मूलभूत सिद्धांतों पर बहस की जरूरत हैं।
रेवड़िया: प्रजातंत्र के लिए वरदान या अभिशाप…?

रेवड़िया: प्रजातंत्र के लिए वरदान या अभिशाप…?

freebies scheme : किंतु मेरी नजर में तो देश विरोधी सिलसिला है जिसके लिए रेवड़ियां बांटने वाले कम उसे हासिल करने वाले ज्यादा दोषी है
आंकड़ों से बदलता व्यापार का संसार

आंकड़ों से बदलता व्यापार का संसार

एक दफा लॉस एन्जेलिस में उद्योगपतियों के एक सम्मेलन को सम्बोधित करते समय मुझे  उद्योगपति गणपत पटेल ने एक पुस्तक भेंट की।
‘प्रथम’ है फिर भी ‘प्रथम’ की सनक!

‘प्रथम’ है फिर भी ‘प्रथम’ की सनक!

डोनाल्‍ड ट्रंप का जवाब नहीं हैं। अमेरिका को सनका दिया है। और सनक मानो छूत की बीमारी जो कई योरोपीय देशों में भी दक्षिणपंथियों की पौ-बारह है। सियासी उथलपुथल...
चौधरी के सामने प्रभावी प्रभारी बनने की चुनौती

चौधरी के सामने प्रभावी प्रभारी बनने की चुनौती

प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पार्टी हाई कमान प्रदेश कांग्रेस का प्रभारी बनाकर जिन नेताओं को भेजता है
केजरीवाल की हार से इंदिरा की हार याद आई!

केजरीवाल की हार से इंदिरा की हार याद आई!

अपने 50 वर्षों से ज्यादा के सार्वजनिक जीवन में मैंने लोगों को अपने पसंदीदा राजनीतिक दल या उसके नेता के विजय पर जश्न मनाते कई बार देखा है।
चीन से जुड़े हैं कुछ ‘क्यों’ और ‘कैसे’ भी?

चीन से जुड़े हैं कुछ ‘क्यों’ और ‘कैसे’ भी?

भारत में चीन से पिछड़ने की चर्चा में इन पहलुओं को नजरअंदाज कर कोई समाधान नहीं ढूंढा जा सकता।
मोदी की उपलब्धियों भरी अमेरिका यात्रा

मोदी की उपलब्धियों भरी अमेरिका यात्रा

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की बेहद सफल और उपलब्धियों भरी यात्रा से वापस लौट आए हैं। इस यात्रा की उपलब्धियों का दायरा इतना विस्तृत है कि उसे किसी...
सपनों को सच करते ‘द मेहता बॉयज़’

सपनों को सच करते ‘द मेहता बॉयज़’

क़िस्सागोई के अलग अलग आयाम साधने वाले कलाकारों की क़ाबिलियत का रस लेने के लिए सबसे ज़रूरी है ये समझना कि उन्हें किसी पारम्परिक नौकरीशुदा इंसान की तरह देखने...
ट्रंप मेहरबान हैं!

ट्रंप मेहरबान हैं!

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खुश हैं। वाशिंगटन में ट्रंप और मोदी वार्ता, प्रेस कांफ्रेंस की भाव-भंगिमा और साझा बयान का लब्बोलुआब है कि सब ठीक है।
हो गया नरेंद्र भाई का ट्रंप-कार्ड री-चार्ज

हो गया नरेंद्र भाई का ट्रंप-कार्ड री-चार्ज

मनमौजी ट्रंप से अपने रिश्तों के इस री-चार्ज से नरेंद्र भाई घरेलू सियासत में निश्चित ही मजबूत होंगे।
मौका गंवाने का नाम है भारत!

मौका गंवाने का नाम है भारत!

डोनाल्ड ट्रंप ने 2016 से 2020 के पहले कार्यकाल में चीन का बाजा बजाया था। वैश्विक पैमाने पर चीन के खिलाफ जो माहौल बना तो उससे पश्चिमी निवेशक चीन...
एआई में भारत का जबरदस्त मौका!

एआई में भारत का जबरदस्त मौका!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे समय में फ्रांस की राजधानी पेरिस में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई के एक्शन समित की सह अध्यक्षता की, जब पूरी दुनिया में इसकी धूम...
ट्रंप से क्या सीखना चाहिए?

ट्रंप से क्या सीखना चाहिए?

भारत का मेक इन इंडिया अभियान अभी तक सफल नही हो सका है। ट्रंप से सबक लेकर भारत भी चीन के उत्पादों पर पाबंदी लगा कर या अतिरिक्त शुल्क...
सदन के सामने से कतराते हमारे जनप्रतिनिधि…!

सदन के सामने से कतराते हमारे जनप्रतिनिधि…!

parliament session 2025 : राजनीति से लोकसेवा की भावना खत्म हो जाने से यह व्यवसाय सभ्य समाज में ‘गाली’ बनता जा रहा है।
ट्रंप को पुतिन से ‘बड़े फायदे’!

ट्रंप को पुतिन से ‘बड़े फायदे’!

russia ukraine war : पिछले हफ्ते-दस दिन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो दुष्ट व्यक्तियों की झोली को ढेर सारी खुशियों से भर दिया है।
‘इ-कॉमर्स’ कंपनियां बनी रही एकाधिकार

‘इ-कॉमर्स’ कंपनियां बनी रही एकाधिकार

आज के युग में हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां सुविधा ही मुख्य मंत्र है। जहां गति ही सर्वोच्च है।
‘आंधी’: राजनीति और दाम्पत्य सम्बंध की दास्तान

‘आंधी’: राजनीति और दाम्पत्य सम्बंध की दास्तान

13 फरवरी को ‘आंधी’ फिल्म के 50 साल पूरे होने पर विशेष
डरो मत के मंत्र से ही विपक्ष बचेगा!

डरो मत के मंत्र से ही विपक्ष बचेगा!

शोले फिल्म का डायलाग राजनीति में बिल्कुल सही साबित हो रहा है। जो डर गया समझो वह मर गया!
रेवड़ी राजनीति के अंत की शुरुआत?

रेवड़ी राजनीति के अंत की शुरुआत?

दिल्ली के चुनाव नतीजों की अलग अलग नजरिए से व्याख्या हो रही है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आम आदमी पार्टी और खुद अरविंद केजरीवाल का चुनाव हार...
कूकी की बलि चड़े बिरेन सिंह..!

कूकी की बलि चड़े बिरेन सिंह..!

biren singh resign : अमेरिका यात्रा के पूर्व जिस अप्रत्याशित रूप से मणिपुर के मुख्यमंत्री विरेन सिंह से इस्तीफा लिया गया, वह चौंका देने वाला वाकया था।
परीक्षाओं में अंकों की होड़ क्यों?

परीक्षाओं में अंकों की होड़ क्यों?

देश में वार्षिक परीक्षाएँ छात्रों के भविष्य को निर्धारित करने का प्रमुख माध्यम हैं।
राज्यों में भी ‘इंडिया’ ब्लॉक की जरुरत

राज्यों में भी ‘इंडिया’ ब्लॉक की जरुरत

‘इंडिया’ ब्लॉक का गठन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए हुआ था और राज्यों के चुनाव में इसकी जरुरत नहीं है।
हिंदी में किताबों का बाजार बढ़ा है!

हिंदी में किताबों का बाजार बढ़ा है!

नई आर्थिक नीति और भूमंडलीकरण के बाद देश में पिछले तीन दशकों में काफी बदलाव देखने को मिले हैं