Sunday

09-03-2025 Vol 19

श्रुति व्यास

नेतन्याहू को पुतिन जैसा माने या नहीं?

नेतन्याहू को पुतिन जैसा माने या नहीं?

बेंजामिन नेतन्याहू अब उन कुख्यात लोगों की सूची में एक है जिन पर मानवता के खिलाफ अपराध करने के आरोप है। लोकतांत्रिक ढंग से चुन कर सत्ता में आए...
क्या दिल्ली में कभी पहले वाली ‘सर्दी’ आएगी?

क्या दिल्ली में कभी पहले वाली ‘सर्दी’ आएगी?

क्या दिल्ली में अब कभी वह सर्दी आएगी जो पहले आती थी? वह सर्दी जिसमें हम दिल्लीवासी साफ़ हवा में सांस लेते थे?  क्या सर्दियों में नीला आकाश देखने...
तो पुतिन जीत रहे हैं?

तो पुतिन जीत रहे हैं?

आज यूक्रेन-रूस युद्ध का 998वां दिन है। और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया है कि युद्ध का अंत निकट है! वह जल्दी ही समाप्त हो जाएगा।
ट्रंप से तो चीन की मुश्किले हैं!

ट्रंप से तो चीन की मुश्किले हैं!

ट्रम्प को चुनाव जीते एक हफ्ता बीत चुका है। और धीरे-धीरे साफ हो रहा है कि ट्रंप का दूसरा कार्यकाल कैसा होगा।
लाहौर से दिल्ली तक हर शख्श परेशान!

लाहौर से दिल्ली तक हर शख्श परेशान!

भारत और पाकिस्तान लड़ रहे है, पर एक दूसरे से नहीं  बल्कि जहरीली हवाओं से।
मस्क की बल्ले, बल्ले!

मस्क की बल्ले, बल्ले!

पिछले कुछ महीनों से ट्रंप के साथ अगर कोई जबरदस्त जुगलबंदी कर रहा था तो वे थे एलन मस्क। राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान सबसे बढ़-चढ़कर लफ्फाजी करने वालों...
जलवायु की मार और देश बेसुध!

जलवायु की मार और देश बेसुध!

जलवायु संकट देश, नस्ल, धर्म और जाति के भेद के बिना सभी को मार रहा है, बरबादी की और ले जा रहा है लेकिन देशों और नेताओं के लिए...
स्वागत है सन् 2016 में!

स्वागत है सन् 2016 में!

वे कईयों को नाराज़ करेंगे, उथल-पुथल मचाएंगे और शायद इजराइल व रूस को मनमानी करने देंगे। यूरोप बहुत परेशान रहेगा।
ट्रंप का अचंभा, अमेरिका पर सवाल!

ट्रंप का अचंभा, अमेरिका पर सवाल!

क्या अमेरिका के लिए दुःख है? बिलकुल नहीं। ट्रंप और अमेरिका दोनों को वह मिला है जिसके वे लायक थे। जैसे हमें वह मिला है जिसके हम लायक हैं। 
ट्रंप के हाथों में थी जनता की नब्ज!

ट्रंप के हाथों में थी जनता की नब्ज!

जहां तक लोकतंत्र का सवाल है, वह शायद खतरे में है लेकिन दिखावा यही किया जाता है कि ऐसा नहीं है।
भारत और अमेरिकी चुनाव में समानता!

भारत और अमेरिकी चुनाव में समानता!

वहां के माहौल और हमारे देश में हाल में हुए आमचुनाव में एक चीज़ समान है - और वह है डर, खौफ।
बुरा या सबसे बुरा?

बुरा या सबसे बुरा?

मंगलवार को किस्मत बदलेगी। कुछ की प्रत्यक्ष तौर पर और कुछ की अप्रत्यक्ष तौर पर। आप और मैं, वे और हम - हम सब ‘उनसे’ प्रभावित होंगे।
यह मतदान, भावनाओं का ज्वार !

यह मतदान, भावनाओं का ज्वार !

उन सीटों पर रिकार्ड मतदान हुआ जो भाजपा बनाम एनसी-कांग्रेस एलांयस की जीत-हार में निर्णायक है। ये पीर पंजाल के राजौरी और पूंछ जिले की आठ सीटे है।
शिकारा रैली और कयास!

शिकारा रैली और कयास!

चुनावी माहौल वैसा ही है जैसा कि आजकल होता है - शोरगुल कम है और यह अनुमान लगाना मुश्किल कि  किसके पक्ष में मूड़ है। 
मतदान का माहौल ईद जैसा!

मतदान का माहौल ईद जैसा!

18 सितम्बर की सुबह, दक्षिण कश्मीर के रहवासियों के लिए एक नयी आशा, एक नया दौर, एक नया सन्देश लेकर आई। वे अपने अधिकार का उत्साह के साथ इस्तेमाल...
जेलेंस्की की लोकप्रियता घट रही!

जेलेंस्की की लोकप्रियता घट रही!

जेलेंस्की ने जनता की नाराजगी को महसूस करते हुए युद्ध शुरू होने के बाद से सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण प्रशासनिक फेरबदल किया है।
पिंजराबंद औरते, तालिबानी संहिता

पिंजराबंद औरते, तालिबानी संहिता

औरत होना आसान नहीं है। औरतों को मर्दों के बराबर आजादी नहीं मिलती। समाज उन्हें गलत ठहराने के लिए  हमेशा तैयार रहता है।
चीन में सुलिवन को इतना महत्व!

चीन में सुलिवन को इतना महत्व!

अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन, जो पिछले चार सालों से वाशिंगटन की चीन  नीति के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं
जर्मनी भी करवट लेता हुआ!

जर्मनी भी करवट लेता हुआ!

उत्तेजनापूर्ण माहौल का लाभ उठाते हुए अति दक्षिणपंथी आल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) पार्टी ने एक नया नैरेटिव चलवाया।
नेतन्याहू के खिलाफ गुस्से की लहर!

नेतन्याहू के खिलाफ गुस्से की लहर!

11 महीने तक हमास के कब्जे में थे और जीवित थे, के शव इजराइली सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने रविवार को गाजा की एक सुरंग से बरामद किए।
ट्रंप के लिए मस्क का पाखंड!

ट्रंप के लिए मस्क का पाखंड!

क्या होता है जब कुबेरपति राजनीति में अपनी टांग फंसाने लगते है? बेशक, अराजकता फैलती है और उथलपुथल मचती है। 
टेलिग्राम और अभिव्यक्ति की आजादी

टेलिग्राम और अभिव्यक्ति की आजादी

क्या किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के मालिक की गिरफ़्तारी से बोलने की आजादी खतरे में पड़ती है?
युद्ध अब नाजुक मोड़ पर!

युद्ध अब नाजुक मोड़ पर!

रूस अब पूरी तरह से मनमानी पर उतर आया है। सर्दी के मौसम की शुरूआत के साथ ही रूस ने एक बार फिर यूक्रेन की बिजली उत्पादन संरचना को...
पश्चिम एशिया में बेतुकी जिद्द, बेतुका प्रतिशोध!

पश्चिम एशिया में बेतुकी जिद्द, बेतुका प्रतिशोध!

रविवार तड़के इजराइल ने लेबनान पर हवाई हमले किए। फिर उन्हें हिज्बुल्लाह की एक बड़े हमले की तैयारी के मद्देनजर किया गया आक्रमण बताया।
अमेरिका में कहानी बदली?

अमेरिका में कहानी बदली?

डेमोक्रेटिक पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन (डीएनसी) सचमुच एक थ्रिलर था। उसमें नाटकीयता थी, उल्लास था, दुःख और खुशी के आंसू थे और खूब शोर-शराबा तथा कोलाहल था।
बाइडन की लाजवाब विदाई!

बाइडन की लाजवाब विदाई!

वह रात डेमोक्रेटों के नाम थी और शिकागो हर्षोल्लास में डूबा हुआ था। सचमुच सोमवार की रात डेमोक्रेटिक पार्टी के सम्मेलन में उत्साह चरम पर था।
नेतन्याहू और हमास को लड़ते रहना है!

नेतन्याहू और हमास को लड़ते रहना है!

यह समझने के लिए अल्बर्ट आइंस्टीन होना ज़रूरी नहीं है कि कोई भी चीज़ तभी संभव हो सकती है जब हम माने कि वह संभव है।
मोदी यूक्रेन में क्या करेंगे?

मोदी यूक्रेन में क्या करेंगे?

ऐसी अटकलें हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूक्रेन जा सकते हैं। इन अटकलों से कई लोगों की भौहें तन गयीं हैं।
स्वतंत्र होना…पिंजरे में लौटना

स्वतंत्र होना…पिंजरे में लौटना

यह तय कर लीजिये की आप उसे पार नहीं करेंगे और या फिर अपनी बर्बादी का मंजर देखने के लिए तैयार रहिये।
खेलना आया नहीं और अंबानी कराएंगे ओलंपिक!

खेलना आया नहीं और अंबानी कराएंगे ओलंपिक!

क्या भारत को ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहिए? और उससे ज्यादा अहम यह कि क्या भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करने की क्षमता है?
पेरिस ओलंपिक की बात ही अलग!

पेरिस ओलंपिक की बात ही अलग!

मुझे खेल देखना पसंद है, सिवाय नए जमाने के क्रिकेट के। अब मैं क्रिकेट की भूतपूर्व फैन हूं।
मुकाबला हुआ दिलचस्प

मुकाबला हुआ दिलचस्प

अमेरिकी चुनाव दिनोदिन दिलचस्प हो गए हैं। लेकिन इससे भी अहम बात यह कि लोगों को विकल्प और मौका मिलता लगता है। पिछले दो हफ़्तों में बहुत कुछ बदला...
हसीना की करनी और भरनी!

हसीना की करनी और भरनी!

दुनिया ने खौफ और हैरानी से युवा प्रदर्शनकारियों को ढाका में शेख मुजीबुर रहमान की विशाल मूर्ति पर चढ़ते देखा।
घड़ी की सूईयां थम रही, जंग आ रही?

घड़ी की सूईयां थम रही, जंग आ रही?

ईरान के सरकारी टीवी चैनल पर एक उद्घोषक ने शुक्रवार को एक डरावनी चेतावनी दी। उसने कहा,  "दुनिया असाधारण दृश्य देखेगी"। जो होना ही था, वह हो गया है।
ट्रंप पर भारी पड़ रही कमला हैरिस!

ट्रंप पर भारी पड़ रही कमला हैरिस!

कमला हैरिस के उम्मीदवार बनने से डेमोक्रेटिक पार्टी के कोर वोटरों में जोश लौट आया हैं। मगर इससे आगे भी बहुत कुछ हुआ है।
ईऱानः इधर कुआं, उधर खाई!

ईऱानः इधर कुआं, उधर खाई!

ईरान के नए राष्ट्रपति के रूप में मसूद पेजिसकींयान ने 30 जुलाई को शपथ लेने के बाद कहा था कि वे भविष्य के प्रति आशान्वित हैं।
हमास प्रमुख की हत्या, जंग फैलेगी?

हमास प्रमुख की हत्या, जंग फैलेगी?

ईरान में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के अध्यक्ष इस्माइल हनीयेह को जान से मार दिया गया। हमास ने उनकी हत्या की पुष्टि की है।
शेख हसीना अब तबाह करेगी?

शेख हसीना अब तबाह करेगी?

शेख हसीना के सितारे गर्दिश में हैं। इस साल चौथी बार बांग्लादेश का प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से उन्हें कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है।
अफरातफरी और बहुधुरी की दुनिया

अफरातफरी और बहुधुरी की दुनिया

अमेरिका का प्रभुत्व कम होने लगा। एक-ध्रुवीय विश्व का दादा होने का उसका दावा खोखला नज़र आने लगा। पूरब में नए दादाओं का उदय हुआ।
उबाऊ चुनाव में लौटा जोशो-खरोश!

उबाऊ चुनाव में लौटा जोशो-खरोश!

क्या अमेरिका एक नई पटकथा लिखने जा रहा है? क्या 'क्वीन ऑफ कमबैक' कमला हैरेस, 'कमबैक' कर सकेंगी?
क्या डेमोक्रेटस कमला के पीछे एकजुट?

क्या डेमोक्रेटस कमला के पीछे एकजुट?

क्या चुनाव की दौड़ से जो बाइडन के हटने से, डेमोक्रेटिक पार्टी जीत की दौड़ में आगे है? क्या डेमोक्रेट अपनी अंदरूनी खींचतान से ऊबर पाएंगे?
सोचे, सत्ता मोह त्यागने वाले बाइडन पर!

सोचे, सत्ता मोह त्यागने वाले बाइडन पर!

जो बाइडन ने वह कर दिखाया जो कोई अन्य नेता शायद ही करता। डोनाल्ड ट्रंप, बेंजामिन नेतन्याहू और नरेन्द्र मोदी जैसे नेता तो ऐसा कभी नहीं करते।
यूरोपीय आयोग में उर्सुला की वापसी

यूरोपीय आयोग में उर्सुला की वापसी

उर्सुला वॉन डेर लेन ने फिर से यूरोपीय आयोग यानी ईसी के अध्यक्ष के रूप में पांच साल का दूसरा कार्यकाल हासिल कर लिया है।
अहंकारी ट्रम्प और अवसरवादी वेंस की जोड़ी

अहंकारी ट्रम्प और अवसरवादी वेंस की जोड़ी

आठ साल पहले तक जेडी वेंस को डोनाल्ड ट्रम्प जरा भी नहीं भाते थे। वेंस ने सार्वजनिक मंच से ट्रम्प को 'इडियट' बताया था और कहा था कि वे...
हमले से ट्रम्प की हकीकत नहीं बदली है

हमले से ट्रम्प की हकीकत नहीं बदली है

ट्रम्प के साथ जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है, गलत है और उसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है।
अमेरिकी लोकतंत्र में फैलता जहर

अमेरिकी लोकतंत्र में फैलता जहर

ट्रंप की जान लेने की इस कोशिश से अमेरिका और सारी दुनिया स्तब्ध है। लेकिन यह घटना चौंकाने वाली नहीं है।
सूडान पर ध्यान देने की जरुरत

सूडान पर ध्यान देने की जरुरत

सूडानवासी दुनिया के सबसे बड़े विस्थापन संकट की पीड़ा झेल रहे हैं। लेकिन किसी को उनकी फिक्र नहीं है। और हो भी क्यों?
चीन की चिंता में मोदी की मॉस्को यात्रा

चीन की चिंता में मोदी की मॉस्को यात्रा

नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर मास्को पहुंचे। वे कूटनीतिक उलझनों को कम करने और संबंधों और मजबूत बनाने के लिए बातचीत करने आए थे।