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29-03-2025 Vol 19
बटोगे तो कटोगे!

बटोगे तो कटोगे!

यह भारत का नया नारा है! मोदी-शाह, संघ का हिंदुओं से नया आह्वान है। राहुल गांधी, उमर अब्दुल्ला, उद्धव ठाकरे, केजरीवाल, अखिलेश, तेजस्वी जैसे विरोधियों की कमान में दुश्मनों...
इस्लाम असहाय!

इस्लाम असहाय!

मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है।
इजराइल कब थकेगा?

इजराइल कब थकेगा?

पर शायद इजराइल थकने के लिए नहीं है। यहूदियों की यह नंबर एक खूबी है जो सदियों दरबदर रहे तथा विपरित परिस्थितियों में भी इनकी जिजीविषा खत्म नहीं हुई।
भारत में शोक और विलाप

भारत में शोक और विलाप

इजराइल से लड़ने के लिए बने हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने का जैसा शोक पश्चिम एशिया के या दूसरे इस्लामिक देशों में है उससे कम भारत...
कश्मीर में सियासी मुद्दा

कश्मीर में सियासी मुद्दा

29 सितंबर को जम्मू कश्मीर में तीसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रचार का आखिरी दिन था।
शिया और सुन्नी का डिवाइड

शिया और सुन्नी का डिवाइड

हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह के इजराइली हमले में मारे जाने के बाद भारत में या दुनिया के दूसरे देशों में ज्यादातर विरोध प्रदर्शन शिया मुस्लिमों की ओर से...
मोदी और सरकार तटस्थ

मोदी और सरकार तटस्थ

पश्चिम एशिया में चल रही जंग पर भारत सरकार का रूख तटस्थ है। उसकी ओर से शांति की अपील तो की जा रही है लेकिन वह सीधे तौर पर...
मोदी-शाह को नहीं चाहिए संघ!

मोदी-शाह को नहीं चाहिए संघ!

हां, लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहा गया यह वाक्य जस का तस सत्य है कि पार्टी को अब आरएसएस की आवश्यकता नहीं है।
मंत्र, जात और जोड़ तोड़!

मंत्र, जात और जोड़ तोड़!

नरेंद्र मोदी और अमित शाह हकीकत में जीते हैं। और दोनों ने जान लिया है कि उनका लोगों में क्रेज खत्म है। वे बासी हो गए हैं।
हरियाणा में दयनीय दशा

हरियाणा में दयनीय दशा

उधर हरियाणा में भी लगातार 10 साल राज करने के बाद भाजपा उन्हीं मुद्दों पर वोट मांग रही है, जिन मुद्दों पर 2014 या 2019 में मांगा था।
न मुद्दे और न कहानी

न मुद्दे और न कहानी

लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद दो राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं।
मोदी के चुने चेहरों की परीक्षा

मोदी के चुने चेहरों की परीक्षा

नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने 10 साल पहले जब सरकार और पार्टी की कमान संभाली थी तब उन्होंने भाजपा के पुराने और जमे जमाए नेताओं को हटा कर...
‘अनहोनी’ न हो कश्मीर में!

‘अनहोनी’ न हो कश्मीर में!

हां, कश्मीर घाटी में लोग अफवाहों में जीते हैं। और श्रीनगर में अफवाह है कि उमर अब्दुल्ला दोनों सीटों में फंसे हुए हैं।
दांव पर अमित शाह की राजनीति!

दांव पर अमित शाह की राजनीति!

कोई न माने इस बात को लेकिन जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव अमित शाह की राजनीतिक चतुराई की परीक्षा है।
हरियाणा में सारे उपाय

हरियाणा में सारे उपाय

लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यों में हो रहे चुनाव के महत्व को समझ रहे हैं।
महाराष्ट्र और झारखंड की चिंता

महाराष्ट्र और झारखंड की चिंता

भारतीय जनता पार्टी को जम्मू कश्मीर और हरियाणा से ज्यादा चिंता महाराष्ट्र और झारखंड की है।
कहानी में अब है क्या!

कहानी में अब है क्या!

‘गपशप’ लिखते-लिखते चालीस साल बाद अब वह मुकाम है जब न सुर्खियों और चेहरों से कहानी निकलती है और न सत्ता और राजनीति से कहानी में तड़का है।
मोदी के भाईजान ट्रंप!

मोदी के भाईजान ट्रंप!

कल्पना करें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यदि कमला हैरिस से बहस कर रहे होते तो क्या मोदी हूबहू ट्रंप की तरह बोलते हुए...
विपक्ष के पास भी कहानी नहीं

विपक्ष के पास भी कहानी नहीं

संदेह नहीं है कि नई सदी के पहले दशक में जिस भारत गाथा की चर्चा शुरू हुई थी और भारत को लेकर दुनिया में जो कौतुक बना था वह...
योगी और हिमंता क्या कहानी बना पाएंगे?

योगी और हिमंता क्या कहानी बना पाएंगे?

भाजपा में नए चेहरे उभर रहे हैं। वाजपेयी और आडवाणी के बाद मोदी और शाह की जोड़ी आई और अब योगी आदित्यनाथ और हिमंता बिस्व सरमा के आने की...
सोशल सेक्टर भी बंजर हुआ

सोशल सेक्टर भी बंजर हुआ

जंतर मंतर से लेकर रामलीला मैदान तक में हुए प्रदर्शनों में कितने ही सामाजिक कार्यकर्ता उभरे थे।
सोचें, क्या है मोदी एजेंडा?

सोचें, क्या है मोदी एजेंडा?

PM Narendra Modi: यों कहने को अभी नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में कहा है कि वे भारत में कई सिंगापुर बनाएंगे। लेकिन यह जुमला है एजेंडा नहीं।
ममता, योगी हार नहीं मानेंगे!

ममता, योगी हार नहीं मानेंगे!

इस सप्ताह ममता बनर्जी ने विधानसभा में कानून बना मोदी सरकार के पाले में गेंद डाली तो योगी आदित्यनाथ से मोदी, शाह को फिर मैसेज मिला
हरियाणा में खट्टर ही मालिक

हरियाणा में खट्टर ही मालिक

हरियाणा में उम्मीदवारों की घोषणा के बाद भाजपा में घमासान मचा है। एक दर्जन नेताओं ने पार्टी छोड़ी है, जिनमें दो मंत्री और कई विधायक हैं।
रोजमर्रा की राजनीतिक में आरएसएस का एजेंडा

रोजमर्रा की राजनीतिक में आरएसएस का एजेंडा

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, आरएसएस लगातार कहता रहा है कि उसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है और वह राष्ट्र निर्माण के लिए काम करने वाला एक सांस्कृतिक संगठन...
अब परिवारवाद का सहारा

अब परिवारवाद का सहारा

खट्टर ने सिर्फ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर ही ताकत नहीं दिखाई। कहा जा रहा है कि वे अमित शाह के साथ भी जोर आजमाइश कर चुके हैं।
मोदी के चेहरे के बिना चुनाव!

मोदी के चेहरे के बिना चुनाव!

हां, याद करें लोकसभा चुनाव तक नरेंद्र मोदी हर चुनाव के दौरान या उससे ठीक पहले कितने दौरे और उद्घाटन करते होते थे?
न रणनीति और न संघ!

न रणनीति और न संघ!

लाख टके का सवाल है कि चार विधानसभा चुनावों में भाजपा किस रणनीति से चुनाव लड़ रही है? अपना मानना है भाजपा बिना रणनीति के चुनाव लड़ रही है...
भाजपा को कौन लड़ा रहा है?

भाजपा को कौन लड़ा रहा है?

लाख टके का सवाल है कि चार राज्यों में विधानसभा के चुनाव भाजपा को कौन लड़ा रहा है?
भाजपा के चुनावी मुद्दों की कमी

भाजपा के चुनावी मुद्दों की कमी

भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी मुद्दे आगे करने और नैरेटिव बनाने के लिए जानी जाती थी। नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों अपने मुद्दों पर विपक्ष को खींच कर...
वोट बंटवा पाएगी भाजपा

वोट बंटवा पाएगी भाजपा

वोट लेकर चुनाव जीतने की बजाय विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के वोट बंटवाने की राजनीति पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
मेरा भारत, कमला का अमेरिका

मेरा भारत, कमला का अमेरिका

संयोग जो शुक्रवार की सुबह सप्ताह की ‘गपशप’ का विषय सोच रहा था तभी टीवी पर कमला हैरिस का भाषण शुरू हुआ।
मोदी बनाम कमला

मोदी बनाम कमला

शुक्रवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस दोनों से विदेश नीति, अंतरराष्ट्रीय राजनीति की अलग-अलग समझ मालूम हुई।
बिना पड़ोसी दोस्त के भारत!

बिना पड़ोसी दोस्त के भारत!

कहने को भारत आज महाशक्ति है। लेकिन दक्षिण एशिया में अपने पड़ौस में भी छोटे बड़े सभी देश भारत से छिटके हुए है। नेपाल जैसे छोटा और पारंपरिक दोस्त...
सारी कूटनीति अडानी, अंबानी के लिए

सारी कूटनीति अडानी, अंबानी के लिए

पिछले 10 साल की नरेंद्र मोदी राज की कूटनीति को बारीकी से देखें तो वह कुल मिला कर क्रोनी कैपिटलिज्म को प्रमोट करने वाली रही है।
विदेश दौरों का ही अब सहारा

विदेश दौरों का ही अब सहारा

लोकसभा चुनाव, 2024 के नतीजों के बाद क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अपने जयकारे के लिए क्या सिर्फ विदेश की धरती बची है?
आर्थिक मोर्चे पर विफल कूटनीति

आर्थिक मोर्चे पर विफल कूटनीति

सामरिक नीति के हिसाब से कूटनीति होती थी लेकिन अब आर्थिक नीतियों की आवश्यकताओं में भी कूटनीति होती है।
मोदी को क्या भक्तों ने भी सुना?

मोदी को क्या भक्तों ने भी सुना?

हां, जब अच्छा होता है तो सब अच्छा लगता है। टोपी का तुर्रा भी लोगों में जादू बना देता है।
क्या हुआ एक देश, एक चुनाव का?

क्या हुआ एक देश, एक चुनाव का?

प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को लाल किले से एक देश, एक चुनाव का जुमला बोला। उन्होंने कहा कि देश के सारे चुनाव एक साथ होने चाहिए क्योंकि बार बार...
महाराष्ट्र से भाजपा को उम्मीद?

महाराष्ट्र से भाजपा को उम्मीद?

भारतीय जनता पार्टी चाहती थी कि महाराष्ट्र और झारखंड में उसे थोड़ा समय और मिले। यह संयोग देखिए कि चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों के चुनावों की घोषणा नहीं...
भाजपा में सब जस का तस!

भाजपा में सब जस का तस!

पहला प्रमाण योगी आदित्यनाथ की डावांडोल कुर्सी का स्थिर होना है। केशव प्रसाद मौर्य ठंड़े पड़ गए हैं। नरेंद्र मोदी ने यूपी के सभी उपचुनावों की जीत का दारोमदार...
झारखंड में चुनाव में क्यों देरी?

झारखंड में चुनाव में क्यों देरी?

झारखंड में भी भाजपा थोड़ा समय चाहती थी। इसका कारण यह है कि पिछले कुछ दिनों में भाजपा को ऐसी फीडबैक मिली है कि राज्य में उसकी स्थिति सुधर...
हसीना और मोदी में समानताएं!

हसीना और मोदी में समानताएं!

सवाल है समानता की बात कैसे? इसलिए क्योंकि हर मोदी विरोधी हसीना के भागने में मोदी का भविष्य बूझ रहा है।
उफ! यह 15 अगस्त! दक्षिण एसिया में भारत अकेला

उफ! यह 15 अगस्त! दक्षिण एसिया में भारत अकेला

दक्षिण एसिया का सबसे बड़ा, इलाके का दादा, कथित महाशक्ति देश भारत  ठिक 15 अगस्त 1924 से पहले अपनी गली (दक्षिण एसिया) का अछूत नंबर एक देश है।
नकारा डोवाल, फेल जयशंकर!

नकारा डोवाल, फेल जयशंकर!

कटु शब्द है लेकिन बांग्लादेश की असफलता, उसके फियोस्को में भारत के नुकसान के मायनों में एकदम सही बात। यदि ये दो कर्ता-धर्ता जिम्मेवार नहीं है तो कौन है?
तो भीतर घुस हिंदुओं को बचाएंगे?

तो भीतर घुस हिंदुओं को बचाएंगे?

भारत और नरेंद्र मोदी के प्रति बांग्लादेंशियों का गुस्सा और नफरत वहां रह रहे हिंदू आबादी की असुरक्षा है।
क्या विदेशी साजिश?

क्या विदेशी साजिश?

दुनिया के हर तानाशाह के साथ जो हुआ वहीं शेख हसीना के साथ हुआ। मतलब रावण का जो हुआ और होना चाहिए वह अंहकारी शेख हसीना का भी हुआ।
भगवान के यहां से ‘एक्सीडेंटल हिंदू’!

भगवान के यहां से ‘एक्सीडेंटल हिंदू’!

पहली बात, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर धन्य हुए। उन्हे प्रधानमंत्री की वाह मिली। दूसरी बात देश का नेता विपक्ष राहुल गांधी ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ करार।