Thursday

24-04-2025 Vol 19

पंकज शर्मा

दादी-पिता से ज़्यादा नसीब वाले हैं राहुल

दादी-पिता से ज़्यादा नसीब वाले हैं राहुल

राहुल नसीब वाले हैं कि बेमुरव्वत हो कर उन के बार-बार यह कहने पर भी कि ‘जिसे जाना है, जाए, जिसे रहना है, रहे’ सिर्फ़ एकाध दर्जन छोटे-मंझले-बड़े नेता...
फुद्दू प्रजा का ओजस्वी राजा

फुद्दू प्रजा का ओजस्वी राजा

अगर वे विदा हो गए तो मैं यह सोच-सोच कर ही घुलता रहूंगा कि पूरे एक दशक हमें अपनी ‘गिली गिली गाला’ में उलझाए रखने वाला ऐसा अजब-ग़ज़ब प्रधानमंत्री...
गाज़ा पट्टी के पेच-ओ-ख़म और गंगा आरती

गाज़ा पट्टी के पेच-ओ-ख़म और गंगा आरती

एक वाहन पर रखे तक़रीबन निर्वस्त्र महिला के शव पर पैर पसारे बैठे हमास के हथियार लहराते पिशाचों की तस्वीर देख कर कौन नहीं हिल जाएगा?
मुद्रा-इतिहास के अश्वेत पन्ने का अंतिम संस्कार

मुद्रा-इतिहास के अश्वेत पन्ने का अंतिम संस्कार

 नरेंद्र भाई के पौरुष से सात साल पहले जन्मे दो हज़ार रुपए के नोट का आज अंतिम संस्कार है। इसलिए मैं इन सात वर्षों की चकरघिन्नी में आपको ले...
कमलनाथ, गहलोत, भूपेश के 23 पर टिका 24

कमलनाथ, गहलोत, भूपेश के 23 पर टिका 24

इस साल जब सर्दियों का गुलाबीपन शुरू हो रहा होगा तो पांच राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के कमल की सुर्ख़ी अपने चरम उतार पर होगी।
सनातन धर्म के स्वघोषित पर्याय की पगड़ी

सनातन धर्म के स्वघोषित पर्याय की पगड़ी

अगर आप सोच रहे हैं कि नरेंद्र भाई मोदी अपने पैरों के नीचे से कालीन आसानी से खिसक जाने देंगे तो आप को मतिभ्रम हो रहा है।
कलूटाक्षरों में लिखे जाने वाले इतिहास का दशक

कलूटाक्षरों में लिखे जाने वाले इतिहास का दशक

किसी और एक दशक में आपने भारत के प्रधानमंत्री को इतने खिलंदड़ी करतब करते नहीं देखा होगा।
सरकार-हरण का दशाननी वाम-तंत्र

सरकार-हरण का दशाननी वाम-तंत्र

अगर भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि शरद पवार को इस हाल में ले आने से उसे राजनीतिक फ़ायदा होगा तो वह मुगालते में है। उसे कुल...
कुप्पा-कुप्पा हो रहे आराधकों के नाम

कुप्पा-कुप्पा हो रहे आराधकों के नाम

अमेरिकी राष्ट्रपति चार वर्ष के अपने कार्यकाल में एक देश के शासनाध्यक्ष को एक बार से ज़्यादा राजकीय यात्रा पर नहीं बुला सकता है।
भूपेश बघेल के बहाने तीस साल पहले की याद

भूपेश बघेल के बहाने तीस साल पहले की याद

इतना पुराना किस्सा मैं ने इसलिए सुनाया कि आप भूपेश के तजु़र्बों का अहसास कर सकें। यह ऐसे ही नहीं है कि ढाई साल से चला-चली की वेला में...