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11-03-2025 Vol 19
बुरी तरह सड़ गई है शिक्षा व्यवस्था

बुरी तरह सड़ गई है शिक्षा व्यवस्था

भारतीय शिक्षण व्यवस्था शिक्षा के लिए कम, नौकरियों की फैक्ट्रियां अधिक बन गई है। गुणवत्ता-विहीन शिक्षा के कारण अधिकांश युवा न केवल बेरोजगार रहते है
समाज तोड़ने के खतरे हज़ार

समाज तोड़ने के खतरे हज़ार

भारत की राजनीति में आज शिष्टता, विपक्षी के लिए सम्मान का भाव, भाषा की मर्यादा और नागरिक स्वतंत्रताओं का सम्मान हालिया वर्षों में विजातीय तत्व बनते चले गए हैं।
तुलसी की महिमा अपरंपार

तुलसी की महिमा अपरंपार

चित्रकूट के अस्सी घाट पर उन्होंने 1580 ईस्वी में महाकाव्य रामचरितमानस लिखना प्रारंभ किया। इस ग्रंथ को उन्होंने 2 वर्ष 7 महीने और 26 दिन में पूर्ण किया।
“सीजेरियेन डिलीवरी” फायदे या  नुकसान

“सीजेरियेन डिलीवरी” फायदे या नुकसान

जो प्राकृतिक वही सबसे अच्छा, चाहे भोजन हो या चाइल्ड बर्थ। इसके बाबजूद पढ़ी-लिखी शहरी आबादी में सीजेरियेन (सी-सेक्शन) डिलीवरी का चलन बढ़ रहा है।
तय है नरेंद्र भाई की मध्यावधि-विदाई

तय है नरेंद्र भाई की मध्यावधि-विदाई

एक बात तो तय है कि अगर तीन बरस बीतते-बीतते लोकसभा के मध्यावधि चुनाव होने की स्थिति नहीं आई तो 2029 का आम चुनाव नरेंद्र भाई मोदी की अगुआई...
नजूल विधेयक पर बवाल क्यों?

नजूल विधेयक पर बवाल क्यों?

इस बिल को विधान सभा में तो पास कर दिया गया परंतु उत्तर प्रदेश विधान परिषद में इसका भारी विरोध हुआ
राज्यसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए जोड़तोड़ शुरू

राज्यसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए जोड़तोड़ शुरू

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद रिक्त हुई
मौजूदा महाभारत में ‘अभिमन्यू’ बना भारत….?

मौजूदा महाभारत में ‘अभिमन्यू’ बना भारत….?

अकेला बंग्लादेश ही था, जिसने हमारी दोस्ती पर कभी शक नही किया, आज बदले हालातों में वह भी हमारे दुश्मनों की कतार में खड़ा नजर आ रहा है
यह कैसा विकास जो सभी तरह डुबो रहा!

यह कैसा विकास जो सभी तरह डुबो रहा!

देश में जगह-जगह इकोलॉजी या जीव-पारिस्थितिकी की आपदा बढ़ती जा रही हैं।
शताब्दी वर्ष में संघ की बढ़ी सक्रियता

शताब्दी वर्ष में संघ की बढ़ी सक्रियता

एक बार फिर संघ ने मध्य प्रदेश पर फोकस बढ़ा दिया है। भोपाल और इंदौर में चली बैठकों के बाद अब संघ फ़ोकस उन लोगों पर रहेगा जो समाज...
मंगलकारी मंगलस्वरूप शिव

मंगलकारी मंगलस्वरूप शिव

शिव का हलाहल पान करना इस बात का प्रतीक है कि वह विष समान कटुतर बातों को अपने कंठ से नीचे नहीं जाने देता।
अपनी ‘जात’ तो नहीं पता, आप की पता चल गई

अपनी ‘जात’ तो नहीं पता, आप की पता चल गई

‘जिन्हें अपनी जात नहीं पता’, उन्हें आप की जात तो पता चल गई हुज़ूर। मैं भी आप की जात को ले कर बहुत वक़्त ख़ुशफ़हमी में था।
अकेले कोचिंग सेंटर ही ज़िम्मेदार नहीं!

अकेले कोचिंग सेंटर ही ज़िम्मेदार नहीं!

यदि ऐसे हादसों को रोकना है तो देश में नियम बनाने की ज़रूरत है जहां नियमों के तहत ही कोचिंग सेंटर चल पाएँ मन माने तरीक़े से नहीं।
सनातन संस्कृति के संरक्षक है वृक्ष

सनातन संस्कृति के संरक्षक है वृक्ष

उनके औषधीय गुणों को परखकर अनेक पौधों को औषधीय पादपों के रूप में रोगों के उपचार के कार्य में लिया जाने लगा।
‘‘निंदक नियरे राखिए…’’ पर मोदी को भरोसा नहीं…?

‘‘निंदक नियरे राखिए…’’ पर मोदी को भरोसा नहीं…?

आज की सत्ता के अहम् के सामने इस कहावत या कविता की पंक्तियों का कोई महत्व नही है, किंतु यह याद रखना जरूरी है कि भारत के भविष्य के...
लोकसभा अध्यक्ष के विवाद और गरिमा

लोकसभा अध्यक्ष के विवाद और गरिमा

लोकसभा की सार्थकता और अपने पद की गरिमा के अनुरूप ओम बिरला जी को किसी सांसद को ये कहने का मौक़ा नहीं देना चाहिये कि उनका व्यवहार पक्षपातपूर्ण है। 
केजरीवाल की रिहाई के बानक नहीं बन रहे

केजरीवाल की रिहाई के बानक नहीं बन रहे

तिहाड़ में रिहाई के दिन गिन रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता भले रिहाई के लिए इंडिया गठबंधन पर संसद में इस मामले को...
ब्रिटेन में लीड्स में हिंसा और सवाल

ब्रिटेन में लीड्स में हिंसा और सवाल

हाल में ब्रिटेन के लीड्स के हेयरहिल्स उपनगर में जो कुछ हुआ, वह क्यों हुआ और उससे हम क्या सबक सीख सकते है?
भारत ‘विकसित’ नहीं चौतरफा लड़खड़ा रहा है!

भारत ‘विकसित’ नहीं चौतरफा लड़खड़ा रहा है!

लोकसभा चुनाव के दौरान ही ये बात जाहिर हो गई कि ‘विकसित भारत’ का नारा लोगों को उत्साहित या आकर्षित नहीं कर रहा है।
यह तो संविधान का अपमान

यह तो संविधान का अपमान

कांग्रेस और दूसरे विपक्षी सांसद इस सामान्य संसदीय परंपरा का पालन नहीं कर सके कि प्रधानमंत्री के भाषण में टोका टाकी नहीं होनी चाहिए।
मनःस्थिति और नाट्यमंचन का अंतर्विरोध

मनःस्थिति और नाट्यमंचन का अंतर्विरोध

मगर जैसा मैं ने कहा कि इच्छा पूरी हो जाने से इच्छाओं का विराम हो जाए, ऐसा कहां होता है? वही हुआ। किसी की ख़्वाहिशें अगर यूं ही वक़फ़ा...
हाई कोर्ट बेवजह क्यों ज़मानत रोके?

हाई कोर्ट बेवजह क्यों ज़मानत रोके?

जिसके अनुसार किसी भी अपराध के लिए आरोपी प्रत्येक व्यक्ति को तब तक निर्दोष माना जाता है जब तक कि उसे दोषी साबित न कर दिया जाए।
ट्रंप फिलहाल तो जीतते दिख रहे हैं

ट्रंप फिलहाल तो जीतते दिख रहे हैं

अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक जोसेफ रोबिनेट बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव से हटने के लिए बढ़ते गए दबाव के आगे अब झुक गए हैँ। दबाव बहुतरफा है।
…और अब नाम – पहचान पर धर्मयुद्ध…?

…और अब नाम – पहचान पर धर्मयुद्ध…?

हमारा देश हमेशा से धर्मपरायण रहा है, इसीलिए ऋषि-मुनियों ने अपना दबदबा कायम रखा, किंतु अब माहौल एकदम उलट गया है
‘शरबत-ए-आज़म’ यानी कुंए का मीठा पानी

‘शरबत-ए-आज़म’ यानी कुंए का मीठा पानी

सचिन का फोन आया कि उनके नये नाटक का मंचन है और आपको आना है। अन्य व्यस्तताओं के कारण मेरा जाना संभव नहीं था।
अगर मगर करते नागर दिल्ली तलब

अगर मगर करते नागर दिल्ली तलब

नाराज मंत्री नागर सिंह चौहान ने ॑॑॑मीडिया के सामने ही अपनी भड़ास निकाल दी। हालांकि पार्टी नेताओं से बात होने के बाद नागर को दिल्ली बुलाया गया है।
माँ कीं विरासत चुनौती होगी बांसुरी के लिए

माँ कीं विरासत चुनौती होगी बांसुरी के लिए

थोड़े समय में ही जिस तरह बांसुरी ने केजरीवाल एंड पार्टी को अदालत में धोया उससे बनी पहचान ने उन्हें नई दिल्ली से पहले नंबर पर टिकट का दावेदार...
भारतवासियों को एक सूत्र में बांधने वाला राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा

भारतवासियों को एक सूत्र में बांधने वाला राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा

वैसे तो ध्वज का प्रचलन व इतिहास अत्यंत प्राचीन रहा है, और वेद, पुराण, रामायण, महाभारत आदि भारतीय प्राचीन ग्रंथों में भी ध्वज का कई रूपों में वर्णन है।
दुनिया को युद्ध में झोंकने पर आमादा नाटो

दुनिया को युद्ध में झोंकने पर आमादा नाटो

नाटो है, तो दुनिया में बड़े युद्ध हैं, जिनसे अमेरिका के मिलिटरी-इंडस्ट्रियल कॉम्पलेक्स का धंधा फूलता-फलता रहता है।
ग्राहक को सब कुछ जानने का अधिकार है

ग्राहक को सब कुछ जानने का अधिकार है

कांवड़ लेकर चल रहे लोग एक धार्मिक यात्रा पर होते हैं लेकिन जब वे किसी दुकान पर कोई सामान खरीदने जाते हैं तो वे भी एक ग्राहक होते हैं।
पंजाब का हालिया घटनाक्रम क्या इशारा करता है?

पंजाब का हालिया घटनाक्रम क्या इशारा करता है?

पंजाब की हालिया घटनाएं मन में चिंता पैदा करती हैं। जो सूबा एक समय देश का सिरमौर था, वह आज नशाखोरी, मतांतरण, असहिष्णुता, हिंसा और अलगाववाद का शिकार है।
मटमैले पहाड़ों से रिसता दर्दीला सौंदर्य

मटमैले पहाड़ों से रिसता दर्दीला सौंदर्य

मैंने इस महीने का दूसरा सप्ताह लद्दाख में गुज़ारा। लद्दाख मैं कई बार गया हूं। मगर इस बार के लद्दाख ने मुझे नया नज़रिया दिया। लद्दाख के दिन इन...
सोशल मीडिया पर दिखावा पड़ सकता है महंगा

सोशल मीडिया पर दिखावा पड़ सकता है महंगा

कभी-कभी तो कुछ लोग इतने जोखिम भरे रील्स बनाते हैं जो जानलेवा हो जाते हैं। क्योंकि कई बार रील्स बनाने वाले दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।
‘हत्या’ दिवस अनुचित संज्ञा है

‘हत्या’ दिवस अनुचित संज्ञा है

कांग्रेस को निशाना बनाने के लिए उन्होंने एक 'हत्या' दिवस ही देश पर थोपा है! यह मूढ़ता की पराकाष्ठा है।
विश्वासघात से बड़ा पाप कोई नहीं!

विश्वासघात से बड़ा पाप कोई नहीं!

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बहुत बड़ी बात कह दी। सब धर्माचार्यों को इस तरह सच बोलने का साहस दिखाना चाहिए।
नौ मन तेल नहीं तो राधा कैसे नाचेगी !

नौ मन तेल नहीं तो राधा कैसे नाचेगी !

बस यहीं शुरू होती है नेताजी की चाहत । बदरपुर से विधायक रहे अब सांसद बन गए तो बदरपुर विधानसभा का उप-चुनाव होना ज़ाहिर है।
शंघाई सहयोग संगठन में असहज हो गया है भारत?

शंघाई सहयोग संगठन में असहज हो गया है भारत?

अब यह साफ हो चुका है कि 24 साल पहले एससीओ का गठन भले एक क्षेत्रीय सुरक्षा संगठन के रूप में हुआ, लेकिन अब इसका प्रभाव क्षेत्र काफी फैल...
फ्रांसीसी चुनाव: ‘लेफ्ट’-‘लिबरल’ का सच

फ्रांसीसी चुनाव: ‘लेफ्ट’-‘लिबरल’ का सच

‘लेफ्ट-लिबरल’ कितना विरोधाभासी है, उसका जीवंत उदाहरण फ्रांस के हालिया संसदीय चुनाव में देखने को मिल जाता है।
देश में अल्पसंख्यक कौन है?

देश में अल्पसंख्यक कौन है?

यह यक्ष प्रश्न है कि भारत में अल्पसंख्यक कौन है? उसकी परिभाषा क्या है? उसका आधार क्या है, धार्मिक या भाषायी या कुछ और?
आख़िर किसके दबाव में है नागरिक उड्डयन मंत्रालय?

आख़िर किसके दबाव में है नागरिक उड्डयन मंत्रालय?

निजी चार्टर सेवा प्रदान करने वाली एक कंपनी का है, जिस पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी कुछ विशेष मेहरबानियां कर रहे हैं।
सीबीआई जाँच के लिए, राज्य की मंजूरी जरूरी.?

सीबीआई जाँच के लिए, राज्य की मंजूरी जरूरी.?

अब सर्वोच्च न्यायालय के इस अहम् फैसले के बाद उम्मीद है कि केन्द्र द्वारा सीबीआई के राजनीतिक दुरूपयोग पर अंकुश लग जाएगा
अचानक से हुए अधूरे विस्तार को पूर्णता का इंतजार

अचानक से हुए अधूरे विस्तार को पूर्णता का इंतजार

सोमवार की सुबह अचानक से हुए अधूरे विस्तार के बाद प्रदेश की सियासत में सरगर्मी है।
चुनाव हारे तो अयोध्यावासियों का बहिष्कार?

चुनाव हारे तो अयोध्यावासियों का बहिष्कार?

जिन लोगों ने भी अयोध्यावासियों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है, वे किस श्रेणी के लोग हैं? या तो वे मूर्ख और अज्ञानी हैं
मनमर्जियों-बदज़ुबानियों के बीच बदचलन होती सियासत…

मनमर्जियों-बदज़ुबानियों के बीच बदचलन होती सियासत…

राहुल बाबा सदन में संजीदा, सुसंस्कृत संसदीय नेता कम एंग्रीयंगमैन- काऊ ब्याज की इमेज बनाने की तरफ ज्यादा झुके दिखे।
कार्यकर्ताओं को उत्साहित और नेताओं को नसीहत

कार्यकर्ताओं को उत्साहित और नेताओं को नसीहत

भाजपा की विस्तारित प्रदेश कार्य समिति
कौन चला रहा है अमेरिका का शासन?

कौन चला रहा है अमेरिका का शासन?

बाइडेन की जो दिमागी हालत है तो उसके मद्देजनर सवाल है कि  अभी अमेरिका का शासन कौन चला रहा है?
सिर्फ मोदी है तो ही मुमकिन है…

सिर्फ मोदी है तो ही मुमकिन है…

सरकार इन सुधारों या बदलावों को सिर्फ तीन साल के लिए यानी 2024 से 2027 तक के लिए प्रायोगिक तौर पर करे तो इससे सकारात्मक बदलाव तुरंत दिखने लगेंगे
भारत-विरोधी रिपोर्टों को बनाने वाले है कौन?

भारत-विरोधी रिपोर्टों को बनाने वाले है कौन?

इस रिपोर्ट में भारत में मतांतरण विरोधी कानूनों, नफरती भाषणों और अल्पसंख्यकों के कथित ‘उत्पीड़न’ आदि पर ‘चिंता’ जताई गई है।