Tuesday

15-04-2025 Vol 19
वेद और शब्द नित्य एकरस हैं

वेद और शब्द नित्य एकरस हैं

शब्द दो प्रकार का होता है-एक नित्य और दूसरा कार्य। इनमें जो शब्द, अर्थ और सम्बन्ध परमेश्वर के ज्ञान में हैं, वे सब नित्य होते हैं, और जो लोगों...
ऐसी शिक्षा किस काम की जिससे रोजगार नहीं!

ऐसी शिक्षा किस काम की जिससे रोजगार नहीं!

पिछले 25 वर्षों में सरकार की उदार नीति के कारण देशभर में तकनीकि शिक्षा व उच्च शिक्षा देने के लाखों संस्थान छोटे-छोटे कस्बों तक में कुकरमुत्ते की तरह उग...
परिणाम की प्रतीक्षा में गुणा-भाग

परिणाम की प्रतीक्षा में गुणा-भाग

मतदान होने के बाद से ही पोलिंग एजेंट से रिपोर्ट लेने के बाद राजनीतिक दलों की धड़कने बढ़ी हुई है।
झुग्गियों की कतार, गंदगी के अंबार और बुखार की भरमार…

झुग्गियों की कतार, गंदगी के अंबार और बुखार की भरमार…

कल तक सफाई में नम्बर वन रहने वाला मध्यप्रदेश इन दिनों पूरा मध्यप्रदेश मौसमी बीमारियों की चपेट में है।
भगत सिंह का पाकिस्तान में अपमान!

भगत सिंह का पाकिस्तान में अपमान!

जो समूह भारत-पाकिस्तान संबंध और ‘सिख-मुस्लिम सद्भावना’ की संभावनाओं पर बल देते है, वह हालिया घटनाक्रम पर क्या कहेंगे?
रोजगार की बहस और अहम सवाल

रोजगार की बहस और अहम सवाल

आज भारत में जो हालात हैं, उनके बीच रोजगार के अधिकतम अवसर पैदा करने की सबसे व्यावहारिक योजना क्या हो सकती है?
रीमेक की धुंध में पुरानी फ़िल्में

रीमेक की धुंध में पुरानी फ़िल्में

शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का ‘देवदास’ ऐसा उपन्यास है जिस पर देश में बार-बार और कई भाषाओं में फ़िल्में बनी हैं।
ये चुनाव एकजुटता के मुद्दे पर

ये चुनाव एकजुटता के मुद्दे पर

यह वास्तविकता है कि महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा का चुनाव हिंदू एकजुटता और देश की एकता व अखंडता के मुद्दे पर केंद्रित हो गया है।
लाला लाजपत राय आर्यसमाजी भी थे!

लाला लाजपत राय आर्यसमाजी भी थे!

स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय (28 जनवरी 1865- 17 नवम्बर 1928) आर्य समाज के भी प्रबल समर्थक थे।
हिंदुत्व की म्यान और सजते धनुष-बाण

हिंदुत्व की म्यान और सजते धनुष-बाण

पिछले दस साल में, और ख़ासकर पिछले पांच बरस में, मैं ने संघ-प्रमुख मोहन भागवत जी का जो आचार-विचार-व्यवहार देखा है
पिता के सान्निध्य के लिए बच्चों की ‘तिकड़म’

पिता के सान्निध्य के लिए बच्चों की ‘तिकड़म’

ओटीटी पर छोटे बजट की फिल्मों का महत्व: ओटीटी पर ऐसी फिल्मों का आना यह दर्शाता है कि अब कहानियों के पैमाने से ज्यादा उनकी गहराई पर ध्यान दिया...
न्यायपालिका ही प्रजातंत्र की सही संरक्षक…!

न्यायपालिका ही प्रजातंत्र की सही संरक्षक…!

भारत में प्रजातंत्र का एकमात्र आधार स्तंभ न्यायपालिका ही रह गया है और इसकी न्यायिक व्यवस्था ने भारतीय प्रजातंत्र पर अपनी छाप छोड़ी है
हर साल वायु प्रदूषण फिर भी समाधान नहीं!

हर साल वायु प्रदूषण फिर भी समाधान नहीं!

पर्यावरण विशेषज्ञ, नेता और संबंधित सरकारी विभागों के अफसर हर साल की तरह इस साल भी इस समस्या को लेकर सिर खपा रहे हैं।
अब भाजपा का संगठन चुनाव पर फोकस

अब भाजपा का संगठन चुनाव पर फोकस

बुधनी और विजयपुर विधानसभा के उप चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा का पूरा फोकस संगठन चुनाव पर है।
भारत को डरा हुआ देश बनाना हैं!

भारत को डरा हुआ देश बनाना हैं!

बेटी छीन लेने से ज्यादा डराने, अपमानजनक बात और क्या होगी? मगर जब मुकाबला गिरने का हो तो फिर आप कुछ नहीं कह सकते।
उपचुनावों से न बनेगा, न बिगड़ेगा!

उपचुनावों से न बनेगा, न बिगड़ेगा!

एकाध अपवादों को छोड़ दें तो आमतौर पर उपचुनावों का देश या राज्य की राजनीति पर कोई खास असर नहीं होता है।
साहित्य जगत में हंगामा क्यों मचा है?

साहित्य जगत में हंगामा क्यों मचा है?

एक टीवी चैनल के साहित्यिक कार्यक्रम में लेखकों के साथ-साथ बॉलीवुड के सितारों को बुलाए जाने के कारण सोशल मीडिया पर यह हंगामा मचा हुआ है।
फसल बड़ी हुई: लग गए कीड़े….?

फसल बड़ी हुई: लग गए कीड़े….?

इन दिनों देश पर राज कर रही भारतीय जनता पार्टी में दल बदलकर आने वाले दागी नेताओं कार्यकर्ताओं का भीषण दौर जारी है
विक्रमादित्य के नवरत्नों में एक थे कालिदास

विक्रमादित्य के नवरत्नों में एक थे कालिदास

संस्कृत भाषा के विश्ववन्द्य कवि और महान नाटककार कालिदास का जन्म देवभूमि नाम से प्रसिद्ध उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले में कविल्ठा गांव में हुआ था।
थम गया प्रचार अब पहुंचने लगे द्वार-द्वार

थम गया प्रचार अब पहुंचने लगे द्वार-द्वार

कुल मिलाकर बुधनी और विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार भले ही आज थम जाएगा
भारत न सीखेगा न अपराध मुक्त होगा!

भारत न सीखेगा न अपराध मुक्त होगा!

पिछले हफ्ते जब मैं सिंगापुर गया तो जो बात सबसे ज्यादा प्रभावित की, वह थी, इस देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति। वहाँ की आबादी में चीनी, मलय...
श्रीकृष्ण ने जब कंस का वध किया था

श्रीकृष्ण ने जब कंस का वध किया था

महाभारत सभापर्व के जरासंध पर्वाध्याय में श्रीकृष्ण स्वयं इस घटना का वर्णन युधिष्ठिर से करते हुए कहते हैं- भोजवंशीय वृद्ध क्षत्रियगण ने दुष्ट कंस के अत्याचार से अतिशय दुखित...
व्हाइट हाउस में भारत का दोस्त

व्हाइट हाउस में भारत का दोस्त

ट्रंप का एक और भाषण जो भारत में बहुत प्रसारित हुआ उसमें उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया।
औसत फ़िल्मों के यूनिवर्स में दर्शक

औसत फ़िल्मों के यूनिवर्स में दर्शक

रोहित शेट्टी फिर अपने कॉप यूनिवर्स में लौट गए हैं। ‘सिंघम’ के बाद आईं ‘सिंघम रिटर्न’, ‘सिंबा’ और ‘सूर्यवंशी’ इसी यूनिवर्स का हिस्सा थीं।
ट्रंप से भारत के लिए क्या?

ट्रंप से भारत के लिए क्या?

दीपावली के अवसर पर ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दोस्त बताया था।
ट्रंप जैसों का मुकाबला कैसे संभव?

ट्रंप जैसों का मुकाबला कैसे संभव?

अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं।
संसार का कोतवाल बन गए दोस्त के नव-युग में

संसार का कोतवाल बन गए दोस्त के नव-युग में

इस साल 4 जून के बाद बेतरह लड़खड़ा गई नरेंद्र भाई की देहभाषा को 8 अक्टूबर को थोड़ा सहारा मिल गया था।
हॉरर, मिथ और सिनेमाई जादू

हॉरर, मिथ और सिनेमाई जादू

'तुम्बाड' देखना एक ऐसा अनुभव है, जो आपको डराता भी है, सोचने पर मजबूर भी करता है, और सिनेमाई स्तर पर गहरे तक छू जाता है।
श्रीकृष्ण और गोपाष्टमी पर्व

श्रीकृष्ण और गोपाष्टमी पर्व

श्रीकृष्ण ने गौचारण आरंभ किया और वह शुभ तिथि कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष अष्टमी की थी।
चुनाव आयोग को निष्पक्ष भी दिखाई चाहिए!

चुनाव आयोग को निष्पक्ष भी दिखाई चाहिए!

क्या चुनाव आयोग सभी धर्मों के धार्मिक व सांस्कृतिक कैलेंडर का संज्ञान नहीं लेता? क्या पर्वों की महत्ता का आकलन आयोग अपने मन से करता है?
स्त्री वेदना को व्यक्त करने वाली गायिका

स्त्री वेदना को व्यक्त करने वाली गायिका

गिरिजा देवी के बाद वह दूसरी गयिका थीं, जिन्हें हिंदी प्रदेश की जनता ने प्यार और सम्मान दिया था।
कोऊ नृप होंऊ हमें का हानि…?

कोऊ नृप होंऊ हमें का हानि…?

अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में चार साल बाद पुनः डोनाल्ड ट्रम्प का चुना जाना अपने आप में एक सुखद आश्चर्य है
पुराणों के महानायक सहस्रार्जुन

पुराणों के महानायक सहस्रार्जुन

कार्तवीर्य सहस्रार्जुन बहुत लोक प्रिय सम्राट थे। विश्व भर के राजा महाराजा मांडलिक, मंडलेश्वर आदि सभी अनुचर की भांति सम्राट सहस्रार्जुन के दरबार में उपस्थित रहते थे।
अमेरिका में डेमोक्रेटस और भारत में कांग्रेसी!

अमेरिका में डेमोक्रेटस और भारत में कांग्रेसी!

डेमोक्रेट हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे। वहां के अख़बार भी करेंगे। न्यूज चैनल भी। समाज विज्ञानी भी।
छठ: अलौकिक माहात्म्य का महापर्व

छठ: अलौकिक माहात्म्य का महापर्व

जब सम्पूर्ण विश्व युद्ध के आतंक और मनुष्यता के विनाश के कगार पर खड़ा है। आतंकवाद निर्दोष मानवता के ऊपर बर्बरतापूर्ण व्यवहार करके डर और भय का वातावरण तैयार...
वैश्विक होता लोक आस्था का महापर्व

वैश्विक होता लोक आस्था का महापर्व

बिहार के श्रम साधक समाज ने देश ही नहीं विदेश तक सभी लोगों को सूर्योपासना के महान पर्व से परिचित कराया है।
जिन्ना मुरीद थे मुस्तफा कमाल के!

जिन्ना मुरीद थे मुस्तफा कमाल के!

खलीफत खात्मे के सौ साल होने पर इसके सबक से सब को शिक्षित करना चाहिए। .... मुस्तफा कमाल ने तुर्की संसद में कहा था, हमें हर हाल में नया...
प्रकृति के सम्मान का प्रतीक पर्व छठ

प्रकृति के सम्मान का प्रतीक पर्व छठ

पौराणिक मान्यतानुसार संतान प्रदाता और रक्षक के रूप में पूजी जाने वाली माता षष्ठी देवी को भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री माना गया है। इन्हें माता कात्यायनी भी कहा...
पटाखे पूरी तरह से बंद हो!

पटाखे पूरी तरह से बंद हो!

इस दीपावली पर पटाखे के कारण देश में जो कुछ हुआ हैं, उनमें से ज्यादातर में हिन्दू बनाम हिन्दू का मामला है।
न शर्म न हया: संविधान की रोज हत्या.?

न शर्म न हया: संविधान की रोज हत्या.?

इस तरह कुल मिलाकर आज की राजनीति से ‘जनसेवा’ का पूरी तरह लोप हो चुका है और वह पूरी तरह ‘स्व-सेवा’ बनकर रह गई है
तुर्की में मुल्ले-मौलवियों का खात्मा और गांधी का स्यापा

तुर्की में मुल्ले-मौलवियों का खात्मा और गांधी का स्यापा

मुस्तफा कमाल का स्पष्ट विचार था कि मजहब देश की आत्मा को जकड़ कर उसे फलने-फूलने से रोकता है।
गायत्री मंत्र के द्रष्टा महर्षि विश्वामित्र

गायत्री मंत्र के द्रष्टा महर्षि विश्वामित्र

भारत के सर्वाधिक प्रतिष्ठित ऋषि महर्षि विश्वामित्र ने न सिर्फ अपने ज्ञान और तपस्या के बल पर भारतीय धर्म और संस्कृति को समृद्ध किया, बल्कि अपनी साधना व तपस्या...
त्योहारों के दिन पर विवाद न बनाए

त्योहारों के दिन पर विवाद न बनाए

हमारे शास्त्रों में हर त्योहार के पीछे जो आधार हैं स्थापित हैं उन्हें सुविधानुसार तोड़-मरोड़ कर संशोधन करना सही नहीं है।
‘ट्रंप फोबिया’ के सहारे कमला हैरिस?

‘ट्रंप फोबिया’ के सहारे कमला हैरिस?

ट्रंप अपने समर्थक समूहों में उत्साह भरने में कामयाब हैं, जबकि स्विंग वोटर्स का भी बड़ा हिस्सा उनकी तरफ खिंचता दिखा है।
मंर्यादा और समरसता के पर्याय श्रीराम

मंर्यादा और समरसता के पर्याय श्रीराम

दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह 500 वर्षों के संघर्षपूर्ण इतिहास में पहली बार है, जब रामलला ने अपने भव्य मंदिर में दीपावली मनाई हैं।
दुश्मनों को अब नहीं छोड़ता है भारत

दुश्मनों को अब नहीं छोड़ता है भारत

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो अपनी दलगत राजनीति और सत्ता बचाए रखने की चिंता में एक के बाद एक कई गलतियां करते जा रहे हैं।
इंसानी जिजीविषा का नाम है ‘श्रीकांत’

इंसानी जिजीविषा का नाम है ‘श्रीकांत’

'श्रीकांत' एक बायोपिक है, जिसमे मनोरंजन के साथ साथ मोटिवेशन का भी एक संतुलित अनुपात है।
अगली दीवाली तक का प्रश्नपत्र

अगली दीवाली तक का प्रश्नपत्र

दीवाली आई। दीवाली चली गई। दीवाली फिर आएगी। दीवाली फिर चली जाएगी। पटाखों पर पाबंदी के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की हम ने कोई परवाह नहीं की।