Monday

10-03-2025 Vol 19

बेबाक विचार

Main Stories, बेबाक विचार, editorial news from india’s best writer and journalists.

अर्दोआन की जीत, पश्चिम में मायूसी!

अर्दोआन की जीत, पश्चिम में मायूसी!

पश्चिमी देशों का नेतृत्व मन ही मन उम्मीद लगाये बैठा था कि राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन का 20 साल का मनमानीपूर्ण राज ख़त्म हो जायेगा।
नया संसद भवन, नई उम्मीदें!

नया संसद भवन, नई उम्मीदें!

संसद की नई इमारत के समर्थन और विरोध में बहुत कुछ लिखा जा चुका है। जिस समय इस इमारत की नींव रखी गई थी उस समय इसकी जरूरत और...
संसद सबका गौरव है

संसद सबका गौरव है

सत्ताधारी दल के समर्थकों का बड़ा वर्ग भले संसद भवन पर गर्व करे, लेकिन विपक्ष समर्थक और बहुत से निष्पक्ष लोगों के लिए ऐसा करना फिलहाल संभव नहीं हुआ...
किसिंजर तो केवल एक!

किसिंजर तो केवल एक!

वे अब भी अपने करियर के अहम लम्हों के बारे में अंतिम सत्य बता सकते हैं। नहीं, दूसरा किसिंजर नहीं होगा, कभी नहीं।
जर्मन अर्थव्यवस्था में मंदी

जर्मन अर्थव्यवस्था में मंदी

जर्मनी की विशेषता यह है कि अभी भी उसकी अर्थव्यवस्था में उत्पादक उद्योग का महत्त्वपूर्ण हिस्सा कायम है।
नौ वर्षो की बरबादियां!

नौ वर्षो की बरबादियां!

तय कर सकना मुश्किल है। इसलिए भी क्योंकि मैं नोटबंदी के बाद से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी रीति-नीति का आलोचक हूं।
मोदी की नौ उपलब्धियां!

मोदी की नौ उपलब्धियां!

उफ, वक्त ! पल-पल स्यापा, फिर भी गुजर गए नौ वर्ष। पता नहीं नौ वर्षों में 140 करोड़ लोगों में कितनों के दिन अच्छे थे कितनों की रात लंबी।
पीएम, सीएम, डीएम का सत्ता केंद्रीकरण!

पीएम, सीएम, डीएम का सत्ता केंद्रीकरण!

हाल में भारत में लोकतंत्र और विकेंद्रित शासन व्यवस्था के अहम पड़ाव थे। पिछले साल आजादी के 75 साल पूरे हुए। धूमधाम से आजादी का अमृत महोत्सव मना।
नरेंद्र भाई नौ साल चले अढ़ाई कोस

नरेंद्र भाई नौ साल चले अढ़ाई कोस

नरेंद्र भाई के राज में जो हुआ है, उसे बहुत बढ़-चढ़ कर दिखाया गया है। जो नहीं हुआ है, उसे बहुत बढ़-चढ़ कर दबाया गया है।
ध्यान भटकाने का उपाय

ध्यान भटकाने का उपाय

भारत में जरूरत स्कूल सहित हर स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की है। शिक्षा देने  वाले या पाने वाले सीखने-सिखाने के दौरान क्या पहनते हैं, यह एक प्रासंगिक...
सौ साल का विवेक

सौ साल का विवेक

हेनरी किसिंजर की यह बात गौर करने लायक है कि दुनिया में आज हालात ठीक वैसे हैं, जैसे प्रथम विश्व युद्ध के पहले थे।
इमरान बिना पार्टी के अकेले न रह जाएं?

इमरान बिना पार्टी के अकेले न रह जाएं?

पाकिस्तान की सियासी स्क्रीप्ट से इमरान खान का रोल आउट हो सकता है। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) से इस्तीफों की झड़ी लग गई है।
संसद इमारत उद्घाटन का कैसा होगा इतिहास?

संसद इमारत उद्घाटन का कैसा होगा इतिहास?

देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस सहित 19 पार्टियों ने संसद भवन की नई इमारत के उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
गोलबंद होते सियासी मूड

गोलबंद होते सियासी मूड

यह बात लगभग पूरे भरोसे के साथ कही जा सकती है कि देश में भाजपा और उसके विरोध में जनमत अपेक्षाकृत अधिक सघन रूप ग्रहण कर रहा है।
आप के लिए आगे मुश्किल ज्यादा!

आप के लिए आगे मुश्किल ज्यादा!

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ेंगी और किसी नए राज्य में उसके विस्तार का रास्ता बंद होगा या कम से कम उसकी...
ट्रंप को बड़ी चुनावी चुनौती!

ट्रंप को बड़ी चुनावी चुनौती!

राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनना अब डोनाल्ड ट्रंप के लिए आसान नहीं होगा। फ्लोरिडा के दक्षिणपंथी गवर्नर रोन डेसांटिस उनके खिलाफ मैदान में उतर आए है।
दूरगामी महत्त्व का सहयोग

दूरगामी महत्त्व का सहयोग

यूरेशियन इकॉनमिक यूनियन (यूएईयू) का ब्रिक्स और एससीओ से अंतर्संबंध बनाने के  प्रयास के दूरगामी परिणाम हो सकते हैँ।
भारत की अपनी जब गलती

भारत की अपनी जब गलती

लद्दाख के देपसांग क्षेत्र में चीन के साथ चल रही सैनिक कमांडरों की पिछली बैठक में चीन ने वहां 15 किलोमीटर का बफर जोर बनाने की मांग की।
न जेलेंस्की-पुतिन थकेंगे, न युद्ध खत्म होगा!

न जेलेंस्की-पुतिन थकेंगे, न युद्ध खत्म होगा!

रूस का दावा है कि उसने बखमुत शहर पर कब्ज़ा कर लिया है परन्तु वह उसी क्षेत्र में और सैनिक भेज रहा है।
विपक्ष के पास अब अध्यादेश का मुद्दा

विपक्ष के पास अब अध्यादेश का मुद्दा

अगर विपक्षी पार्टियां साझा प्रयास करती हैं तो इस मुद्दे पर सरकार और भाजपा को उसी तरह से बैकफुट पर ला सकती हैं, जैसे किसानों ने कृषि कानूनों के...
धनी जी-7 गरीब देशों की सुने भी

धनी जी-7 गरीब देशों की सुने भी

यह बात तमाम विकासशील देशों को सुनने में बहुत अच्छी लगेगी।
जिस जी-20 का हल्ला है!

जिस जी-20 का हल्ला है!

भारत में जी-20 की मेजबानी मिलने का बड़ा शोर है। यह दीगर बात है कि ऐसे समूहों की मेजबानी उसके सदस्य हर देश को रोटेशन से मिलती है।
गारंटियां ठीक हैं, लेकिन…

गारंटियां ठीक हैं, लेकिन…

कांग्रेस ने अपने चुनावी वायदे के मुताबिक सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में पांच गारंटियां पर अमल की मंजूरी दे दी।
फिर नोटबंदी जैसे हालात बनेंगे!

फिर नोटबंदी जैसे हालात बनेंगे!

इस सवाल का जवाब देना होगा कि अगर बड़े नोट बंद करने का मकसद काला धन समाप्त करना था तो उससे भी बड़ा एक नोट क्यों जारी किया गया...
श्रीनगर में जी-20 की बैठक

श्रीनगर में जी-20 की बैठक

विदेशी प्रतिनिधियों का हवाईअड्डे पर पारंपरिक वेशभूषा में कश्मीरी युवतियों ने स्वागत किया।
यह संविधान से टकराव है

यह संविधान से टकराव है

सवाल यह है कि किसी संवैधानिक प्रावधान या कानून की व्याख्या का अधिकार किसे है? भारतीय संविधान ने यह हक सुप्रीम कोर्ट को दिया है।
हिरोशिमा में तिहरे खतरे के बादल!

हिरोशिमा में तिहरे खतरे के बादल!

होमो सेपियन ने वह मशीनी दिमाग-माइंड बना डाला है जो जैविक मनुष्य दिमाग से सीमाहीन सुपरफास्ट है।
जी-7 के दिखे जलवे, किशिदा की वाह!

जी-7 के दिखे जलवे, किशिदा की वाह!

यूक्रेन-रूस युद्ध ने सात देशों के समूह जी-7 को नया जीवन और नए आयाम दिए है।
प्रतिबंध या रस्म-अदायगी?

प्रतिबंध या रस्म-अदायगी?

जब जी-7 के देश अपनी शिखर बैठक के लिए जुटे, तो उन्हें यह जरूरी महसूस हुआ कि वे रूस पर कुछ नए प्रतिबंधों का एलान करें।
सत्ता जनविरोधी और बुद्धीनाशी

सत्ता जनविरोधी और बुद्धीनाशी

व्यंग में वैसे लिखना चाहिए कि अच्छा है जो प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और रेल मंत्री सब संघ-भाजपा के वोट आधार पर खुद कुल्हाडी चला रहे है।
बुद्धीनाशी राजनीति से रैवडियों का जंजाल!

बुद्धीनाशी राजनीति से रैवडियों का जंजाल!

केंद्र सरकार की गंगौत्री की देखादेखी हर प्रदेश सरकार अपनी-अपनी रैवडियां बना रही है।
जीएसटी वसूली पर बेसुध जनता का जश्न!

जीएसटी वसूली पर बेसुध जनता का जश्न!

भारत संभवतः दुनिया का पहला देश होगा जहां सरकार टैक्स वसूली के भारी भरकम आंकड़े उपलब्धि के तौर पर जारी करती है और भक्त जनता उसका जश्न मनाती है।
जब हित मिलते ना हों

जब हित मिलते ना हों

भारत सरकार के तीन मंत्री इस वार्ता में भाग लेने के लिए ब्रसेल्स पहुंचे। वहां भारत-ईयू व्यापार और तकनीक परिषद की बैठक शुरू हुई है।
तैयार रहे, तापमान तो बढ़ेगा!

तैयार रहे, तापमान तो बढ़ेगा!

दुनिया का हर जानकार कह रहा है कि यदि धरती को बचाना है तो दुनिया के औसत तापमान में 1.5 डिग्री की बढ़ोत्तरी की सीमा को कतई पार नहीं...
कांग्रेस के काम आएंगे सिद्धरमैया

कांग्रेस के काम आएंगे सिद्धरमैया

वे दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। कांग्रेस में शामिल होने के छह साल बाद ही 2013 में ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे और उसके बाद से प्रदेश में कांग्रेस...
भगदड़ में भी आगे!

भगदड़ में भी आगे!

एक और ऐसे इंडेक्स में भारत सबसे ऊपर आया है, जहां अपना नाम देखना कोई देश नहीं चाहेगा।
फिर चुनाव का क्या मतलब?

फिर चुनाव का क्या मतलब?

थाईलैंड में संसद के निचले सदन का आम चुनाव हुआ। लेकिन अब वहां आशंकाएं गहरा रही हैं कि जनादेश में जो बदलाव की इच्छा दिखी, असल में वह बदलाव...
जब घर कमजोर हो

जब घर कमजोर हो

जो बाइडेन के सामने एशिया-प्रशांत यात्रा में कटौती की मजबूरी उसके घरेलू संकट की वजह आई है। अमेरिका का कर्ज सीमा संकट नाजुक मोड़ पर पहुंचता हुआ नजर आ...
अमीर अमेरिका में खजाना खाली!

अमीर अमेरिका में खजाना खाली!

अमेरिका क़र्ज़ के भंवर में है। और यह संकट काफी गंभीर है – इतना गंभीर कि इसके कारण राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी आगामी विदेश यात्राएं रद्द कर दीं...
विपक्षी फॉर्मूला जीत की गारंटी नहीं

विपक्षी फॉर्मूला जीत की गारंटी नहीं

कर्नाटक के चुनाव नतीजों के बाद विपक्षी पार्टियां ज्यादा जोर-शोर से राष्ट्रीय गठबंधन बनाने की बात करने लगी हैं।
ये जो सूरत-ए-हाल है!

ये जो सूरत-ए-हाल है!

निर्यात और आयात दोनों में अप्रैल में भारी गिरावट आई। निर्यात में 12 प्रतिशत और आयात में 14 प्रतिशत गिरावट आई।
थाईलैंड में युवा जोश, लौटा लोकतंत्र!

थाईलैंड में युवा जोश, लौटा लोकतंत्र!

राजशाही-समर्थित सैनिक सरकार इतनी आसानी से हार नहीं मानेगी और नयी सरकार को बनने में हफ़्तों या महीनों लग सकते हैं।
राष्ट्रीय गठजोड़ के फेर में विपक्ष न पड़े!

राष्ट्रीय गठजोड़ के फेर में विपक्ष न पड़े!

लोकतांत्रिक राजनीति की एक सचाई है कि इसमें विपक्ष जीतता नहीं है, बल्कि चुनी हुई सरकारें हारती हैं।
कार्यबल में घटती महिलाएं

कार्यबल में घटती महिलाएं

विश्व बैंक के मुताबिक भारत में औपचारिक और अनौपचारिक कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी साल 2005 में 27 फीसदी थी, जो 2021 में घटकर 23 फीसदी रह गई।
चुभती हुई हकीकतें

चुभती हुई हकीकतें

चीन के साथ पश्चिम के बढ़ते टकराव के साथ ही पश्चिमी मीडिया ने भारत के आर्थिक विकास के मामले में अगला हॉट स्पॉट होने का गुब्बारा खूब फुला रखा...
भाजपा को अपनी रणनीति पर सोचना होगा

भाजपा को अपनी रणनीति पर सोचना होगा

कर्नाटक नतीजों के बाद भाजपा को अपने चुनावी एजेंडे के बारे में भी गंभीरता से सोचना होगा।
‘न्यू इंडिया’ में ‘नया इंडिया’, वर्ष-14, अंक-1

‘न्यू इंडिया’ में ‘नया इंडिया’, वर्ष-14, अंक-1

यदि वैदिकजी होते तो वे आज लिखते हुए हिंदी पत्रकारिता में ‘नया इंडिया’ के प्रयोग का अर्थ बताते। एक दफा उन्होंने ‘नया इंडिया’ को हिंदी पत्रकारिता का कंठहार बताया।
तुर्कीः अर्दोआन हारे नहीं, मुकाबला जारी!

तुर्कीः अर्दोआन हारे नहीं, मुकाबला जारी!

रविवार को तुर्की में नया राष्ट्रपति और नयी संसद चुनने के लिए वोट डाले गए। कयास थे कि ये चुनाव राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन के दो दशक लम्बे कार्यकाल...