Monday

10-03-2025 Vol 19

Current Affairs

important political or social events that are happening at the present time

फीलगुड का साल हो सकता है 2023

फीलगुड का साल हो सकता है 2023

नया साल देश के नागरिकों के लिए फीलगुड का साल हो सकता है। सोचें, सारी दुनिया आर्थिक मंदी की चिंता में है।
मजबूत हो रही हैं क्षेत्रीय पार्टियां

मजबूत हो रही हैं क्षेत्रीय पार्टियां

ओड़िशा में बीजू जनता दल ने स्थापना के 25 साल पूरे किए हैं तो पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के 25 साल पूरे हुए हैं।
सरकारें कृपा नहीं कर रही पर अहसान जतला रही!

सरकारें कृपा नहीं कर रही पर अहसान जतला रही!

केंद्र सरकार देश के 81.35 करोड़ लोगों को पांच किलो मुफ्त अनाज देगी तो साथ साथ उनको यह भी बताएगी कि यह अनाज उनको किसकी कृपा से मिल रहा...
चुनाव और यात्रा से बदलता विमर्श

चुनाव और यात्रा से बदलता विमर्श

लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा पूर्णता की ओर बढ़ रही है वैसे वैसे देश की राजनीति का...
विदेशी विश्वविद्यालयों का इतना हल्ला क्यों?

विदेशी विश्वविद्यालयों का इतना हल्ला क्यों?

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में अपना कैंपस खोलने की इजाजत देने के नियमों का एक मसौदा जारी किया है। इस मसौदे को लेकर ...
नेताओं पर कैसे लगाम लगाएंगी पार्टियां!

नेताओं पर कैसे लगाम लगाएंगी पार्टियां!

यह सुप्रीम कोर्ट की सदिच्छा है, जो उसने कहा कि नेताओं, सांसदों, विधायकों या मंत्रियों के बेतुके बयानों पर रोक लगाने का काम पार्टियों को खुद करना चाहिए।
चुनाव हैं पर उनसे 2024 तय नहीं होगा

चुनाव हैं पर उनसे 2024 तय नहीं होगा

वैसे तो भारत में हर साल चुनाव होते हैं लेकिन 2023 का साल इस मायने में अलग है क्योंकि इस साल जितने चुनाव हैं उतने किसी एक साल में...
माफी तो फिर भी सरकार को ही मांगनी चाहिए!

माफी तो फिर भी सरकार को ही मांगनी चाहिए!

सर्वोच्च अदालत ने बहुमत के फैसले में कहा है कि नोटबंदी का फैसला करने की प्रक्रिया सही थी। हालांकि उसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
2024 की प्रतीक्षा और तैयारियों का वर्ष

2024 की प्रतीक्षा और तैयारियों का वर्ष

अगले साल लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले 2023 का साल उस चुनाव की तैयारियों और उसकी प्रतीक्षा का साल होगा।