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09-03-2025 Vol 19

Current Affairs

important political or social events that are happening at the present time

RAS-2024 के लिए 733 पदों के लिए आवेदन का आखिरी मौका आज…

RAS-2024 के लिए 733 पदों के लिए आवेदन का आखिरी मौका आज…

RAS-2024: लास्ट डेट आज यानि 18 अक्टूबर है। कुल 733 पद, जिसमें राज्य सेवा के 346 और अधीनस्थ सेवा के 387 पद हैं।
RSMSSB CET 2024 परीक्षा के लिए आवेदन शुरू, जानें एग्जाम पैटर्न और अप्लाई का तरीका

RSMSSB CET 2024 परीक्षा के लिए आवेदन शुरू, जानें एग्जाम पैटर्न और अप्लाई का तरीका

CET Exam 2024: स्नातक स्तर के लिए CET परीक्षा का आयोजन 21 से 24 सितंबर तक होगा.वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के लिए 23 से 26 अक्टूबर तक होगी
ESA ने जारी की आश्चर्यजनक तस्वीर: मंगल की जमीन पर काली मकड़‍ियां

ESA ने जारी की आश्चर्यजनक तस्वीर: मंगल की जमीन पर काली मकड़‍ियां

यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने मंगल ग्रह की सतह से एक नया फोटो जारी किया हैं। पहली नजर में देखने…
Current affairs: भारत रत्न अवॉर्ड पाने वालों में दो पूर्व प्रधानमंत्री भी, हिंद महासागर संस्करण सम्मेलन में शामिल होगा भारत

Current affairs: भारत रत्न अवॉर्ड पाने वालों में दो पूर्व प्रधानमंत्री भी, हिंद महासागर संस्करण सम्मेलन में शामिल होगा भारत

Current affairs of 10 february 2024। भारत रत्न अवॉर्ड पाने वालों में दो पूर्व प्रधानमंत्री भी, हिंद महासागर संस्करण सम्मेलन में शामिल होगा भारत। 10 February History
प्रिगोझिनः पुतिन का भस्मासुर?

प्रिगोझिनः पुतिन का भस्मासुर?

नाम है येवगेनी प्रिगोझिन।इसे पुतिन ने ही बनाया। इसको दुनिया ने 24 घंटे में जाना। लोगों में अभी भी कौतुहल है कि यह  व्यक्ति पुतिन का भस्मासुर तो साबित...
अब किताबें और लेखक भी साफ्ट टारगेट!

अब किताबें और लेखक भी साफ्ट टारगेट!

गत 12 जून को उन्होंने अपने उपन्यास ‘द स्नो फारेस्ट’ का प्रकाशन अनिश्चिकाल के लिए टाल दिया।
टाईटन का फितूरी रोमांच!

टाईटन का फितूरी रोमांच!

टाईटेनिक के प्रति मोह के कारण होने वाली त्रासदियों को अब और नहीं होने देना नहीं चाहिए। टाईटेनिक डूब चुका है।उसे हमें अब भुलाकर आगे बढ़ना चाहिए।
विपक्ष के ब्लैक शीप

विपक्ष के ब्लैक शीप

अरविंद केजरीवाल की विपक्ष की पटना बैठक का माहौल बिगाड़ने के मकसद से वहां गए थे। इसका संकेत उनकी पार्टी पहले से ही दे रही थी।
कटिंग-एज तो नहीं

कटिंग-एज तो नहीं

रणनीतिक क्षेत्र में भारत में अमेरिकी नौसैनिक बेड़ों को “मरम्मत की सुविधा” देने पर सहमति बनी, उसे जरूर एक अहम घटना समझा जाएगा।
2024 में ब्रिटेन की भी परीक्षा!

2024 में ब्रिटेन की भी परीक्षा!

क्या बोरिस जॉनसन का अब भी कोई राजनैतिक भविष्य है? क्या इंग्लैंड के इस पूर्व प्रधानमंत्री की कभी सत्ता में वापसी होगी?
आजादी की हसरत लिए डुबते लोग!

आजादी की हसरत लिए डुबते लोग!

यूरोप पहुँचने के इच्छुक लोगों को भेड़-बकरियों की तरह भरा गया था, ग्रीस के तट के पास डूब गई।
अमेरिका क्या चीन को देगा बराबरी का दर्जा?

अमेरिका क्या चीन को देगा बराबरी का दर्जा?

अमरीकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन चीन की यात्रा पर हैं और पूरी दुनिया की इस पर निगाह है। पिछले पांच सालों में चीन की यात्रा करने वाले वे पहले...
गलवान के तीन साल

गलवान के तीन साल

गलवान घाटी की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना की तीसरी बरसी एक उचित अवसर है, जब चीन के मामले में भारत की नीति का एक ठोस आकलन किया जाए।
डाटा लीक की हकीकत क्या है?

डाटा लीक की हकीकत क्या है?

सुरक्षा के विशेषज्ञ एक फायरवाल तैयार करते हैं और हैकर्स उसमें सेंध लगाने के रास्ते तलाशते हैं। यह सतत चलने वाली प्रक्रिया है।
मणिपुर की चिंता करनी चाहिए

मणिपुर की चिंता करनी चाहिए

अगर सरकार मैती समुदाय को एसटी में शामिल करने पर दिए गए हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करती है तो मैती समुदाय के लोग भड़केंगे और हिंसा...
कांग्रेस की गारंटियां हो रही लागू! क्या जवाब है?

कांग्रेस की गारंटियां हो रही लागू! क्या जवाब है?

कर्नाटक में सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में कांग्रेस की सरकार ने चुनाव में किए गए पांच वादों को पूरा करने का फैसला किया।
हर विरोध को मोदी सरकार क्यों प्रतिष्ठा का सवाल बनाती?

हर विरोध को मोदी सरकार क्यों प्रतिष्ठा का सवाल बनाती?

लोकतंत्र हर पांच साल पर मतदान करने का नाम नहीं है और कोई भी देश सिर्फ इस आधार पर लोकतांत्रिक नहीं बनता है कि वहां चुनी हुई सरकार चल...
कांग्रेस लौटी धर्मनिरपेक्षता के एजेंडे में!

कांग्रेस लौटी धर्मनिरपेक्षता के एजेंडे में!

एंटनी कमेटी की रिपोर्ट ने कांग्रेस की दुविधा खत्म की थी और वह खुल कर हिंदू राजनीति करने लगी थी।
हादसों से सबक नहीं लेतीं सरकारें

हादसों से सबक नहीं लेतीं सरकारें

कायदे से इस बात को स्वीकार करना चाहिए कि रेलवे की सेहत ठीक नहीं है। पिछले कई दशक से रेलवे का इस्तेमाल राजनीति चमकाने के लिए ज्यादा हुआ है।
मोदी को वोट के मूड का आधार क्या?

मोदी को वोट के मूड का आधार क्या?

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के मौके पर कई तरह के सर्वेक्षण हुए, जिनसे मोदी सरकार की लोकप्रियता बरकरार रहने का निष्कर्ष जाहिर हुआ।
एमपी, एमएलए की ऐसे सदस्यता जाने लगी तो आगे क्या?

एमपी, एमएलए की ऐसे सदस्यता जाने लगी तो आगे क्या?

आजम खान की हेट स्पीच मामले में रिहाई ने विधायकों, सांसदों की आनन-फानन में सदस्यता समाप्त करने, उनकी सीटों को खाली घोषित करने और उपचुनाव कराने की जल्दी पर...
एकता दिखाने की नहीं बनाने की जरूरत

एकता दिखाने की नहीं बनाने की जरूरत

जदयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के प्रयास के तहत 12 जून को पटना में एक बड़ी बैठक होने वाली...
नया संसद भवन, नई उम्मीदें!

नया संसद भवन, नई उम्मीदें!

संसद की नई इमारत के समर्थन और विरोध में बहुत कुछ लिखा जा चुका है। जिस समय इस इमारत की नींव रखी गई थी उस समय इसकी जरूरत और...
संसद इमारत उद्घाटन का कैसा होगा इतिहास?

संसद इमारत उद्घाटन का कैसा होगा इतिहास?

देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस सहित 19 पार्टियों ने संसद भवन की नई इमारत के उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
आप के लिए आगे मुश्किल ज्यादा!

आप के लिए आगे मुश्किल ज्यादा!

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ेंगी और किसी नए राज्य में उसके विस्तार का रास्ता बंद होगा या कम से कम उसकी...
विपक्ष के पास अब अध्यादेश का मुद्दा

विपक्ष के पास अब अध्यादेश का मुद्दा

अगर विपक्षी पार्टियां साझा प्रयास करती हैं तो इस मुद्दे पर सरकार और भाजपा को उसी तरह से बैकफुट पर ला सकती हैं, जैसे किसानों ने कृषि कानूनों के...
फिर नोटबंदी जैसे हालात बनेंगे!

फिर नोटबंदी जैसे हालात बनेंगे!

इस सवाल का जवाब देना होगा कि अगर बड़े नोट बंद करने का मकसद काला धन समाप्त करना था तो उससे भी बड़ा एक नोट क्यों जारी किया गया...
कांग्रेस के काम आएंगे सिद्धरमैया

कांग्रेस के काम आएंगे सिद्धरमैया

वे दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। कांग्रेस में शामिल होने के छह साल बाद ही 2013 में ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे और उसके बाद से प्रदेश में कांग्रेस...
विपक्षी फॉर्मूला जीत की गारंटी नहीं

विपक्षी फॉर्मूला जीत की गारंटी नहीं

कर्नाटक के चुनाव नतीजों के बाद विपक्षी पार्टियां ज्यादा जोर-शोर से राष्ट्रीय गठबंधन बनाने की बात करने लगी हैं।
राष्ट्रीय गठजोड़ के फेर में विपक्ष न पड़े!

राष्ट्रीय गठजोड़ के फेर में विपक्ष न पड़े!

लोकतांत्रिक राजनीति की एक सचाई है कि इसमें विपक्ष जीतता नहीं है, बल्कि चुनी हुई सरकारें हारती हैं।
भाजपा को अपनी रणनीति पर सोचना होगा

भाजपा को अपनी रणनीति पर सोचना होगा

कर्नाटक नतीजों के बाद भाजपा को अपने चुनावी एजेंडे के बारे में भी गंभीरता से सोचना होगा।
कर्नाटक के जनादेश का बड़ा मतलब

कर्नाटक के जनादेश का बड़ा मतलब

कर्नाटक में मतदान के दिन यानी 10 मई को मैंने इसी कॉलम में ‘कर्नाटक का चुनाव रास्ता दिखाएगा’ शीर्षक से लेख लिखा था और सचमुच कर्नाटक की जनता ने...
अदालती फैसलों का अच्छा दिन!

अदालती फैसलों का अच्छा दिन!

गुरुवार 11, मई का दिन ऐतिहासिक अदालती फैसलों का दिन रहा। देश की सर्वोच्च अदालत ने संविधान की भावना का मान रखने वाले दो अहम फैसले दिए।
कोरोना समाप्त हुआ लेकिन आगे क्या?

कोरोना समाप्त हुआ लेकिन आगे क्या?

अगर लैब में इस तरह का घातक वायरस तैयार किया जा रहा है तो इसका मतलब है कि पूरी मानवता का भविष्य किसी एक सनकी व्यक्ति के हाथ में...
कर्नाटक का चुनाव रास्ता दिखाएगा

कर्नाटक का चुनाव रास्ता दिखाएगा

भारत जैसे विविधता वाले लोकतंत्र में हर चुनाव अलग होता है। उसके मुद्दे अलग होते हैं, नतीजे अलग होते हैं और उनका असर भी अलग अलग होता है।
पवार से पार पाना मुश्किल

पवार से पार पाना मुश्किल

शरद पवार ने भारतीय राजनीति में कई बार सफलतापूर्वक आजमाए जा चुके इस दांव को अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए आजमाया।
राक्षस है भारत में सोशल मीडिया!

राक्षस है भारत में सोशल मीडिया!

सोशल मीडिया किस तरह से राक्षस बन गया है यह समझने के लिए हाल की दो मिसालें देखी जा सकती हैं।
चुनाव घोषणापत्र और राजनीति का स्तर

चुनाव घोषणापत्र और राजनीति का स्तर

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जहां प्रचार में नेताओं के भाषण से राजनीति का न्यूनतम स्तर तय हो रहा है।
न्यायिक सक्रियता का नया दौर!

न्यायिक सक्रियता का नया दौर!

आमतौर पर माना जाता है कि कार्यपालिका के कमजोर होने से सरकार और विधायिका दोनों के कामकाज में न्यायपालिका का दखल बढ़ता है।
चीन से वार्ता का क्या संदेश है?

चीन से वार्ता का क्या संदेश है?

डोकलाम से लेकर अरुणाचल प्रदेश के अंदर तक चीन ने किसी न किसी रूप में दखल देने का प्रयास किया है।
बोफोर्स नहीं बन रहा अदानी का मुद्दा!

बोफोर्स नहीं बन रहा अदानी का मुद्दा!

राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रवक्ताओं को छोड़ दें तो ज्यादातर नेता अदानी मसले पर चुप हो गए हैं।
विचारधारा और चुनाव अलग अलग हैं!

विचारधारा और चुनाव अलग अलग हैं!

आम आदमी पार्टी हमेशा अपनी अजीबोगरीब राजनीतिक पहलों से देश के लोगों को चौंकाती रहती है।
नीतीश का एजेंडा और विपक्षी एकजुटता

नीतीश का एजेंडा और विपक्षी एकजुटता

वैसे तो ये दोनों- नीतीश कुमार का एजेंडा और विपक्षी एकजुटता का प्रयास- अलग अलग चीजें हैं लेकिन नीतीश ने बहुत होशियारी से इन दोनों को मिला दिया है।
सरकारी विफलता का नाम है अमृतपाल!

सरकारी विफलता का नाम है अमृतपाल!

खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल ने सरेंडर कर दिया और उसको गिरफ्तार करके असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया, जहां उसके दूसरे साथियों को रखा गया है।
घटनाएं विपक्षी एकता बनवा रही हैं

घटनाएं विपक्षी एकता बनवा रही हैं

वैसे तो राजनीति के बारे में माना जाता है कि वहां सब कुछ योजना के तहत होता है लेकिन कई बार कुछ घटनाएं किसी योजना का हिस्सा नहीं होती...
चुनाव से पहले कानूनी लड़ाई!

चुनाव से पहले कानूनी लड़ाई!

विपक्षी पार्टियों को अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले लंबी और बेहद सघन कानूनी लड़ाई लड़नी है। उससे बचेंगे तभी चुनाव लड़ने के लायक रहेंगे।
अगले चरण की आरक्षण राजनीति!

अगले चरण की आरक्षण राजनीति!

आरक्षण का पंडोरा बॉक्स खुलने वाला है। राहुल गांधी ने समाजवादी नेताओं की लाइन पकड़ी है और ‘जितनी आबादी, उतना हक’ का नारा दिया है। इस तरह का नारा...