संपादकीय कॉलम

July 20, 2023
संपादकीय
गरीबी पर बहस हो
पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने बहुआयामी गरीबी सूचकांक जारी किया था, जिसमें बताया गया कि इस पैमाने पर भारत में गरीबों की संख्या घटकर 16.4 रह...
July 19, 2023
संपादकीय
सिर्फ सिस्टम काफी नहीं
क्या यह सचमुच रुपये को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनाने और इस रूप में अमेरिकी डॉलर के एक विकल्प के रूप में खड़ा करने के लिहाज से पर्याप्त है?
July 19, 2023
संपादकीय
डगमगाती विकासशील अर्थव्यवस्थाएं
चीन में पिछला पूरा साल कोरोना प्रभावित रहा था, जिसका उसकी अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा। इस वर्ष सुधार के संकेत हैं, लेकिन उतना नहीं, जिसकी उम्मीद की...

July 18, 2023
संपादकीय
किस एकता में ज्यादा दम?
विपक्षी दलों का एकजुटता प्रयास बंगलुरू पहुंचने के मौके पर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को भी अपने गठबंधन- नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) का ख्याल आया।

July 18, 2023
संपादकीय
शहर बाढ़ से कैसे बचें?
देश की राजधानी का बड़ा हिस्सा पिछले हफ्ते बाढ़ में डूब गया। बारिश हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हुई, जिससे यमुना में पानी आया।

July 17, 2023
संपादकीय
मोदी व विभाजित फ्रांसिसी जनमत
फ्रांस के सबसे प्रतिष्ठित अखबार ला मोंद ने मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी, वामपंथी नेता ज्यां लुक मेलेन्शॉ ने बास्टिल डे समारोह में मोदी को बुलाने...
July 17, 2023
संपादकीय
कर्ज का ये बोझ क्यों?
विकासशील दुनिया इस वक्त कर्ज के कैसे बोझ तले दबी हुई है, इसकी एक चिंताजनक तस्वीर अब सामने आई है।

July 14, 2023
संपादकीय
हर जगह मौसम की मार
जलवायु परिवर्तन का असर एक बार फिर यही जाहिर कर रहा है कि कुदरत किन्हीं सरहदों का ख्याल नहीं करती।
July 14, 2023
संपादकीय
इंसाफ का नया अंदाज
अगर मामला भारत सरकार या सत्ताधारी पार्टी की राजनीतिक विचारधारा से जुड़ा हो, तो कोर्ट का फैसला कुछ ऐसा होता है, जिससे सत्ता पक्ष को ज्यादा परेशानी ना हो।

July 13, 2023
संपादकीय
निर्णय कम, बातें ज्यादा
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के लिथुआनिया में हुए शिखर सम्मेलन में उग्र बातें तो खूब हुईं, लेकिन जिन दो फैसलों पर नजर थी, उन पर आखिर में ठोस...
July 13, 2023
संपादकीय
ये जो हकीकत है
भारत सरकार ने 'स्वच्छ भारत' अभियान के तहत 2019 में देश को खुले में शौच की समस्या से मुक्त घोषित कर दिया था।

July 12, 2023
आज खास
उम्मीद और जमीनी हकीकत
अहम सवाल है कि अगर भारत पहली पसंद बना हुआ है, तो असल में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ क्यों नहीं रहा है?

July 12, 2023
संपादकीय
क्योंकि जड़ कमजोर है
ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन का गुजरात में वेदांता के साथ प्रस्तावित सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट से अलग होने का फैसला भारत की जमीनी कमजोरियों की तरफ एक और इशारा है।
July 11, 2023
संपादकीय
इरादा बुलंद है, लेकिन
इतिहास यह है कि मुद्रा की ताकत संबंधित देश की अंदरूनी अर्थव्यवस्था की ताकत से तय होती है।
July 11, 2023
संपादकीय
नाटो सम्मेलन पर नज़र
आज से शुरू हो रही दो दिन की नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) की शिखर बैठक पर सारी दुनिया की नजर है।

July 10, 2023
संपादकीय
लंबी यात्रा ही रास्ता
राहुल गांधी की इस समझ की पुष्टि होती है कि वर्तमान माहौल में सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत विपक्ष की राजनीति करना संभव नहीं रह गया है।

July 10, 2023
संपादकीय
पर्यावरण की फिक्र नहीं
खुद जापान में नागरिकों का एक बड़ा हिस्सा टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (टेप्को) के इस निर्णय का विरोध कर रहा है।

July 07, 2023
संपादकीय
राजनीतिक पारिवार की कलह
सवाल नहीं पूछा जाता कि किसी नेता ने अपनी पार्टी को अपने परिजनों और रिश्तेदारों से इस तरह क्यों भरा, जिससे उसकी परिवारिक कलह राजनीति के दायरे तक फैल...
July 07, 2023
संपादकीय
‘चिप वॉर’ का नया मोड़
चीन के खिलाफ अमेरिका ने जिस चिप वॉर की शुरुआत की, अब वह खतरनाक मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है।

July 06, 2023
संपादकीय
बर्बरता की ओर सफर?
उन्होंने मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पर दलगत भावना से ऊपर उठ कर तुरंत ‘कठोरतम’ कार्रवाई का आदेश दिया।

July 06, 2023
संपादकीय
ये खतरा बढ़ रहा है
देखते-देखते “खालिस्तान” का साया फिर संगीन हो गयाहै, इस बात के साफ संकेत हैं। पिछले दिनों ब्रिटेन और अमेरिका में भारतीय राजनयिक ठिकानों पर हमले हुए थे।

July 05, 2023
संपादकीय
‘मानवीय भूल’ का कारण?
ओडिशा के बालासोर में पिछले दो जून को हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना के बारे रेल सुरक्षा आयुक्त की जांच इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि यह हादसा “मानवीय भूल”...
July 05, 2023
संपादकीय
दाल की खेती क्यों घटी?
यह खबर चिंताजनक है कि बीते साल के मुकाबले भारत में धान और अरहर की खेती वाले इलाके इस साल घट गए हैं।

July 04, 2023
संपादकीय
चरमराता संघीय ढांचा
पिछले हफ्ते तमिलनाडु में जो हुआ, उसे भारत के चरमराते संघीय ढांचे की ही मिसाल कहा जाएगा।

July 04, 2023
संपादकीय
पवारः‘गुगली’ किसकी?
कुछ रोज पहले शरद पवार ने स्वीकार किया था कि पिछले चुनाव से पहले गठबंधन के सवाल पर उनकी भारतीय जनता पार्टी से बातचीत हुई थी।

July 03, 2023
संपादकीय
राहुल गांधी का मरहम
राहुल गांधी के मणिपुर दौरे से यह बात जाहिर हुई कि लगभग दो महीनों से हिंसा ग्रस्त इस राज्य के लोग किस हताशा और बेचैनी में हैं।

June 30, 2023
संपादकीय
कर्नाटकः बदले की राजनीति
कर्नाटक सरकार की इस बात के लिए तारीफ की जाएगी कि चावल खरीद में केंद्र की ओर से डाली रुकावट को उसने अपने चुनावी वादे को पूरा ना करने...
June 29, 2023
संपादकीय
असल समस्या है मोनोपॉली
आईएमएफ की तरफ से अर्थशास्त्रियों नील-जैकब हानसेन, फ्रेडरिक टोस्कानी और जिंग झाऊ ने कहा है कि पिछले दो साल के दौरान कंपनियों ने लागत मूल्य में वृद्धि की तुलना...
June 28, 2023
संपादकीय
बराक ओबामा को आईना!
मॉब लीचिंग रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में दिशा निर्देश जारी किए थे। मगर इसी महीने महाराष्ट्र में ऐसी दो घटनाएं हुई हैँ।
June 27, 2023
संपादकीय
सुरक्षा आउटसोर्सिंग के खतरे
अमेरिका ने भी गुजरे दशकों में बड़ी संख्या में प्राइवेट आर्मी को अपने युद्धों में लगाया है।

June 26, 2023
Current Affairs
विपक्ष के ब्लैक शीप
अरविंद केजरीवाल की विपक्ष की पटना बैठक का माहौल बिगाड़ने के मकसद से वहां गए थे। इसका संकेत उनकी पार्टी पहले से ही दे रही थी।

June 22, 2023
संपादकीय
जब सुना ही ना जाए!
मणिपुर के निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की मनोदशा का अंदाजा लगाया जा सकता है। खास बात यह कि इन प्रतिनिधियों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता भी शामिल हैं।
June 21, 2023
संपादकीय
बात हुई, यही काफी
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन की चीन यात्रा से क्या कोई ठोस नतीजा निकला, यह कहना कठिन है।
June 20, 2023
संपादकीय
कठघरे में रिजर्व बैंक
एक खबर यह है कि आरबीआई ने बैंकों को उन डिफॉल्टरों से समझौता कर मामला निपटाने का अधिकार दे दिया है, जिन्होंने जानबूझ कर ऋण नहीं चुकाया।
June 19, 2023
संपादकीय
तकनीक साझा करेगा अमेरिका?
हथियार कारोबार का हिसाब-किताब रखने वाली स्वीडन की प्रमुख संस्था- सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक 2018-22 की अवधि में भारत दुनिया में सबसे बड़ा हथियार आयातक देश रहा।
June 16, 2023
Current Affairs
गलवान के तीन साल
गलवान घाटी की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना की तीसरी बरसी एक उचित अवसर है, जब चीन के मामले में भारत की नीति का एक ठोस आकलन किया जाए।