Monday

10-03-2025 Vol 19

संपादकीय कॉलम

ऐसी देशभक्ति से बचें

ऐसी देशभक्ति से बचें

कनाडाई मीडिया के मुताबिक इंडियन साइबर फोर्स नाम के गुट ने साइबर हमले किए।
रोजगार की भयावह तस्वीर

रोजगार की भयावह तस्वीर

बताया गया है कि 2019 के बाद से भारत में नियमित वेतन की नौकरियों के सृजन की रफ्तार कम हुई है। इसका एक बड़ा कारण कोविड-19 महामारी रही।
यही सोच समस्या है

यही सोच समस्या है

मणिपुर में बेकाबू हालात के बीच 19 थाना क्षेत्रों को छोड़ कर बाकी पूरे राज्य को अशांत क्षेत्र घोषित किया गया है।
अब अमेरिका को आईना!

अब अमेरिका को आईना!

संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री एस जयशंकर के संबोधन का लब्बोलुआब संभवतः यह है कि भारत ने पश्चिमी देशों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
अमेरिका खेलेगा कश्मीर कार्ड?

अमेरिका खेलेगा कश्मीर कार्ड?

भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कश्मीर मसले पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इस विवाद को भारत और पाकिस्तान को आपस में हल करना है।
पिटे नारों के सहारे!

पिटे नारों के सहारे!

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का माहौल गरमा रहा है। वहां सत्ता के बड़े दावेदार अब खुद को प्रचार में झोंक रहे हैं।
एक और राष्ट्रीय शर्म

एक और राष्ट्रीय शर्म

बात राष्ट्रीय राजधानी की है, जो देश की सत्ता का केंद्र है- जहां पक्ष-विपक्ष में रोज ही किसी ना किसी मुद्दे को लेकर तकरार छिड़ी रहती है।
ट्रुडो की अन्य मुश्किल

ट्रुडो की अन्य मुश्किल

भारत के साथ छिड़े विवाद के समय ही कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो एक दूसरे विवाद में भी फंस गए हैं।
भारत की बढ़ती चुनौतियां

भारत की बढ़ती चुनौतियां

दो दिन के शुरुआती भ्रम के बाद यह बात साफ हो गई कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने भारत पर जो गंभीर आरोप लगाया, उसको पर पश्चिम के...
जर्मन रुझान के सबक

जर्मन रुझान के सबक

मुश्किलों भरे वक्त में लोग राजनीतिक रूप से सक्रिय हो जाते हैं और नया रुख अख्तियार करते हैं। उस समय लोगों को धुर दक्षिणपंथ यानी नफरत के एजेंडे की...
ये कैसा ‘हार्ड स्टेट’?

ये कैसा ‘हार्ड स्टेट’?

बीते जुलाई में चीन में वुशु वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था, तब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के तीन एथलीटों को स्टेपल्ड वीजा दिया था।
नीचे जाने की होड़!

नीचे जाने की होड़!

झारखंड और पश्चिम बंगाल में कुर्मी समुदाय के लोग खुद को अनुसूचित जन-जाति (एसटी) श्रेणी में शामिल कराने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं।
बारीक कूटनीति का वक्त

बारीक कूटनीति का वक्त

कनाडा के भारत पर लगाए आरोपों के बाद अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन की जो प्रतिक्रिया आई है, उसे गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है।
सवाल सॉफ्ट पॉवर का

सवाल सॉफ्ट पॉवर का

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने भारत पर बेहद गंभीर आरोप लगाने का निर्णय इस मौके पर क्यों लिया, इस बारे में बाकी दुनिया सिर्फ कयास लगाने की स्थिति...
2024 में क्यों नहीं?

2024 में क्यों नहीं?

नरेंद्र मोदी सरकार ने विधायिकाओं में महिला आरक्षण के लिए विधेयक कई अगर और मगर के साथ पेश किया है।
भवन और भावना

भवन और भावना

लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों ने संसद के नए भवन में जाने से पहले पुराने भवन से जुड़ी स्मृतियों को याद किया।
जांच की जरूरत है

जांच की जरूरत है

खुद पोलैंड की सत्ताधारी लॉ एंड जस्टिस पार्टी ने यह मामला उछाला, लेकिन तब उसे पता नहीं था कि यह उसको भी भारी पड़ेगा। जब बात बढ़ी, तो वर्तमान...
सरकारी खाते में गड़बड़झाला

सरकारी खाते में गड़बड़झाला

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट में सरकारी खातों में चल रहे जिस गड़बड़झाले पर रोशनी डाली है
गारंटियों का चुनावी दांव

गारंटियों का चुनावी दांव

कांग्रेस ने हैदराबाद में हुई अपनी कार्यसमिति की बैठक के तुरंत बाद तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अपने अभियान की औपचारिक शुरुआत कर दी।
सतर्कता की जरूरत है

सतर्कता की जरूरत है

इस बीच संभव है कि देश के दूसरे राज्यों तक भी संक्रमण पहुंचा हो। केरल की अपेक्षाकृत बेहतर चिकित्सा व्यवस्था ऐसे संक्रमणों की आरंभिक स्तर पर ही पहचान करने...
निशाना प्यादों पर क्यों?

निशाना प्यादों पर क्यों?

पत्रकारों को खबरों की अंदर तक पड़ताल करने और सत्ता के सर्वोच्च शिखर पर बैठे लोगों से हमेशा निर्भय होकर सवाल करने के अवसर मिलें, यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के...
ये हाल बना लिया!

ये हाल बना लिया!

यूरोपीय देशों ने यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई भावावेश में की या अमेरिकी दबाव में- इस बारे में कयास लगाने...
मुट्ठी पूरी खुल गई?

मुट्ठी पूरी खुल गई?

वैसे यह सवाल भी अहम है कि सरकार ने विशेष सत्र के बारे में पूरी मुट्ठी खोल दी है, या अभी उसमें कुछ छिपा रखा है?
महंगाई से राहत नहीं

महंगाई से राहत नहीं

अगर मुद्रास्फीति दर में बहुत मामूली गिरावट भी आ जाए, तो अखबारी सुर्खियां उसे इस रूप में पेश करती हैं, जैसे अब महंगाई में वास्तविक गिरावट आने लगी है।
लाचार है सुप्रीम कोर्ट?

लाचार है सुप्रीम कोर्ट?

साधारण आरोपों में जेल में रखे गए व्यक्तियों की जमानत अर्जी का अपेक्षित से निपटारा नहीं कर रही हैं, जबकि सर्वोच्च न्यायालय इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी कर...
फुटबाल टीम ज्योतिष भरोसे?

फुटबाल टीम ज्योतिष भरोसे?

खबर यह है कि एशिया कप फुटबॉल के क्वालीफाइंग मैचों के लिए टीम का चयन भारतीय टीम के कोच ने एक ज्योतिषी की सलाह पर किया।
करीब आए भारत और सऊदी

करीब आए भारत और सऊदी

भारत का सालाना कारोबार पिछले वित्त वर्ष में 29.28 बिलियन डॉलर का था। इसमें 22.65 डॉलर का भारत ने आयात किया था।
इरादा पूरा कैसे होगा?

इरादा पूरा कैसे होगा?

नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक महत्त्वपूर्ण पहल यह हुई कि  भारत से पश्चिम एशिया होते हुए पूर्वी यूरोप तक एक आर्थिक गलियारा बनाने का एलान...
चोरी चोरी- चुपके चुपके!

चोरी चोरी- चुपके चुपके!

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन नई दिल्ली में उन शर्तों के दायरे में रहे, जो भारत सरकार की तरफ से उन्हें बताया गया था।
हितों का मेल है

हितों का मेल है

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई मुलाकात ने इस बात की पुष्टि की कि भारत और अमेरिका में आपसी हितों का...
प्रतिष्ठा बच गई!

प्रतिष्ठा बच गई!

जी-20 के नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में साझा घोषणापत्र का जारी होना जाना निश्चित रूप से एक बड़ी कामयाबी है।
एजेंडा ही तो पूछा है!

एजेंडा ही तो पूछा है!

संसद के विशेष सत्र को लेकर जारी रहस्यमय स्थिति के बीच विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ने सरकार से तुरंत बताने को कहा कि इस सत्र का एजेंडा क्या...
महिला कैदियों की बदहाली

महिला कैदियों की बदहाली

आधुनिक न्याय व्यवस्था का सिद्धांत है कि सजा का मकसद अपराधियों को आत्म-ग्लानि का मौका देना और उन्हें सुधरने का पूरा अवसर उपलब्ध कराना है।
एफआरआई तो जवाब नहीं

एफआरआई तो जवाब नहीं

अगर एक मीडिया जांच टीम किसी नतीजे पर पहुंची, तो उसका उत्तर जवाबी रिपोर्ट तो हो सकती है, लेकिन मुकदमा दर्ज करना तो उसका जवाब नहीं है। यह लोकतंत्र...
मुद्दा नाम परिवर्तन नहीं है

मुद्दा नाम परिवर्तन नहीं है

द्रौपदी मुर्मू और नरेंद्र मोदी ने अगर आधिकारिक रूप से खुद को क्रमशः भारत की राष्ट्रपति और भारत का प्रधानमंत्री कहलाना शुरू किया है, तो उसमें कोई असंवैधानिक बात...
दांव पर छात्रों की जान

दांव पर छात्रों की जान

कोचिंग हब के नाम से मशहूर शहर कोटा में छात्रों के आत्महत्या करने का सिलसिला  जारी है। ऐसा लगता है कि ये समस्या लाइलाज हो गई है।
मराठा आरक्षण का सवाल

मराठा आरक्षण का सवाल

जालना में आरक्षण समर्थकों पर पुलिस कार्रवाई के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर दबाव इतना बढ़ा कि गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी।
मेजबान का फर्ज निभाया

मेजबान का फर्ज निभाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से ठीक पहले इस समूह के सदस्य देशों से प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने की अपील कर मेजबान का फर्ज...
उपाय क्यों कारगर नहीं?

उपाय क्यों कारगर नहीं?

अध्ययनों के मुताबिक पिछले पांच साल में भारत में सामान्य खाने की थाली का दाम 65 फीसदी बढ़ा है, जबकि इस दौरान लोगों की कमाई सिर्फ 37 फीसदी बढ़ी...
नीति-कार्यक्रम के बिना!

नीति-कार्यक्रम के बिना!

इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मुंबई में हुई अपनी बैठक में अगले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हरा देने का इरादा एक स्वर से जताया।
तो मिसाल पेश कीजिए!

तो मिसाल पेश कीजिए!

वन नेशन- वन इलेक्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुराना नारा रहा है। इसके पीछे उनकी जो सोच है, उसको लेकर बेशक कई सवाल उठाए जा सकते हैं।
तमाम शोर के बावजूद

तमाम शोर के बावजूद

खाद्य की बढ़ती महंगाई के कारण लोगों के लिए गुजरे पांच वर्षों में स्वस्थ आहार ले पाना अधिक कठिन हो गया।
असहमत मंचों की मुसीबत

असहमत मंचों की मुसीबत

सिर्फ सात महीनों में ही करीब 400 संस्थानों विदेशी चंदा लेने संबंधी अनुमति (केएफसीआरए) को रद्द या निलंबित कर दिया गया था।
नूंह का सार-संक्षेप

नूंह का सार-संक्षेप

सावन की आखिरी सोमवारी को हरियाणा के नूंह में शांति बनी रही। प्रशासन की इस बात के लिए तारीफ की जानी चाहिए कि उसने इसके लिए वहां पुख्ता इंतजाम...
बदहाली गिग वर्कर्स की

बदहाली गिग वर्कर्स की

वैसे तो भारत के आज के राजनीतिक विमर्श में श्रमिक वर्ग ही गायब है, लेकिन उनके बीच भी गिग वर्कर्स तो कुछ ज्यादा ही हाशिये पर हैं।
खुलेआम हत्याओं से चिंता

खुलेआम हत्याओं से चिंता

पिछले दिनों अररिया में पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
ध्रुवीकरण और अज्ञान

ध्रुवीकरण और अज्ञान

तमाम समाजों के अनुभवों से यह साफ हो चुका है कि राजनीतिक ध्रुवीकरण का सामूहिक अज्ञान से करीबी रिश्ता है।
हर जगह वही हाल!

हर जगह वही हाल!

देश का पूरा फुटबॉल प्रशासन स्पैनिश फुटबॉल संघ के अध्यक्ष लुइस रुबिआलेस के समर्थन में लामबंद है, जिन्हें एक अति धनी और रसूखदार शख्स बताया जाता है।