Sunday

09-03-2025 Vol 19

संपादकीय कॉलम

नए हालत की चुनौतियां

नए हालत की चुनौतियां

trump tariff war : क्या सब पर आयात शुल्क शून्य किया जा सकता है? क्या केंद्र देश के व्यापार लाभ को शून्य करने का जोखिम उठाने की स्थिति में...
गरम हो रहे तेवर

गरम हो रहे तेवर

china us trade war : डॉनल्ड ट्रंप के आक्रामक लहजे ने दुनिया में समीकरण बदल दिए हैं, वहीं तनाव और आशंकाओं को पहले ज्यादा गहरा कर दिया है।
क्यों इतने हुए लाचार?

क्यों इतने हुए लाचार?

trump tariffs india : भारतीय निर्यात के सामने अमेरिका और यूरोपीय संघ की कथित आक्रामक व्यापार नीतियों ने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।
विनियमन रस्म-अदायगी है!

विनियमन रस्म-अदायगी है!

rera disappointing : पूर्व यूपीए सरकार के समय जब रियल एस्टेट विनियमन प्राधिकरण (रेरा) कानून पारित हुआ, तो उससे मकान खरीदारों में ऊंची उम्मीदें जगी थीं।
ये रास्ता खतरनाक है

ये रास्ता खतरनाक है

cm stalin : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन इससे जुड़े सवालों को लेकर माहौल गरमा रहे हैं, उससे उनके इरादे पर शक होना लाजिमी है।
ट्रंप का टैरिफ राज

ट्रंप का टैरिफ राज

इनमें कार, ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक, घरेलू इस्तेमाल के सामान, खाद्य एवं पेय आदि तमाम उद्योग शामिल हैं
इरादा बुलंद है, लेकिन..

इरादा बुलंद है, लेकिन..

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेन्स्की को अमेरिका ने दुत्कार दिया, तो प्रतिक्रिया में यूरोप ने उन्हें अधिक जोश से गले लगाया।
मॉडल की खामी है

मॉडल की खामी है

मुद्रास्फीति पर नियंत्रण की आम चर्चा के बीच इस ओर बहुत कम लोगों का ध्यान होगा कि देश में मेडिकल मुद्रास्फीति की दर 14 प्रतिशत है।
ऐसा मत कीजिए

ऐसा मत कीजिए

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार वित्त आयोग से कहने जा रही है कि वह अपनी कर राजस्व में राज्यों का हिस्सा घटा दे।
फिर भी बुनियाद मजबूत!

फिर भी बुनियाद मजबूत!

भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे चमकते किले में अब सेंध लग गई है। पांच साल से चमक रहे शेयर बाजार में गिरावट बेरोक होती जा रही है।
हर तरकीब बेकार!

हर तरकीब बेकार!

तेलंगाना में सुरंग ढहे हफ्ता भर होने को है। आठ मजदूर उसमें फंसे हुए हैं।
हकीकत पर कैसी हैरत!

हकीकत पर कैसी हैरत!

ब्लूम वेंचर्स की इंडस वैली रिपोर्ट में कोई ऐसी नई जानकारी नहीं है, जिससे कोई चकित हो।
अपनी फिक्र कैसे करें?

अपनी फिक्र कैसे करें?

इस तरह ताजा सर्वे पांच साल में लोगों के उपयोग में आए बदलाव को बताता है।
एक सुलगती हुई चिंगारी

एक सुलगती हुई चिंगारी

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की चेतावनियों पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
भारत पर गहरी चोट

भारत पर गहरी चोट

अंतरराष्ट्रीय एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने आगाह किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के जवाबी शुल्क (रेसीप्रोकल टैरिफ) से जो देश सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे, उनमें भारत भी...
माली हाल का आईना

माली हाल का आईना

भारत के शेयर मार्केट में गिरावट बेरोक जारी है। सोमवार को सेंसेक्स 75,000 अंक से नीचे चला गया।
मुद्दा बड़ा गंभीर है

मुद्दा बड़ा गंभीर है

mahakumbh water quality : धार्मिक आस्था अक्सर तथ्यों और तर्कों से ऊपर होती है। बेशक, इसमें किसी को दखल नहीं देना चाहिए।
लूट पर रोक नहीं!

लूट पर रोक नहीं!

rbi policy : भारतीय रिजर्व बैंक ने मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के लेन-देन पर रोक लगा दी है। को-ऑपरेटिव बैंक के संचालक मंडल को भंग कर दिया...
समाप्ति की ओर युद्ध

समाप्ति की ओर युद्ध

सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के विदेश मंत्रियों की हुई बैठक का सार है कि ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन को डंप कर दिया है।
फूट रहे हैं बबूले

फूट रहे हैं बबूले

भारत के शेयर बाजारों का पूंजी मूल्य लगातार घट रहा है।
थोड़ी संवेदनशीलता दिखाइए

थोड़ी संवेदनशीलता दिखाइए

नेपाली छात्रा प्रकृति की आत्म हत्या से उठे विवाद पर वहां के प्रशासन ने जैसा असंवेदनशील रुख अपनाया
बने रहेंगे वही सवाल

बने रहेंगे वही सवाल

नए मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईसी) की नियुक्ति में सरकार ने फिर अपनी इच्छा चलाई।
अलग-अलग पटरी पर

अलग-अलग पटरी पर

पिछले अगस्त में बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों देशों में पहली बार इस स्तर पर संवाद हुआ है।
फेल हो गया पीएलआई!

फेल हो गया पीएलआई!

नरेंद्र मोदी सररकार की अन्य कई योजनाओं की तरह प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव (पीएलआई) स्कीम की शुरुआत भी खूब शोर-शराबे के साथ हुई।
ठुकराए जाने की खिन्नता

ठुकराए जाने की खिन्नता

russia ukraine war : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोमीर जेलेन्स्की का सुझाव है कि रूस से रक्षा के लिए “यूरोप की सेना” का गठन किया जाए।
बदइंतजामियों की इंतहा

बदइंतजामियों की इंतहा

delhi railway station stampede : महापर्व महाकुंभ को जन-भावनाओं के अनियंत्रित उभार का अवसर बना दिया गया है। नतीजतन, प्रयागराज जाने का रेला चल पड़ा।
ये जो रोजगार है

ये जो रोजगार है

भारत में पिछले अनेक वर्षों से जिस काम की चर्चा के साथ रोजगार पैदा होने का खूब ढिंढोरा पीटा गया है, उसकी असलियत क्या है, उस पर एक ताजा...
ज्यादा कुछ हासिल नहीं

ज्यादा कुछ हासिल नहीं

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के क्षेत्र में इस वक्त सर्व प्रमुख चिंता बंटते प्रतिमान हैं।
भारत सरकार की सफलता?

भारत सरकार की सफलता?

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने अटार्नी जनरल को विदेश भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के तहत जारी तमाम मुकदमों की समीक्षा का आदेश दिया है।
झटकों के बीच यात्रा

झटकों के बीच यात्रा

अमेरिका ने अवैध आव्रजकों को जिस अपमानजनक ढंग से भारत लौटाया, उससे देश में नरेंद्र मोदी सरकार की भारी किरकिरी हुई।
सॉफ्ट पॉवर पर डंडा

सॉफ्ट पॉवर पर डंडा

अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास सहायता एजेंसी (यूएसएड) की फंडिंग रोकने के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के फैसले से देश के कूटनीतिक और लिबरल हलकों में मची बेचैनी को समझा जा सकता...
नया चुनाव ही रास्ता

नया चुनाव ही रास्ता

आखिरकार भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को हटाने पर राजी हुआ।
‘नई’ राजनीति की इतिश्री?

‘नई’ राजनीति की इतिश्री?

delhi election bjp तमाम संकेत हैं कि ‘आप’ ने जो वोट हासिल किए, उनमें ज्यादातर हिस्सा गरीब तबकों का है।
नौ दिन में ढाई कोस!

नौ दिन में ढाई कोस!

rahul gandhi: नौ दिन चले ढाई कोस- यह आम कहावत है। फिलहाल, यह दिल्ली में कांग्रेस पर लागू होती दिखी है।
क्रूर और अपमानजनक

क्रूर और अपमानजनक

illegal immigrants: किसी देश में किसी को अवैध रूप से रहने का अधिकार है, यह तर्क कोई विवेकशील व्यक्ति नहीं दे सकता।
भरोसा बना नहीं है

भरोसा बना नहीं है

budget 2025: केंद्र ने अगले साल के बजट में उपभोग बढ़ाने के लिए आय कर टैक्स में बड़ी छूट दी है, मगर एफएमसीजी कंपनियां इससे आश्वस्त नहीं दिखतीं।
अपना-अपना मैदान है!

अपना-अपना मैदान है!

india alliance: कांग्रेस ने सबकी पार्टी होने की अपनी पहचान गंवाते हुए जातीय राजनीति की तरफ कदम बढ़ाया। मगर उस वह मैदान खाली नहीं है।
डील मेकर डॉन

डील मेकर डॉन

Donald Trump: मेक्सिको का दावा है कि अमेरिकी हथियारों की आसानी से उपलब्धता के कारण वहां अपराध की दर बढ़ी है। डील की खबरें आते ही अमेरिकी शेयर बाजारों...
समाधान भी तो बताइए!

समाधान भी तो बताइए!

rahul gandhi speech in parliament: अच्छी बात है कि भारत की बढ़ती जा रही आर्थिक समस्याओं के बीच पक्ष और विपक्ष हकीकत से आंखें मिला रहे हैं।
काम आएगी ये तैयारी?

काम आएगी ये तैयारी?

trump tariff: भारत में ऊंचे शुल्क और अमेरिकी कंपनियों के लिए कारोबार में आने वाली मुश्किलों का उदाहरण बताया था।
चिंता वाजिब, हल बताइए!

चिंता वाजिब, हल बताइए!

साल 2024-25 के आर्थिक सर्वेक्षण पर सरसरी नज़र डालें तो यही धारणा बनती है कि अर्थव्यवस्था में ‘सब कुछ ठीक-ठाक है’।
बजट की कुल कहानी

बजट की कुल कहानी

आम बजट (2025-26) की बड़ी हेडलाइन है कि सरकार ने शहरी उपभोग को संभालने के लिए मध्य वर्ग को बड़ी कर रियायत दी है।
महाकुंभ में महा-त्रासदी

महाकुंभ में महा-त्रासदी

मौनी अमावश्या पर अमृत स्नान के लिए भारी भीड़ का उमड़ना अपेक्षित था।
परास्त होता हुआ मकसद

परास्त होता हुआ मकसद

वक्फ़ (संशोधन) विधेयक संबंधी संसदीय समिति की कार्यवाही जिस विवादास्पद ढंग से चली और विपक्षी सांसदों की राय को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया
सुधार और गिरावट भी

सुधार और गिरावट भी

2024 में स्कूलों में सीखने की क्षमता का स्तर कोरोना काल से पहले के स्तर पर आ गया है।
ट्रंप काल एक दुविधा

ट्रंप काल एक दुविधा

donald trump: ट्रंप से संपर्क बनाने की भारत ने कोई समय ना गंवाने का तरीका अपनाया। लेकिन उससे लाभ हुआ नहीं दिखाता।
ये जो उथल-पुथल है

ये जो उथल-पुथल है

भारतीय मीडिया में अक्सर शेयर बाजारों में अचानक हुई बड़ी गिरावट के लिए कत्ल-ए-आम या रक्तपात जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है।
अब कुछ ठोस हासिल

अब कुछ ठोस हासिल

मोदी की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई मुलाकात के बाद संबंध सुधार की शुरू हुई प्रक्रिया मिसरी की यात्रा से और आगे बढ़ी है।