Thursday

10-04-2025 Vol 19

विजय तिवारी

मणिपुर में फलती नफरत की फसल– नेली से अब तक..!

अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तो मणिपुर मसले पर बोलेंगे ही नहीं, हाँ अब सुप्रीम कोर्ट ही सरकार के कान उमेठे तब कुछ बात बने।

“चक दे इंडिया” के नारे के मुक़ाबले एनडीए का संगठन…!

मोदी को अशोका होटल में 38 राजनीतिक दलों के नेताओं को संबोधित करते हुए उनके नौ 9 साल में यह पहली बार हुआ है उन्हे मोदी सरकार को एनडीए...

मणिपुर कांड: किस पर क्रोध और किसने की शर्मनाक हरकत और सोशल मीडिया से क्यूं खफा..!

ढाई माह से देश की पूर्वोतर सीमा के राज्य मणिपुर में दो समुदायों में भड़की हुई हिंसा में 140 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

संवैधानिक व्यवस्था और हक़ीक़त

चुनाव कानून बनाने वालों का, पर वे तो सरकार बनाने लगे। अदालतें न्याय के लिए, पर वे व्यवस्था की रक्षा करने लगे।

कुछ मोदी की ‘मानहानि’ जुर्म, पर सरकारों को भ्रष्ट बताना तो राजनीति है…

राहुल गांधी को मानहानि का अपराधी घोषित कर दिया और सज़ा भी आधिकतम सुनाई “दो वर्ष कारावास”

संविधान की समानता – कुबरी के दशमत को क्यूं नहीं मिली…!

सीधी जिले में कोल आदिवासी दशमत को बीजेपी नेता शुक्ल द्वारा जिस प्रकार अपमान किया गया क्या उसकी भरपाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा उनके चरण पखार कर की जा...

सरकार की सांसत: ओबामा की टिप्पणी और मणिपुर में जातीय हिंसा…!

भारत में नौ साल के कार्यकाल में मोदी जी ने पत्रकारों का मुंहा नहीं देखा था  परंतु अमेरिका में स्वतंत्र प्रेस की परंपरा के चलते वे वहां मजबूर हुए...

घर में लागि आग और गुहार दिल्ली तक…!

जो सरकार टाउन अँड कंट्री प्लानिंग के नियमों के अनुसार नहीं बने भवनों को जमीदोज़ करने के लिए बुल्ल्डोज़र का इस्तेमाल करे वह खुद की इमारतों में मनमाने ढंग...

महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न और अमित शाह का कानून

अदालत ने तो बदन को छूने को अपराध मान कर दंड भी दे दिया

लोकतंत्र में राजदंड नहीं होता, ब्रिटेन की राजशाही में होता है

सेंगोल नामक एक “दंड” जो कभी चोला और चालुक्य राजवंशों में सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक होता था

मंदिरो और मस्जिदों का गणतंत्र बन गया है भारत…!

स्टेशन से बाहर निकलेंगे तब आपको आम तौर पर कोई ना कोई हनुमान मंदिर या शिव मंदिर और कोई मज़ार जरूर दिखाई दे जाएगी ! यह सब सरकारी जमीन...

कर्नाटक में कहीं कांग्रेस ना भटक जाये, 2024 की तैयारी से…!

जिस प्रकार की पैंतरेबाजी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कर रहे हैं उससे काँग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को उनकी चालों को समझना होगा

कर्नाटक में नफरत हारी है- सारे देश में नहीं, कांग्रेस सजग रहे…

कर्नाटक के चुनाव प्रचार में जिस शाही अंदाज़ से मोदी जी ने राइलिया की और भाषण दिया वह चुनाव प्रचार में निषेध विषयों और कथन की स्टाइल का नमूना...

अतीक की हत्या- राजनीतिक या ठसक का परिणाम…?

इलाहाबाद में पुलिस की गिरफ्त में जिस प्रकार जय राम का नारा लगाते हुए तीन हत्यारों ने आतिक और उसके भाई पर गोली बरसाई वह उत्तरप्रदेश की योगी सरकार...

हक़ीक़त या जो सरकार के दस्तावेज़ कहे वो सच हो

मोदी सरकार की यह पहल, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उनके फ़ैक्ट को लिफाफे को लगातार नामंज़ूर किए जाने से उत्पन्न हुई है।

केंद्र की ममता को घेरने की नापाक कोशिश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का अमला गैर बीजेपी राज्यों की घटनाओं पर विशेष रूप से क्रियाशील हो जाता है।

राहुल की अपील बनी सत्ता के अलमबरदारों की परेशानी…

सूरत की मजिस्ट्रेट अदालत के मानहानि के फैसले  में दो साल की सज़ा सुनाये जाने के बाद, संसद की  सदस्यता समाप्त किए जाने के उपरांत  काँग्रेस में तो कम...

राजनीति की बलि चढ़ती जनहित और सुप्रीम कोर्ट की नसीहत

यूं तो देश में  दलीय राजनीति के अनेक विवाद  चल रहे हैं  और सभी पक्ष  अपने अपने तर्क सार्वजनिक  क्षेत्र में रख रहे है|

अदालत-अस्पताल में होती “अति” आज का सच…!

जिस प्रकार राष्ट्रिय और क्षेत्रीय दलों को मोदी सरकार के विरुद्ध एक कर दिया हैं,  वह अनेकों दलों के प्रयास से भी संभव नहीं हो रहा था।

धर्म-जाति के बाद अब क्षेत्रीयवाद का खतरा-संघ राष्ट्र को

जाति के कारण कुछ समय पूर्व तामिलनाडु के एक मंदिर में अनुसूचित जाति के लोगों का प्रवेश वर्जित था

न्याय की देवी या देवता उसको क्यूं नहीं दिखता अन्याय…?

आजकल अनेक ऐसे मामले सामने आ रहे हैं कि न्याय की देवी या देवता के ऊपर से जनता के मन में अविश्वास होने लगा है!

जब जांच ही सज़ा बन जाये- तब अदालतों का फर्ज क्या हो…?

काँग्रेस के राष्ट्रिय अधिवेशन के पूर्व छतीसगढ़ के रायपुर में काँग्रेस के 20 पदाधिकारियों को ईडी की कार्रवाई में हिरासत में लिया।

हरियाणा में पाप और नागालैंड में गाय भोजन की सामाग्री…!

हरियाणा की खट्टर सरकार भारतीय जनता पार्टी की है। जो गाय को पूज्य घोषित करती हैं, परंतु नागालैंड की सरकार, जिसमें बीजेपी प्रमुख दल हैं

चुनाव समाज के मुद्दों पर नहीं- बाबाओं के पाखंड के सहारे होंगे…?

पहले प्रथमेश की मूर्ति को दूध पिलाया, फिर मंदिर की गुहार लगायी और अब भोले शिवशंकर के रुद्राक्ष पर दांव लगाया !

अब सुप्रीम कोर्ट को भी चुनाव आयोग की तरह मातहती में लाने की तैयारी…!

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति एक कालेजियम द्वारा की जाती है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायधीश और तीन अन्य साथी जज होते हैं।

अभागी दिल्ली को अपनी मनपसंद सरकार बनाने का भी हक़ नहीं हैं…!

दिल्ली सरकार के अफसरों और कर्मचरियों पर केंद्र सरकार का नियंत्रण है तब आखिर यहां पर एक चुनी हुई सरकार क्यूं ?

जोशीमठ का ध्वंश का अपशकुन क्या अयोध्या पुनर्निर्माण का पुण्य होगा

आखिर में जिसका डर था वही हुआ, बद्रीनाथ का सिंघद्वार जोशिमठ के 25 हज़ार निवासियों और तीर्थयात्रियों के लिए खतरनाक घोषित कर दिया गया हैं।