Sunday

09-03-2025 Vol 19

रजनीश कपूर

दिल्ली स्थित कालचक्र समाचार ब्यूरो के प्रबंधकीय संपादक। नयाइंडिया में नियमित कन्ट्रिब्यटर।

कानूनों से वायु प्रदूषण खत्म नहीं होना!

delhi air pollution : दिल्ली की सरकार ने सत्ता सँभालते ही कई कड़े निर्णय लेने शुरू कर दिये हैं। इनमें अहम निर्णय दिल्ली की हवा को प्रदूषण से मुक्त...

ट्रंप, मस्क कहे रहे ईवीएम से धांधली संभव!

राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फिर से सवाल खड़े कर दिए है

मांसाहार खाने वाले कृपया ध्यान दें !

वहां दोपहर के भोजन के समय शोर मच गया। दुनिया भर से आए पोषण विशेषज्ञ डाक्टरों ने कहा कि लंच में जो मुर्गे परोसे गए वे सड़े हुए हैं।

‘इ-कॉमर्स’ कंपनियां बनी रही एकाधिकार

आज के युग में हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां सुविधा ही मुख्य मंत्र है। जहां गति ही सर्वोच्च है।

परीक्षाओं में अंकों की होड़ क्यों?

देश में वार्षिक परीक्षाएँ छात्रों के भविष्य को निर्धारित करने का प्रमुख माध्यम हैं।

फ़र्ज़ी कॉलेज के जाल में मासूम छात्र

देश में सूचना क्रान्ति, उदारीकरण और उपभोक्ता संस्कृति तीनों ने मिलकर गांव और कस्बों के नौजवानों के मन में कुछ नया सीखने और व्यावसायिक जगत में आगे बढ़ने की...

अस्पतालों में लूट सके तो लूट…

कुछ समय पहले मुंबई के सात नामी अस्पतालों के ख़िलाफ़ ऐसा ही नाजायज़ बिलिंग और मरीज़ों से ठगी के मामले में केस दर्ज हुआ।

नेताओं का ऐसा बोलना शर्मनाक

चुनावी सभा हो या संसद सदन जब भी नेताओं के बोल बिगड़ते हैं तो सुर्ख़ियाँ बनते देर नहीं लगती।

एक के बाद एक विमान हादसों का क्या सबक?

ताजा विमान हादसे ने दुनिया भर के हवाई यात्रियों और विमानन विशेषज्ञों के मन में एक बार फिर से कई तरह के सवाल उठा दिए हैं।

जैसे भी हो वोटर को लुभाना है!

दिल्ली में विधान सभा चुनावों का माहौल बन रहा है और सभी की नज़र चुनावी तैयारियों  पर है।

अंडे शाकाहारी कतई नहीं हैं!

विज्ञापन जगत ने आम जनता के मन में एक बात बिठा दी है कि अंडे शाकाहारी नहीं हैं।

संसद का गतिरोध कैसे ख़त्म हो?

संसद का शीतकालीन सत्र पहले दिन से हंगामेदार बना हुआ है। विपक्ष ने सरकार को अडानी मुद्दे पर घेर रखा है।

अदालतों का बोझ घटाना जरूरी

हमारे देश में जब-जब सरकारी तंत्र अप्रभावी होता है तो उसके ख़िलाफ़ कोई न कोई अदालत का रुख़ कर लेता है।

प्रदूषणः जहां चाह वहाँ राह!

हम और आप जब भी कोई वाहन ख़रीदते हैं तो हम उस वाहन की क़ीमत के साथ-साथ रोड टैक्स, जीएसटी आदि टैक्स भी देते हैं।

अपने राजमार्गों के हादसे कब रूकेंगे?

बुनियादी सवाल यह है कि किसी अमीर व्यक्ति द्वारा चलाई जाने वाली महँगी लक्ज़री कार हो या किसी मामूली ट्रक या बस ड्राइवर द्वारा चलाये

हर साल वायु प्रदूषण फिर भी समाधान नहीं!

पर्यावरण विशेषज्ञ, नेता और संबंधित सरकारी विभागों के अफसर हर साल की तरह इस साल भी इस समस्या को लेकर सिर खपा रहे हैं।

चुनाव आयोग को निष्पक्ष भी दिखाई चाहिए!

क्या चुनाव आयोग सभी धर्मों के धार्मिक व सांस्कृतिक कैलेंडर का संज्ञान नहीं लेता? क्या पर्वों की महत्ता का आकलन आयोग अपने मन से करता है?

गंगा-जमनी तहज़ीब से ही भला

मुझे अच्छे से याद है कि शायद ही कोई ऐसा स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्रता दिवस हुआ हो जब हमने सुबह सबसे पहले उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ान की शहनाई न सुनी...

एयरलाइन लापरवाह तो जिम्मेवार कौन?

मामला देश की एक नई निजी एयरलाइन का है। इसके पास मात्र 25 हवाई जहाज़ हैं। हाल ही में उनमें से 14 हवाई जहाज़ों में ‘रडर कंट्रोल सिस्टम’ (पतवार...

बुजुर्ग अपने अधिकार, कानून का ध्यान रखें!

आधी दुनिया पर विजय पाने वाला सिकंदर-ए-आज़म जब अपने देश वापिस लौट रहा था तो उसका स्वास्थ्य इतना  बिगड़ा की वह मरणासन्न स्थिति में पहुँच गया।

तनाव, वर्कलोड लेने का नहीं देने का!

‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ का एक डायलॉग काफ़ी हिट हुआ था जिसमें वो हर किसी को न घबराने की सलाह देते हुए कहते थे ‘टेंशन लेने का नहीं - देने...

आवारा पशु की बढ़ती समस्या

बीते सप्ताह एक दुर्घटना का पता चला जो कि दिल्ली से सटे गुरुग्राम की थी।

दिल-ए-नादाँ को पॉम तेल खा जा रहा!

जीवन शैली में उचित सुधार लेन होंगे और अपने बच्चों को भी स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना होगा, वरना भारत में हृदय रोग के आँकड़े बढ़ते...

आईसी-814 के कलंक में इधर उधर की बात न करें!

बीते सप्ताह नेटफ़्लिक्स पर सत्य घटनाओं पर आधारित एक वेब सीरिज़ रिलीज़ हुई जिसे लेकर काफ़ी बवाल मचा।

जाँच एजेंसियों से बदनाम मोदी सरकार

पर इन वर्षों में जिस बात ने सभी को चौंकाया है वो यह है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध मोदीजी का यह अभियान केवल विपक्षी दलों तक ही सिमट कर...

नमक और चीनी में प्लास्टिक

पिछले सप्ताह एक एनजीओ द्वारा किए गए शोध से पता चला कि देश में अधिकतर नमक और चीनी निर्माता हमें प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण खिला रहे हैं।

नजूल विधेयक पर बवाल क्यों?

इस बिल को विधान सभा में तो पास कर दिया गया परंतु उत्तर प्रदेश विधान परिषद में इसका भारी विरोध हुआ

अकेले कोचिंग सेंटर ही ज़िम्मेदार नहीं!

यदि ऐसे हादसों को रोकना है तो देश में नियम बनाने की ज़रूरत है जहां नियमों के तहत ही कोचिंग सेंटर चल पाएँ मन माने तरीक़े से नहीं।

हाई कोर्ट बेवजह क्यों ज़मानत रोके?

जिसके अनुसार किसी भी अपराध के लिए आरोपी प्रत्येक व्यक्ति को तब तक निर्दोष माना जाता है जब तक कि उसे दोषी साबित न कर दिया जाए।

सोशल मीडिया पर दिखावा पड़ सकता है महंगा

कभी-कभी तो कुछ लोग इतने जोखिम भरे रील्स बनाते हैं जो जानलेवा हो जाते हैं। क्योंकि कई बार रील्स बनाने वाले दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।

आख़िर किसके दबाव में है नागरिक उड्डयन मंत्रालय?

निजी चार्टर सेवा प्रदान करने वाली एक कंपनी का है, जिस पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी कुछ विशेष मेहरबानियां कर रहे हैं।

योजनाओं का हो ‘सोशल ऑडिट’

विकासः-लोकतंत्र में‘सोशल ऑडिट’ करने का तरीका विकास योजनाओं के रियल फायदे को जांचने का सही रास्ता है।

‘जय फ़िलिस्तीन’ का नारा क्यों?

भाजपा का हिंदुत्व सनातन धर्म नहीं है। ये इनकी राजनीति के लिये एक अस्त्र मात्र है।

आम रेल यात्री लावारिश और असुरक्षित

शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने कभी ना कभी रेल यात्रा न की हो। रेलवे स्टेशन पर सुनाई देने वाली घोषणा की शुरुआत ‘यात्रीगण कृपया ध्यान दें’ से...

भाजपा का यूपी में ऐसा कैसे?

लोकसभा चुनाव- यदि अखिलेश ऐसे ही संभव कर 2027 के विधानसभा चुनावों की योजना बनाए तो सफलता तय।

न तुम जीते न वो हारे!

चुनाव 2024- फर्जी एग्जिट पोल की वजह से शेयर मार्केट के आम निवेशकों केकरोड़ों रु. स्वाहा हुए। जांच होनी चाहिए।

वोटों की गिनती पारदर्शिता से जरूरी

मतगणना-कपिल सिब्बल द्वारा जारी मतगणना के वक्त की चेकलिस्ट को सभी पार्टियों को गंभीरता से लेना चाहिए।

अमीरों के बिगड़े रईसजादे!

समाज- यह ऐसा उदाहरण हैं जिससे पता चलता है कि हमारे‘सभ्य और कुलीन’ समाज की मनोदशा कैसी है।

चुनाव आयोग एक तरफा, निकम्मा।

जिस तरह भारत का चुनाव आयोग एकतरफ़ा कार्यवाही करते हुए दिखाई दे रहा है उससे तो यही लगता है कि चुनाव आयोग दोहरे मापदंड अपना रहा है।

विदेश में पढ़ने जा रहे हैं तो रहें सावधान

शिक्षा-कई एजेंट विदेश में शिक्षा के सुहावने सपने का झाँसा दे कर भोले-भाले छात्रों को ठगने में चूकते नहीं है।

सावधान!आपकी आवाज की क्लोनिंग वाले फोन कॉल से

‘वॉइस क्लोनिंग’ वाला फ़ोन आए तो पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके जिस रिश्तेदार के बारे में बात की जा रही है, क्या वो उसी की आवाज़ है?...

बिल्डिंग निर्माण में क्वालिटी का फिर सवाल!

समसामयिक-दिल्ली के प्रतिष्ठित मॉल की घटना सीधे-सीधे आपाधापी में होते निर्माणों की गुणवत्ता पर सवाल हैं।

हममें इंसानियत खत्म होती जा रही!

मेट्रो के सुरक्षाकर्मी ने एक बुजुर्ग यात्री को इसलिए ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया क्योंकि उस बुजुर्ग किसान के कपड़े गंदे और पुराने दिखाई दे रहे थे। humanity

सुप्रीम कोर्ट ने उम्मीद जगाई

लोकतंत्र- शीर्ष अदालत ने कड़ा रुख़ अपना सभी को क़ानून की हद में रहने की हिदायत दी है। यह सही संदेश। Chandigarh Mayor election Supreme court

प्रतिकूल क़ब्ज़े पर अहम फ़ैसला

सुप्रीम कोर्ट- सर्वोच्च अदालत ने प्रतिकूल क़ब्ज़े को लेकर मकान मालिक और किरायेदार के संबंध में बड़ा फ़ैसला दिया है।

फ्लाइट 516 के विमान चालकों, यात्रियों का कमाल!

2024 की शुरुआत में जापान के हानेडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जो हुआ वह एक अच्छी ट्रेनिंग और जापानी यात्रियों के संयम और आपात स्थिति का सामना करने की गंभीरता...

कितने सार्थक होंगे नए आपराधिक क़ानून?

देश के पूर्व एएसजी अमन लेखी कहते हैं कि “इन नए क़ानूनों को बदलने की कोई ज़रूरत नहीं थी। इनमें बदलाव कर सरकार ने केवल आम जनता की भावनाओं...

जागरूक भक्तों ने बचाया ओशो आश्रम

पुणे के आश्रम की ज़मीन की क़ीमत लगभग ₹ 1500 करोड़ है। इसमें से एक हिस्सा ₹ 107 करोड़ में एक औद्योगिक घराने को बेचने का प्रयास किया जा...