Tuesday

25-03-2025 Vol 19

बलबीर पुंज

वऱिष्ठ पत्रकार और भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद। नया इंडिया के नियमित लेखक।

केजरीवाल की हार से इंदिरा की हार याद आई!

अपने 50 वर्षों से ज्यादा के सार्वजनिक जीवन में मैंने लोगों को अपने पसंदीदा राजनीतिक दल या उसके नेता के विजय पर जश्न मनाते कई बार देखा है।

बहुत तेजी से बदल रही दुनिया

एक ऑस्ट्रेलियाई रणनीतिक नीति संस्थान का अनुमान है कि चीन अब 44 में से 37 उच्च-तकनीकी रणनीतिक क्षेत्रों में अमेरिका से आगे निकल चुका है।

राणा के प्रत्यर्पण सच्चाई की बानगी

गत दिनों आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा का अमेरिका से भारत में प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हुआ। राणा वर्ष 2008 के 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले में भारत का वांछित है।

जलवायु परिवर्तन का बतगंड

अमेरिका का 47वां राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप ने जिन दर्जनों कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए, उसमें से एक ‘पेरिस जलवायु समझौते’ से अमेरिका को बाहर करना भी रहा।

दिल्ली के चुनाव में ‘इंडी’ बेमानी

आई.एन.डी.आई. (इंडी) गठबंधन तले इकट्ठा हुआ विपक्ष, एक नजर नहीं आ रहा है।

ऐसी हिंसा के लिए आखिर कौन जिम्मेवार?

बीते दिनों विश्व के अलग-अलग कोने से कई हिंसक घटनाएं सामने आई। मैं बिना किसी टिप्पणी के इन्हें सुधी पाठकों के साथ साझा कर रहा हूं।

डॉ. अंबेडकर का संघ से नहीं था विरोध!

स्वतंत्रता के बाद भारतीय राजनीति में कांग्रेस के घटते प्रभाव और संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव रामजी अंबेडकर (1891-1956) की बढ़ती लोकप्रियता के बीच क्या कोई संबंध है?

जरूरी है ज्यादा हिंदू बच्चे पैदा होना!

क्या यह सच नहीं कि भारतीय उपमहाद्वीप (भारत सहित) में हिंदुओं की जनसंख्या, मुस्लिमों के अनुपात में लगातार घट रही है?

‘पंथनिरपेक्ष’ हमारा सनातन दर्शन!

इस 26 नवंबर को देश में 75वां संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संयुक्त सभा को संबोधित किया।

नीदरलैंड में दिखी नफरत के क्या मायने?

बीते दिनों यूरोपीय देश नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम में यहूदियों को फिलीस्तीन समर्थकों द्वारा निशाना बनाया गया। सदियों से यहूदी मजहबी कारणों से ईसाइयत और इस्लाम के निशाने पर...

भगत सिंह का पाकिस्तान में अपमान!

जो समूह भारत-पाकिस्तान संबंध और ‘सिख-मुस्लिम सद्भावना’ की संभावनाओं पर बल देते है, वह हालिया घटनाक्रम पर क्या कहेंगे?

ट्रंप से भारत के लिए क्या?

दीपावली के अवसर पर ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दोस्त बताया था।

मंर्यादा और समरसता के पर्याय श्रीराम

दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह 500 वर्षों के संघर्षपूर्ण इतिहास में पहली बार है, जब रामलला ने अपने भव्य मंदिर में दीपावली मनाई हैं।

जो आतंकवाद से पीडित उसी पर ठिकरा!

 आतंकवाद वर्तमान विश्व की एक बड़ी समस्या है और भारत सदियों से इसका शिकार। इसके खिलाफ सभ्य समाज को हर हाल में लड़ाई को जीतनी होगी।

उमर अब्दुला से क्या नई शुरूआत संभव?

बकौल मीडिया रिपोर्ट, चुनाव जीतने के तुरंत बाद उमर ने स्पष्ट कर दिया था, “हमें केंद्र के साथ समन्वय बनाकर चलने की जरूरत है।

सियासी परिवारवाद खत्म नहीं हो रहा?

भारतीय राजनीति को परिवारवाद किस प्रकार अपनी ज़द में ले चुका है, तमिलनाडु का हालिया घटनाक्रम उसका उदाहरण है।

आस्था से खिलवाड़ का जिम्मेदार कौन?

गत 19 सितंबर को आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति तिरुमाला मंदिर के प्रसाद को लेकर जो खुलासा किया, उससे असंख्य आस्थावान हिंदुओं का दिल दहल गया।

राहुल गांधी आग से खेल रहे!

लड़ाई इस बात की है कि एक सिख होने के नाते क्या उन्हें भारत में पगड़ी।।। कड़ा पहनने की अनुमति मिलेगी? सिख होने के नाते वे भारत में गुरुद्वारा...

जम्मू-कश्मीर में किन मुद्दों पर चुनाव?

क्या कश्मीर वर्ष 2019 से पहले के उस कालखंड में लौटे, जब क्षेत्र में सभी आर्थिक गतिविधियां बंद थी, विकास कार्यों पर लगभग अघोषित प्रतिबंध था

ममता बनर्जी का यह कैसा राजधर्म?

बेशक, बीते 9 अगस्त को कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत अक्षम्य और क्रूरतम अपराध है।

भारत की आजादी को किससे खतरा?

इसी सप्ताह भारत ने स्वतंत्रता दिवस मनाया। निसंदेह, यह अवसर जश्न मनाने के साथ आत्मचिंतन करने का भी है।

बुरी तरह सड़ गई है शिक्षा व्यवस्था

भारतीय शिक्षण व्यवस्था शिक्षा के लिए कम, नौकरियों की फैक्ट्रियां अधिक बन गई है। गुणवत्ता-विहीन शिक्षा के कारण अधिकांश युवा न केवल बेरोजगार रहते है

ब्रिटेन में लीड्स में हिंसा और सवाल

हाल में ब्रिटेन के लीड्स के हेयरहिल्स उपनगर में जो कुछ हुआ, वह क्यों हुआ और उससे हम क्या सबक सीख सकते है?

पंजाब का हालिया घटनाक्रम क्या इशारा करता है?

पंजाब की हालिया घटनाएं मन में चिंता पैदा करती हैं। जो सूबा एक समय देश का सिरमौर था, वह आज नशाखोरी, मतांतरण, असहिष्णुता, हिंसा और अलगाववाद का शिकार है।

फ्रांसीसी चुनाव: ‘लेफ्ट’-‘लिबरल’ का सच

‘लेफ्ट-लिबरल’ कितना विरोधाभासी है, उसका जीवंत उदाहरण फ्रांस के हालिया संसदीय चुनाव में देखने को मिल जाता है।

भारत-विरोधी रिपोर्टों को बनाने वाले है कौन?

इस रिपोर्ट में भारत में मतांतरण विरोधी कानूनों, नफरती भाषणों और अल्पसंख्यकों के कथित ‘उत्पीड़न’ आदि पर ‘चिंता’ जताई गई है।

पंजाब में नशे के खिलाफ जंग जरूरी!

मुख्यमंत्री मान का कहना है कि पुलिस दोस्ती और रिश्तेदारियों से ऊपर उठकर काम करें।

अरुंधति पर अदालत में क्यों न हो फैसला?

हाल में दिल्ली के उप-राज्यपाल ने 2010 संबंधित एक मामले में उपन्यासकार अरुंधति रॉय पर मुकदमा चलाने की अनुमति दी है।

ईवीएम पर सवाल उठाने वाले माफी मांगें

ईवीएम और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लगाकर देश को कलंकित किया जा रहा था।

मोदी का हिंदू-मुस्लिम विमर्श बनवाया हुआ नहीं

विपक्षी दलों का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘हिंदू-मुसलमान’ कर रहे है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 10 वर्ष के लंबे कार्यकाल में कभी भी जाति या मजहब के...

गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान का सच

हाल में कश्मीर से दो खबरें आई। लोकसभा चुनाव के दौरान श्रीनगर में ढाई दशक में पहली बार सर्वाधिक— 38 प्रतिशत मतदान हुआ है।

आखिरकार मौत एक झूठ की

सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं— यह पंक्तियां हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला आत्महत्या मामले और इससे संबंधित नैरेटिव में उपयुक्त है।

बिखरा विपक्ष क्या बनेगा विकल्प?

क्या आई.एन.डी.आई गठबंधन, भाजपा नीत एन.डी.ए. को मजबूत टक्कर देने की स्थिति में है? विरोधी गठजोड़ में सबसे बड़ा दल— कांग्रेस है, जिसका अपना घर ही संभला हुआ लग...

चीन सबके लिए गंभीर खतरा

हाल ही में चीन को लेकर एक गंभीर तथ्य का रहस्योद्घाटन हुआ है। प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव...

पाकिस्तान में भारत का शोर क्यों?

रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत विदेशी धरती पर रहने वाले अपने सर्वाधिक वांछितों को समाप्त करने की रणनीति के अंतर्गत पाकिस्तान में लोगों की हत्या कर रहा...

चीन में मुस्लिम, ईसाई, तिब्बती सभी का चीनीकरण!

चीन अपनी अधिनायकवादी मानसिकता के अनुरूप, किसी भी गैर-चीनी सभ्यता के प्रति सहनशील नहीं है।

‘अमीर और अमीर…गरीब और गरीब’ जुमले का सच

भारत में प्रति व्यक्ति मासिक घरेलू खर्च 2011-12 की तुलना में 2022-23 में दोगुना से अधिक हो गया है। संक्षेप में कहे, तो यह समेकित समृद्धि का सूचक है।

चीन के मंसूबों की अनदेखी नहीं हो!

क्या भारत, चीन पर विश्वास कर सकता है? जब देश आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है, तब चीन सीमा पर अपनी साम्राज्यवादी नीति को गति देने देने...

अंतरिम बजट में तो बहुत कुछ!

एक फरवरी को मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट प्रस्तुत किया।

इजराइल-हमास लड़ाई में भी दोहरा मापदंड

इजराइल-हमास युद्ध को 100 दिन से अधिक हो गए है। यह युद्ध अभी तक हजारों को लील चुका है, तो गाजा-पट्टी का आधा हिस्सा इजराइली बमबारी से मलबे में...

बदलता भारत, झुकता विश्व

हालिया मालदीव प्रकरण का निहितार्थ क्या है? यह ठीक है कि मालदीव पांच लाख की आबादी वाला सूक्ष्म इस्लामी देश है, जिसकी आर्थिकी मुख्यत: पर्यटन पर निर्भर है।

श्रीराम मंदिर की इतनी प्रतीक्षा का अर्थ

आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में शताब्दियों पूर्व मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा ध्वस्त और अब पुनर्निर्मित श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा। भव्य कार्यक्रम में कई गणमान्यों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री...

पाकिस्तान खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारता है!

आखिर पाकिस्तान बदहाल क्यों है? 1947 में खूनी विभाजन के बाद खंडित भारत जहां चांद पर पहुंच गया, वही एक चौथाई भारतीय भूंखडों को काटकर बनाया गया पाकिस्तान क्यों...

अटलजी बहुत याद आते हैं

अटलजी से मेरा निजी परिचय 1980 के दशक में हुआ था। वे न केवल आयु में मुझसे लगभग 25 वर्ष बड़े थे, अपितु जीवन के कई आयामों में श्रेष्ठ...

नफरत के नए-नए जुमले आ रहे है!

मंगलवार (5 दिसंबर) को आई.एन.डी.आई. गठबंधन के महत्वपूर्ण अंग द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) सांसद डीएनवी सेंथिल कुमार ने लोकसभा में हिंदी भाषी राज्यों को ‘गौमूत्र प्रदेश’ कहकर संबोधित किया।

पाकिस्तान में संभव ही नहीं ‘सिख-मुस्लिम भाईचारा’

पाकिस्तान में 345 स्थायी सिख तीर्थस्थल हैं, जिनमें से 135 सीधे पहले छह गुरुओं से संबंधित हैं

विरोधी दलों में एकता का स्वांग!

एक बात स्पष्ट है कि इस विपक्षी गठजोड़ को लोकसभा चुनाव से पहले कई चुनौतियों से पार पाना होगा।

सामाजिक समरसता के प्रतिबिंब है श्रीराम

सुधी पाठकों को दीपावली की बधाई। प्राचीनकाल से इस पर्व का संबंध मां लक्ष्मी पूजन के साथ श्रीराम द्वारा वनवास पूरा करने के बाद पुन: अयोध्या लौटने से रहा...