Monday

10-03-2025 Vol 19

अशोक 'प्रवृद्ध'

सनातन धर्मं और वैद-पुराण ग्रंथों के गंभीर अध्ययनकर्ता और लेखक। धर्मं-कर्म, तीज-त्यौहार, लोकपरंपराओं पर लिखने की धुन में नया इंडिया में लगातार बहुत लेखन।

उपासना व साधना का श्रावण अधिकमास

2023 में सावन महीने में अधिकमास पड़ा है। इसलिए  सावन एक नहीं, बल्कि दो महीने का होगा।

हरापन समेटे श्रावण की हरियाली अमावस्या

ऐसे समय में नीम आदि वृक्षों के औषधीय गुणों के कारण हरियाली अमावस्या के दिन उनकी डाल को घरों में रखा जाता है।

गीता प्रेस का योगदान अतुलनीय

मोदी ने कहा कि सावन का पवित्र माह, इंद्र देव का आशीर्वाद, संतों की कर्मस्थली, ये गोरखपुर की गीता प्रेस। जब संतों का आशीर्वाद फलीभूत होता है, तब ऐसे...

वेद पठन-पठान का सभी मनुष्यों को अधिकार

परमात्मा सब मनुष्यों के प्रति इस उपदेश को करता है कि वेदों के पढ़ने -पढ़ाने का सब मनुष्यों को अधिकार है, और विद्वानों को उनके पढ़ाने का।

दुष्टों को रूला देने वाले रूद्र

शतपथ ब्राह्मण के वचनानुसार जीव जिसका मन से ध्यान करता है, उसको वाणी से बोलता है। जिसको वाणी से बोलता उसको कर्म से करता है।

सब के लिए हो एक हो कानून!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में समान नागरिक संहिता को लेकर भोपाल में जो कहाउससे यह मुद्दा देश के विमर्श के केन्द्र में आ गया है।

शिवभक्तों का प्रिय शिवमास श्रावण

भारतीय पंचांग के अनुसार वर्ष का पंचम मास श्रावण अर्थात सावन है। इस महीने में भारत में अत्यधिक वर्षा होने के कारण इसे वर्षा ऋतु का महीना भी कहा...

आध्यात्मिक ज्ञान का चेतन स्वरूप गुरु

यह दिन चातुर्मास का प्रारम्भ, आध्यात्मिक पाठशालाओं के आरम्भ का दिन भी होता है। इस वर्ष 2023 में 3 जुलाई दिन सोमवार को आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा होने के कारण...

साहित्य में श्रेष्ठ और अंहम है वेद

वैदिक धर्म- संस्कृति के मूलाधार वेद शिक्षाओं के आगार और ज्ञान के भण्डार हैं। वेद में मनुष्य जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान है।

विष्णु का योग निद्रा का चातुर्मास

भारतीय पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल एकादशी से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चलने वाली चार माह की अवधि चातुर्मास कहलाती है।

भगवान जगन्नाथ की उल्टी घुरती रथयात्रा

गवान जगन्नाथ की चलती व घूरती रथयात्रा का उत्सव उड़ीसा सहित देश- विदेश के कई भागों में बहुत ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

क्रांतिदर्शी बिरसा मुंडा

1894 में मानसून के छोटानागपुर में असफल होने के कारण भयंकर अकाल और महामारी फैली, तो बिरसा ने पूरे मनोयोग से अपने लोगों की सेवा की

समुद्र बिना जीवन संभव नहीं, पर इनकी सुरक्षाकी चिंता कहां?

महासागर हमारी पृथ्वी पर न सिर्फ जीवन का प्रतीक है, अपितु पर्यावरण संतुलन में भी प्रमुख भूमिका निभाता है। पृथ्वी पर जीवन का आरंभ महासागरों से माना जाता है।

हर मनुष्य के लिए कब मुमकिन अच्छा भोजन, सही सेहत?

विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के लिए इस वर्ष 2023 की थीम तय की गयी है -सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास्थ्य अर्थात सेफ़र फ़ूड बेटर हेल्थ।

भारतीय परम्परा में पर्यावरण की चिंता

भारत जैसा देश भी विश्व पर्यावरण सम्मेलनों में ग्लोबल वार्मिंग की समस्या का सही मायने में निदान और समाधान रखने में असमर्थ रहा है।

सरयू नदीःश्रीराम की जन्म-कर्म भूमि की साक्षी

श्रीराम के जन्म के समय सरयू नदी के तट पर बसे अधिकांश शहर वर्तमान में पर्यटक तीर्थ स्थल हैं।

वट वृक्ष की पूजा और सावित्री व्रत

भारतीय व्रत परम्परा में सौभाग्य प्रदाता व संतान प्राप्ति में सहायक व्रत के रूप में मान्यता प्राप्त वट सावित्री व्रत में वट वृक्ष की पूजा किये जाने का पौराणिक...

गुरु अर्जुनदेव कभी गलत चीजों के आगे नहीं झुके

अपना जीवन धर्म और लोगों की सेवा में बलिदान कर देने वाले सिखों के पंचम गुरु गुरु अर्जुन देव का बलिदान दिवस इस वर्ष 2023 में 1 जून को...

सर्वलोकोपकारी गंगा

भारत की नदियों में पवित्रता एवं माहात्म्य की दृष्टि से सर्वोच्च स्थान रखने वाली गंगा अपने अनेक गुणों के प्रभाव से विश्व की श्रेष्ठतम नदी है।

महाराणा प्रताप ने कभी हार नहीं मानी!

इतिहास गवाह है कि नौ वर्ष तक निरन्तर अकबर पूरी शक्ति से महाराणा प्रताप के विरुद्ध आक्रमण करता रहा।

वीर सावरकर को अभी तक भारत रत्न क्यों नहीं?

ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष षष्ठी वि सं 2080- 11 मई -वीर सावरकर जन्म दिवस

विष्णु के दशावतारों में क्या बुद्ध भी?

वैदिक मतानुसार परमात्मा का तेज विशेष रूप में जब किसी पदार्थ अथवा प्राणी में आता है तो वह अवतार कहाता है । अवतार चेतन तत्व भी होते हैं और...

सर्वमनोरथ, सर्वसिद्धि प्रदात्री महाविद्या छिन्नमस्ता

देवी छिन्नमस्ता की आराधना- उपासना सम्पूर्ण अर्थों की सिद्धि के निमित्त बैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किये जाने की पौराणिक परिपाटी है।

मजदूर आंदोलन के अग्रदूत थे मेघाजी लोखंडे

मई दिवस के दिन राजनीतिक दलों, कामगार यूनियनों व समाजवादी समूहों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम व समारोह आयोजित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस अथवा श्रम दिवस मनाया जाता है।

चन्द्रमा के स्वामी सोमनाथ

भारत के महत्वपूर्ण मन्दिरों में से एक सोमनाथ मन्दिर गुजरात प्रदेश के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बन्दरगाह में स्थित अत्यन्त प्राचीन व ऐतिहासिक शिव मन्दिर है।

महर्षि कृष्ण वेदव्यास के अयोनिज पुत्र शुकदेव मुनि

द्वापर युग के महाभारत काल की बात है। ब्रह्मा ने देवी- देवताओं की एक सभा बुलाई, और सभी से पूछा कि संसार में सबसे आवश्यक वस्तु, जरूरी चीज क्या...

ब्रिटिश इतिहास की सबसे शर्मनाक घटना

जलियांवाला बाग उस समय मकानों के पीछे पड़ा एक खाली मैदान था। वहाँ तक जाने या बाहर निकलने के लिए केवल एक संकरा रास्ता था और चारों ओर मकान...

निर्गुण मत के प्रसिद्ध संत ईश्वर भक्त मलूकदास

बचपन से ही अच्छे संस्कारों में पले- बढ़े मलूकदास के बारे में मान्यता है कि वह अजानुबाहु थे।

आदर्श नारी की प्रतिमान देवी अनुसूईया

भारतीय नारी इतिहास में सती- साध्वी पतिव्रता नारियों में सर्वोच्च स्थान रखने वाली देवी अनुसूईया (अनुसुया) प्रजापति कर्दम और देवहूति की प्रमुख चौबीस कन्याओं में से एक थी।

क्रांतिकारी मंगल पाण्डेय

मंगल पांडे ने एनफील्ड राइफल में प्रयोग की जाने वाली गाय की चर्बी मिले कारतूस को मुँह से काटने से मना करते हुए क्रांति का बिगुल फूंक दिया।

सेहत की जागरूकता में विश्व स्वास्थ्य दिवस

मनुष्य के जीवन में स्वास्थ्य का महत्त्वपूर्ण स्थान है। स्वास्थ्य व्यक्ति की अमूल्य निधि है। स्वास्थ्य मनुष्य समाज का आधार स्तम्भ है।

कामदेव की पूजा का दिन अनंग त्रयोदशी

भारतीय संस्कृति में प्रेम, काम, वासना और रूप के देव माने जाने वाले काम के देवता कामदेव को पूजनीय माना गया है।

श्रीहनुमान और महाभारतकालीन कपिध्वज

पृथ्वी एवं राज्य की प्राप्ति, दीर्घ-आयुष्य एवं सर्वाभ्युदय कल्याण की प्राप्ति होती है। हनुमान की स्तुतियों में हनुमान चालीसा का सर्वाधिक प्रचार है।

नदियों की देवी पूजा जैसे यमुना जयंती

वैदिक मत इस संसार को एक सतत अभिनव सृजन मानती है। इस निरंतर सृष्टि प्रक्रिया को ब्रह्मयज्ञ कहा गया है।

पाप का नाश करने वाली है पापमोचनी एकादशी

लोक मान्यतानुसार चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का व्रत समस्त पापनाशक और जीवन में सुख-समृद्धि प्रदायक है।

रोगों को दूर करने वाली देवी शीतला माता

प्राचीन काल से ही भारत में आयु वृद्धि तथा संतान की कामना पूर्ति के उद्देश्य से शीतला माता का व्रत और पूजन किये जाने की परिपाटी है।

मराठी के कवि, संत एकनाथ

13 मार्च-एकनाथ षष्ठी-समाज में भक्ति का मार्ग प्रशस्त कर जातिगत भेदभाव को खत्म करने का प्रयास किया।

हिंदवी स्वराज के शिवाजी महाराज

मराठा साम्राज्य के संस्थापक व प्रथम शासक छत्रपति शिवाजी महाराज (1630-1680) का जन्म 19 फरवरी, 1630 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था।

अहंकार, ईर्ष्या- द्वेष, त्यागने का अवसर रंगोत्सव

फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन के आयोजन के दूसरे दिन चैत शुक्ल प्रथमा को होली मनाई जाती है। इसमें लोग एक दूसरे पर अबीर, गुलाल, रंग आदि डालकर रंग...

होलकोत्सवः सभी के कल्याण की भावना

वसंत पंचमी के ठीक चालीस दिन बाद फ़ाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाने होली के पर्व को प्राचीन काल में वासंती नवसस्येष्टि पर्व के नाम से अभिहित...

ब्रज की प्रसिद्ध लठमार होली

होली का प्रसंग छिड़ते ही मन में बरबस ब्रज का नाम आ जाता है। होली सप्ताह आरम्भ होते ही सबसे पहले ब्रज रंगों में डूब जाता है।

मंगलकारी और सृष्टिरचियता शिव

श्वेताश्वतरोपनिषद के अनुसार सृष्टि के आदिकाल में जब सर्वत्र अंधकार ही अंधकार था। न दिन न रात्रि, न सत् न असत् तब केवल निर्विकार शिव (रुद्र) ही थे।

स्वतंत्रता संग्राम और दयानन्द सरस्वती

15 फरवरी-जयंतीःस्वामी दयानन्द ने सत्यार्थ-प्रकाश में लिखा है कि कोई कितना ही करे स्वदेशी राज्य सर्वोपरि उत्तम।

समर्थ रामदास ने जगाई आजादी की अलख

कश्मीर से कन्याकुमारी तक उन्होंने 1100 मठ तथा अखाड़े स्थापित कर स्वराज्य स्थापना के लिए जनता को तैयार करने का प्रयत्न किया।

संत रविदास वैदिक धर्म पर अडिग थे

महान संत रविदास को रामदास, गुरु रविदास, संत रविदास, रैदास के नाम से भी जाना जाता है।

सिरासीता धाम ककड़ोलता

आदिवासी सरना धर्मावलंबियों का झारखण्ड के गुमला जिला के डुमरी प्रखण्ड के आकासी ग्राम अवस्थित इस धार्मिक स्थल सिरासिता नाले ककड़ोलता से हुई है।

शहीद दिवस का महत्व और अर्थ

भारत विश्व के उन पन्द्रह देशों में शामिल है, जहाँ प्रतिवर्ष अपने स्वाधीनता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद दिवस मनाया जाता है।

प्राचीन भारत में बालिकाओं की महत्ता

विभिन्न विदेशी आक्रमणों ने हमारी संस्कृति को इस तरह दूषित किया कि नारी समाज में अत्यंत पीछे होती चली गई।